भारतीय खानपान की सबसे स्पेशल चीज है यहां के मसाले। भारत को मसालों की दुनिया का सरताज माना जाता है। इन मसालों की बदौलत इंडियन कुजीन का टेस्ट दुनियाभर में अनूठा लगता है। आपको शायद यह जानकर हैरानी हो कि दुनियाभर में हो रहे मसालों के उत्पादन का 70 फीसदी हिस्सा भारत से आता है। अगर ये स्पाइसेस सही मात्रा में डिशेज में इस्तेमाल किए जाते हैं तो इनकी खुशबू से ही पूरी फिजा महक उठती है और स्वाद के तो कहने ही क्या। इलाएची, दालचीनी, हल्दी, लॉन्ग, धनिया जैसे मसाले खाने का स्वाद इस कदर बढ़ा देते हैं कि इनकी खुशबू फैलने से ही खाने को मन ललचने लगता है। आइए जानें इन मसालों के बारे में-
इलाएची
भारतीय डिशेस में दो तरह की इलाएची इस्तेमाल की जाती है। एक हरे रंग की छोटी इलाएची और दूसरी काले रंग की बड़ी इलाएची। हल्की सी मिठास और खुशबू लिए इलाएची फूड आइटम्स का फ्लेवर बढ़ा देती है। हरी इलाएची को अन्य साबुत मसालों के साथ पीसकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है और अलग से भी खीर, हल्वे और डेजर्ट्स में इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं बड़ी इलाएची का फ्लेवर ज्यादा स्ट्ऱॉन्ग होता है। इसका इस्तेमाल जरा संभलकर किया जाता है। आमतौर डिजेश में इसके बीजों का इस्तेमाल किया जाता है। राजमा, छोटे, पनीर या सांभर जैसी डिशेस में कई बार साबुत बड़ी इलाएची भी डाली जाती है, लेकिन बाद में सर्व करते वक्त इसमें से छिलका निकाल दिया जाता है।
इलाएची से बनने वाली बेहतरीन डिश- लैंब रोगन जोश
इसे जरूर पढ़ें: लॉकडाउन में आप भी भूमि पेडनेकर की तरह घर में ये चीजें उगाएं
लॉन्ग
भारतीय कुकिंग में लॉन्ग का काफी इस्तेमाल किया जाता है। इसका स्ट्रॉन्ग मेडिशनल फ्लेवर इसमें पाए जाने वाले एसेंशियल ऑयल की वजह से होता है। ये दरअसल फूल होते हैं और इन्हें सुखाने से पहले इनमें पाया जाने वाला ऑयल बहुत हद तक निकाला जा चुका होता है। इन्हें साबुत और मसालों में पीसकर, दोनों तरह से इस्तेमाल किया जाता है। चूंकि इसका फ्लेवर स्ट्रॉन्ग होता है, इसीलिए माइल्ड फ्लेवर वाले अन्य मसालों के बजाय इसकी खुशबू डिजेश में ज्यादा पता चलती है।
लॉन्ग से बनी बेहतरीन डिश- केरला कोकोनट चिकन करी
दालचीनी
दालचीनी सिनामन पेड़ की छाल होती है और इसकी खुशबू काफी अलग होती है। अन्य मसालों की तुलना में इसका उत्पादन सस्ता पड़ता है। यह केसिया बार्क से थोड़ी अलग होती है। भारतीय फूड आइटम्स में अधिकतर इसी का इस्तेमाल किया जाता है।
दालचीनी से तैयार डिश- पनीर मुगलई कड़ी
इसे जरूर पढ़ें:मैगी की फैन हैं डायना पेंटी
काली मिर्च
चौथी शताब्दी में काली मिर्च को काफी ज्यादा महत्व दिया जाता था। उस समय में ग्रीक इसे काले सोने की संज्ञा देते थे। वहीं रोमन एक साल में लगभग 120 जहाजों में लद जाने लायक काली मिर्च का सेवन करते थे। इसके हेल्थ बेनिफिट भी काफी ज्यादा हैं। कफ, डायरिया, फीवर, कब्ज, स्किन इन्फेक्शन में इसका इस्तेमाल काफी लाभकारी माना जाता है। पुलाव, राजमा, छोले, पनीर और नॉनवेज डिजेश में इसका इस्तेमाल खाने का स्वाद काफी ज्यादा बढ़ा देता है। इसके अलावा सैंडविच और सलादों में भी इसका स्वाद काफी अच्छा लगता है।
काली मिर्च से तैयार स्पेशल डिश - इंडियन चिली चिकन
जीरा
भारतीय डिशेस की लज्जत बढ़ाने के लिहाज से जीरा काफी उपयोगी माना जाता है। इसे भारतीय फूड आइटम्स में कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर इसका इस्तेमाल तेल में भूनकर किया जाता है। वहीं बहुत सी डिजेश में इसे ताजा पीसकर डाला जाता है। रायते और समर कोल्ड ड्रिंक्स में भुना हुआ जीरा काफी स्वाद लगता है।
जीरे से बनी स्पेशल डिश - राजमा चावल
सूखा धनिया
ज्यादातर इंडियन फूड आइटम्स में धनिया का इस्तेमाल किया जाता है। यह दुनिया के सबसे पुराने मसालों में शुमार है। सूखी धनिया आमतौर पर पीसकर मसालों में इस्तेमाल की जाती है। वहीं फ्लेवर को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए इन्हें ताजा-ताजा पीसकर भी फूड आइटम्स में मिलाया जाता है। इसकी खुशबू काफी तेज होती है और इसे फूड आइटम में मिलाए जाने पर इसका एरोमा घर-भर में फैल जाता है।
सूखे धनिए से बनी स्पेशल डिश - चिकन टिक्का मसाला
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी तो इसे जरूर शेयर करें। फूड और रेसिपीज से जुड़ी अपडेट्स पाने के लिए विजिट करती रहें हरजिंदगी।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों