Ramganga River History In Hindi: प्राचीन काल से भारतीय नदियों का महत्व देश में बेहद ही खास रहा है। जब भी प्राचीन भारतीय इतिहास का जिक्र होता है तो भारतीय नदियों का भी जिक्र जरूर होता है।
गंगा, भागीरथी, अलकनंदा, सतलुज नदी और चिनाब आदि नदियां भारत के लिए हमेशा से पवित्र रही हैं। इनमें से कुछ नदियां हिमाचल तो कुछ उत्तराखंड के पहाड़ों से निकलती हैं। इन्हीं नदियों में शामिल है रामगंगा, जो उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए बेहद ही खास मानी जाती है।
अगर आप भी रामगंगा नदी का उद्गम स्थल और इससे जुड़ी पौराणिक कहानियों के बारे में जानना चाहते हैं तो फिर आपको इस आर्टिकल को आपको जरूर पढ़ना चाहिए। आइए जानते हैं।
रामगंगा नदी का उद्गम स्थल
रामगंगा नदी भारत की प्रमुख और पवित्र नदियों में से एक है। यह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश राज्य में बहने वाली प्रमुख नदी है। यह गंगा नदी की एक उपनदी भी है। रामगंगा नदी उत्तराखंड के हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं के कुमाऊँ मण्डल के अन्तर्गत अल्मोड़ा जिले के दूनागिरी स्थान से निकलती है। एक अन्य लोककथा है कि उत्तराखंड के दूनागिरी के समीप एक राम नाम का स्थान है, इसी स्थान से इस नदी का नाम मिला है।
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रामगंगा नदी की पौराणिक कथा
रामगंगा नदी की पौराणिक कथा बेहद ही दिलचस्प है। पौराणिक कथा में इस नदी का जिक्र कई बार किया गया है। वाल्मीकि रामायण में इसका नाम उत्तरंगा नदी है। इसके अलावा स्कन्द पुराण में इसे रथवाहिनी नदी के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा मुस्लिम साहित्य में इस नदी को राहिब के नाम से जाना जाता है।(भारत की श्रापित नदियां)
एक अन्य लोक कथा है कि दूनागिरी में मौजूद लोध्रपर्वत की दो पर्वत श्रृंखलाओं के समीप परशुराम ने तपस्या की थी, उन्हीं के नाम पर इसका नाम 'रामगंगा' पड़ा था।
रामगंगा की सहायक नदियां
वैसे तो रामगंगा नदी खुद गंगा नदी की उपनदी है, लेकिन इस नदी की भी कई सहायक नदियां हैं। रामगंगा की सहायक नदियां कोसी, खोह, अरिल, विनोद व गगास हैं। इसके अलावा धनाड़, चौषाढ़, नौरड़ा आदि छोटी नदियां भी इसकी सहायक नदियां हैं। आपको बता दें कि रामगंगा नदी की लम्बाई 596 किमी है।(नदी जिसे छूने से कांपती है लोगों की रूह)
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सैलानियों के लिए क्यों खास है रामगंगा नदी?
रामगंगा नदी सैलानियों के लिए भी बेहद खास है। अगर आपको नहीं मालूम है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रामगंगा नदी के किनारे ही भारत का प्रसिद्ध नेशनल पार्क यानी जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान मौजूद है।
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यानएक ऐसा स्थान है जहां हर महीने हजारों सैलानी घूमने के लिए पहुंचते हैं। नदी के किनारे कई जानवर देखने को मिल जाते हैं। पार्क में मौजूद हजारों किस्म के जानवरों में से सबसे प्रमुख बंगाल टाइगर है।
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