भगवान कृष्ण से जुड़ा है इस चर्चित मंदिर का इतिहास, आप भी जानें

इस लेख में उस मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें एक बाण से तीन लोगों पर विजय प्राप्त करने का वरदान मिला था।

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भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता की चर्चा सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विश्व भर में हैं। इस देश में हर कदम पर आपको एक से एक भव्य और प्राचीन मंदिर मिल जाएंगे जिसके बारे में आपने भी नहीं सुना होगा।

भारत में मौजूद हजारों साल प्राचीन मंदिरों की कहानी बेहद दिलचस्प हैं। इन्हीं में से एक है खाटू श्याम मंदिर। फेमस खाटू श्याम मंदिर को श्री कृष्णा का ही रूप माना जाता है। इस लेख में हम आपको खाटू श्याम मंदिर से जुड़ी कुछ दिलचस्प कहानियों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।

खाटू श्याम मंदिर कहां और क्या है इतिहास?

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आपको बता दें कि प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर राजस्थान के सीकर में स्थित है। इस प्राचीन मंदिर में हर दिन हजारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। खासकर जन्माष्टमी के दिन इस मंदिर में सबसे अधिक भीड़ रहती है, क्योंकि इस मंदिर को भगवान कृष्ण जी का ही रूप माना जाता है।(भारत के अनेखे मंदिर)

अगर खाटू श्याम मंदिर के इतिहास के बारे में जिक्र करें तो इसका इतिहास बेहद ही दिलचस्प है। कहा जाता है कि इस मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है। इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि खाटू श्याम को वर्तमान समय में (कलयुग) का देवता माना जाता है।

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खाटू श्याम मंदिर की पौराणिक कथा

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खाटू श्याम मंदिर को महाभारत काल से जोड़कर देखा जाता है। ऐसी मन्यता है कि भीम का हिडिम्बा के पुत्र घटोत्कच का एक पुत्र था जिसका नाम बर्बरीक था। मान्यता थी कि बर्बरीक को भगवती जगदम्बा से अजेय होने का वरदान प्राप्त था।

जब महाभारत युद्ध शुरू होने वाली थी तब बर्बरीक कुरुक्षेत्र की ओर प्रस्थान किया। इसी दौरान उसकी मुलाकात श्री कृष्ण से हुई। जब कृष्णा ने पूछा कि तुम किसकी तरफ से युद्द लड़ने वाले हो तो उन्होंने कहा कि जो पक्ष हार रही होगी उसकी तरफ से लडूंगा। तब श्री कृष्ण ने उन्हें रोकने के लिए दान के रूप में शीश मांग लिया, लेकिन बर्बरीक के इच्छा जाहिर की कि शीश युद्ध वाली जगह रख दीजिए ताकि युद्ध देख सकू। इस बलिदान से श्री कृष्ण बहुत खुश हुए और उन्होंने वरदान दिया कि भविष्य में आपको श्याम के नाम से पूजा जाएगा।

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खाटू श्याम मंदिर कैसे पहुंचें?

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खाटू श्याम आप आसानी से पहुंचा सकते हैं। यह मंदिर जयपुर से लगभग 80 किमी की दूरी है। सबसे पास में रींगस रेलवे स्टेशन है। यहां से आप टैक्सी या कैब लेकर आसानी से जा सकते हैं। जयपुर एयरपोर्ट से भी आप खाटू श्याम मंदिर मंदिर जा सकते हैं। एयरपोर्ट से लगभग 95 किमी की दूरी पर है यह मंदिर।

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Image Credit:(@sutterstocks)

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