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52 शक्तिपीठों में से एक है बिहार का यह मंदिर, इस तरह बनाएं दर्शन का प्लान

यहां दर्शन के लिए आने वाले लोगों का मानना है कि यहां पूजा करने वाले किसी भी भक्त को मां मंगला खाली हाथ नहीं भेजतीं। लोग कहते हैं कि मां के चमत्कार को देखते हुए ही मंदिर का नाम मां मंगला रखा गया है।  
Editorial
Updated:- 2024-06-05, 10:42 IST

देशभर में माता के कई शक्तिपीठ है, जिसमें से बिहार के इस मंदिर को भी सबसे खास माना जाता है। इस मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लग जाती है। चाहे नवरात्रि का पर्व हो या नहीं हर दिन आपको मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिलेगी।

माना जाता है कि जब भगवान भोले शंकर जब अपनी पत्नी सती का जला हुआ शरीर लेकर तीनों लोकों में निराण होकर घूम रहे थे, तो  सृष्टि को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने मां सती के शरीर को अपने सुदर्शन चक्र से कई टुकड़ों में काट दिया था। जिससे मां का शरीर धरती पर जहां-जहां गिरा वहां माता का शक्तिपीठ बन गया। आज के इस आर्टिकल में हम माता के इस मंदिर के बारे में खास जानकारी के साथ-साथ यह भी बताएंगे कि कैसे आप यहां दर्शन के लिए आ सकते हैं। 

क्यों है माता का यह मंदिर सबसे खास 

 mangla gauri

52 शक्तिपीठ में से एक माता का इस मंदिर को लोग मां मंगलागौरी मंदिर के नाम से भी जानते हैं। माना जाता है कि यहां माता का वक्ष स्थल (स्तन) गिरा था। इसलिए इस मंदिर को 'पालनहार पीठ' या 'पालनपीठ' के नाम से बुलाया जाता है। 

  • भव्य नक्काशीसे बनी हुई है माता की प्रतिमा।
  • मंदिर परिसर में भगवान शिव और महिषासुर की प्रतिमा की भी होती है पूजा
  • मंदिर में आपको  उपा शक्तिपीठ भी देखने को मिलेगा, इसे भगवान शिव के शरीर का हिस्सा माना जाता है।
  • इस शक्तिपीठ को असम के कामरूप स्थित मां कामाख्या देवी शक्तिपीठ के समान माना जाता है।

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कहां स्थित है मां मंगला गौरी पालनहार पीठ मंदिर?

 

 

 

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मंदिर बिहार के गया शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित है। मंदिर भस्म कूट पर्वत पर विराजमान है। यह बिहार के फेमस मंदिर में से एक है।

  • सड़क मार्ग द्वारा- मंदिर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और निजी और सार्वजनिक परिवहन दोनों से आप यहां दर्शन के लिए आ सकते हैं।
  • रेल मार्ग द्वारा: मंगला गौरी मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन गया रेलवे स्टेशन है। गया से, आप मंदिर तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या बस से आ सकते हैं। आप लोगों से भस्म कूट पर्वत का रास्ता पूछ सकते हैं। 
  • हवाई मार्ग द्वारा: निकटतम हवाई अड्डा गया हवाई अड्डा है। हवाई अड्डे से, आप अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या बस ले सकते हैं।

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