Asia Gardens: भारत में एशिया का सबसे बड़ा आउटडोर कैक्टस गार्डन स्थित है। इस गार्डन में घूमने के लिए दूर-दूर से कई पर्यटक आते हैं। कैक्टस गार्डन चंडीगढ़ के सैटेलाइट शहर पंचकूला के केंद्र में बना हुआ है। चलिए इसके बारे में आज आपको कुछ खास बातें बताते हैं।
क्यों बनाया गया है कैक्टस गार्डन?
इस गार्डन को बनाने के पीछे का उद्देश्य कैक्टस की विलुप्त प्रजातियों को संरक्षित करना है। इसके अलावा पर्यटकों को इस गार्डन की तरफ आकर्षित करना भी है। इस गार्डन में लगभग 2500 से अधिक प्रजातियों के कैक्टस और सकुलेंट हैं। बगीचे में एक संग्रह भी है, जो दुनिया के कई बड़े संग्रह में से एक है।
कैक्टस गार्डन में कुछ लुप्तप्राय प्रजातियां हैं और कुछ दुर्लभ प्रजातियां भी हैं। यह गार्डन न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि वनस्पतिविदों के लिए भी आकर्षण का एक बड़ा स्रोत है।
क्यों बहुत खास है एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन
पंचकूला प्रशासन द्वारा हर साल कैक्टस गार्डन में स्प्रिंग फेस्टिवल का आयोजन भी किया जाता है। इसमें कैक्टस के साथ-साथ अन्य फूलों की प्रजातियों को भी रखा जाता है और इस गार्डन में लुप्त हो चुकी कई कैक्टस की प्राजातियां तैयार की जाती हैं। यह पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का भी क्रेंद होती हैं।इसे भी पढ़ें:मिलना है जवाहर लाल नेहरू और क्वीन एलिजाबेथ से तो जरूर घूमिये यह गार्डन
कैक्टस गार्डन का नया नाम
इस गार्डन को पहले कैक्टस गार्डन के नाम से ही जाना जाता था लेकिन कुछ समय बाद इस गार्डन का नाम बदलकर राष्ट्रीय कैक्टस और सस्कुलेंट बॉटनिकल गार्डन और रिसर्च सेंटर रख दिया गया, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग इसे कैक्टस गार्डन के नाम से ही जानते हैं।(अंग्रेजों ने बनवाया फिर भी क्यों कहते थे इसे मुगल गार्डन? जानिए इसका इतिहास)
8 एकड़ में बने इस कैक्टस गार्डन में अमेरिका, मैक्सिको आदि कई देशों के सक्यूलेंट और कैक्टस की वैरायटी भी हैं।
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image credit- shutterstock
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