वो जमाने लद गए, जब किसी खास स्टेट के फूड का टेस्ट करने के लिए आपको केवल राज्य का दौरा करना पड़ता है। आज के समय में चाहे साउथ इंडियन फूड हो या फिर नॉर्थ इंडियन फूड, यह आपको लगभग हर राज्य में आसानी से मिल जाता है। इतना ही नहीं, इंटरनेट के बढ़ते चलन के कारण अब तरह-तरह की डिशेज को घर पर भी बनाया जाता है।
मसलन, अगर आप साउथ इंडियन फूड खाने के शौकीन हैं तो यह जरूरी नहीं है कि आप केवल किसी साउथ इंडियन रेस्त्रां जाकर ही इसे खाएं। आप इंटरनेट से रेसिपीज देखकर व पढ़कर इन्हें घर पर भी तैयार कर सकती हैं।
हालांकि, साउथ इंडियन रेसिपीज को तैयार करते समय आपको कुछ खास बर्तनों की जरूरत होगी। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही बर्तनों के बारे में बता रहे हैं, जिनका इस्तेमाल साउथ इंडिया के लगभग हर घर में किया जाता है-
उरुली एक ऐसा ट्रेडिशनल कुकवेयर है, जिसे तमिलनाडु, केरल और साउथ इंडिया के कई राज्यों में इस्तेमाल किया जाताहै। यह आमतौर पर मिट्टी, तांबे और कांसे से बना होता है। यह एक तरह का गोल बर्तन होता है, जो काफी हद तक हांडी और कढ़ाई की तरह दिखाई देता है। इसका इस्तेमाल कई तरह के ट्रेडिशनल फूड्स को तैयार करने के लिए किया जाता है।
यह एक ऐसा बर्तन है, जिसका इस्तेमाल छोटे-छोटे कई तरह के अप्पे बनाने के लिए किया जाता है। यह एक तरह का कास्ट आयरन पैन होता है, जिसमें कई छोटे गोल गड्ढ़े होते हैं। इन होल में अप्पे के तैयार बैटर को डाला जाता है और फिर उसे पकाया जाता है। अप्पे इन दिनों सिर्फ साउथ इंडिया में ही नहीं, बल्कि हर घर में खाए जाते हैं।
इसे भी पढ़ें-जब घर पर आसानी से जीरा पाउडर बना सकते हैं तो बाज़ार से क्यों खरीदना
इडली को साउथ इंडिया में काफी पसंद किया जाता है। यहां तक कि हर साउथ इंडियन फूड आउटलेट में इडली को अवश्य सर्व किया जाता है। साउथ इंडिया में तो लोग कई अलग-अलग तरीकों से इडली बनाते हैं। ऐसे में इडली कुकर वहां पर हर घर में मौजूद होता है। यह इडली(सूजी और उड़द दाल से बनाएं रवा इडली) कुकर अब स्टेनलेस स्टील में भी अवेलेबल है। जिसमें इडली को स्टीम करके पकाया जाता है।
ब्रास कॉफी फिल्टर के बिना कोई भी साउथ इंडियन किचन अधूरी ही मानी जाती है। इसमें ऊपरी कम्पार्टमेंट में चम्मच भर ताजा पीसा हुआ कॉफी पाउडर भरा जाता है। फिर इसके ऊपर उबलता पानी डाला जाता है और ढक्कन बंद कर दिया जाता है। धीरे-धीरे, वह निचले डिब्बे में टपकने लगती हैं। इस मिश्रण को फिर दूध और चीनी के साथ मिलाकर साउथ इंडियन स्टाइल कॉफी को तैयार किया जाता है।(कॉफी मेकर खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान)
साउथ इंडियन में डोसा या उत्पम कितना पसंद किया जाता है, इसके बारे में तो हर कोई जानता है। लेकिन इसे रेग्युलर तवे(डोसा बनाने के लिए इस्तेमाल करें डिफरेंट तवा)पर तैयार नहीं किया जाता है, बल्कि अलग से डोसे तवे का इस्तेमाल किया जाता है। यह डोसा तवा सामान्य तवे से साइज में बड़ा होता है।
यह राउंड या रेक्टेंगुलर शेप में होता है। आप इसे भी अपनी किचन में शामिल कर सकती है। आप इस तवे में डोसा या उत्पम बनाने के अलावा चीला, पेनकेक्स, आमलेट, फ्रेंच टोस्ट आदि भी तैयार कर सकती है।
इसे भी पढ़ें-कांच के बर्तनों को चुटकियों में ऐसे करें साफ, नहीं रहेगा टूटने का डर
तो अब आप भी इन बर्तनों को अपनी किचन का हिस्सा बनाएं और घर पर ही साउथ इंडियन फूड का मजा उठाएं।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- Amazon
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।