मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का एक मुख्य शहर है। दिल्ली के पास में होने के चलते यह शहर कई चीजों के लिए फेमस भी हैं। खाने-पीने से लेकर रहने तक यह शहर लोगों के लिए खास है क्योंकि दिल्ली में काम करने वाले बहुत से लोग इस शहर में भी रहते हैं। लेकिन क्या आप इस शहर में मौजूद डरावनी जगहों के बारे में जानते हैं? अगर नहीं तो इस लेख में हम आपको मुरादाबाद की उन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां शाम होते ही कोई भी अकेले जाने से डरता है। इन भुतहा जगहों की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। आइए इन जगहों के बारे में जानते हैं।
नजीबुदौला फोर्ट
मुरादाबाद में मौजूद नजीबुदौला फोर्ट एक मध्यकालीन फोर्ट है जिसका निर्माण गुलाम कादिर द्वारा करवाया गया था। कादिर के बारे में कहा जाता है कि वो एक डाकू था और लोगों को इस फोर्ट में बंदी बनाकर रखता था। स्थानीय लोगों का मानना है कि कादिर लोगों को खाना नहीं देता था और कई लोग खान के बिना मर जाते थे। लोगों का मानना है कि आज भी उन लोगों की आत्मा इस फोर्ट में भटकती है। शाम होते ही कोई भी अलेके इस फोर्ट के आसपास भी जाने से डरते हैं।
मंडावर का महल
मुरादाबाद का मंडावर का महल भी एक डरावनी जगह है। 18वीं शताब्दी का यह एक नहीं बल्कि कई डरावनी कहानियों के लिए प्रसिद्ध हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि रात के समय इस महल से अजीबो-गरीब आवाज आती है। सुनसान जगह पर होने के चलते यहां कोई भी अकेले जाने से भी डरता है। ऐसा माना जाता है कि जिस गुलाम को यहां कैद करके रखा जाता था वो आत्महत्या कर लेते थें। इस घटना के बाद सूरज डालते ही महल के आसपास कोई भी नहीं जाता है।(हैदराबाद की डरावनी जगहें)
डियर पार्क
मुरादाबाद का डियर पार्क एक नहीं बल्कि कई दिलचस्प कहानियों के लिए फेमस हैं। जी हां, कई लोगों का यह मानना है कि रात के समय यहां से जानवरों की अजीबो-गरीब आवाज आती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि एक बार इस पार्क में कुछ लोग घूमने के लिए गए थे लेकिन डर के मरे कुछ ही देर में पार्क से भाग आए। उनका कहना था कि इस पार्क में किसी न किसी की आत्मा भटक रही है। इस घटना के बाद कोई भी अकेले जाने से डरता है।
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पीली कोठी
मुरादाबाद के अमरोहा शहर में मौजूद पीली कोठी ब्रिटिश शासन काल की है। इस कोठी को लेकर कहा जाता है कि यहां मुकदमों की सुनवाई होती थी। इसके अलावा अंग्रेजी सिपाहियों द्वारा पकड़े गए कैदियों को प्रताड़ित करते थे। एक दिन इस कोठी में आग लगा दी गई जिसके चलते कई कैदी जलकर मर गए। इस घटना के बाद कोई भी (जैसलमेर की डरावनी जगहें) इस कोठी में जाने से डरने लगा। कहा जाता है कि आज भी कोई अलेके इस कोठी में जाने की हिम्मत नहीं करता है।
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Image Credit:(@muradabad,jagran)
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