हिमालय श्रृंखला की तलहटी में बसा उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। अमूमन लोग शहरी भीड़-भाड़ व शोर से एक ब्रेक लेने के लिए उत्तराखंड आना पसंद करते हैं। हालांकि, यह राज्य न केवल अपने प्राकृतिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि देश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक स्थान भी यहां पर स्थित है। जिसके कारण इस राज्य में बड़ी संख्या में भक्तगण भी आते हैं। वे उस स्थान में शांति व सुख की अनुभूति करते हैं।
इस राज्य बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग आते हैं, क्योंकि यहां पर सिख समुदाय के कई पवित्र स्थल मौजूद हैं। उदाहरण के तौर पर, चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब भारत के सबसे लोकप्रिय सिख तीर्थस्थलों में से एक है। यहां पर देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। यह वह स्थान है जहां प्रमुख सिख गुरुओं में से एक गुरु गोबिंद सिंहजी ने हेमकुंड झील के तट पर ध्यान किया था। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको उत्तराखंड में मौजूद सिखों के कुछ पवित्र धार्मिक स्थलों के बारे में बता रहे हैं-
जब उत्तराखंड में सिख समुदाय के प्रमुख स्थलों की बात होती है तो चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है। यह सबसे लोकप्रिय सिख गुरुद्वारों में से एक है। यह न केवल सिख तीर्थयात्रियों के बीच लोकप्रिय है बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी इस पवित्र स्थान पर आते हैं। यह करीबन 4329 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह वह स्थान है जहां 10वें सिख गुरु गुरु गोबिंद सिंहजी ने हेमकुंड झील के तट पर ध्यान लगाया था। यहां पर आने का सबसे अच्छा समय गर्मी का मौसम है। जब आप यहां पर है तो आपको फूलों की घाटी व हेमकुंड झील को भी जरूर देखना चाहिए।
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इस गुरुद्वारा का अपना एक अलग ऐतिहासिक महत्व है। यह प्रमुख सिख गुरुद्वारा रुद्रपुर-टनकपुर मार्ग पर स्थित है। यह वह स्थान है जहां पहले सिख गुरु, गुरु नानक देव ध्यान के लिए आए थे। इस स्थान पर साल भर बहुत सारे लोग दशन हेतु आते हैं। यह स्थान सरयू नदी पर बने विशाल नानकमत्ता डैम के लिए भी बहुत अधिक पॉपुलर है।
उत्तराखंड के चंपावत जिले में स्थित रीठा साहिब गुरुद्वारा सिख धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह गुरुद्वारा गुरु नानक देव जी से जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि गुरु नानक देव जी अपनी यात्रा के दौरान इस स्थान पर आये थे। गुरुद्वारे का नाम रीठा के पेड़ों के नाम पर रखा गया है जो इस क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में उगते हैं।
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चमोली जिले में स्थित, गोबिंद धाम उत्तराखंड का एक महत्वपूर्ण सिख तीर्थ स्थल है। ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने पिछले जीवन के दौरान तपस्या की थी। हेमकुंड साहिब यात्रा के दौरान तीर्थयात्री अक्सर इस गुरुद्वारे में आते हैं। यह हेमकुंड साहिब की यात्रा पर निकलने वाले ट्रेकर्स और तीर्थयात्रियों के लिए बेस कैम्प के रूप में कार्य करता है।
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Image Credit- uttarakhandtourism, wikipedia
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