राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जो अपने शानदार किले, महल और भव्य जीवन के लिए जाना जाता है। इस पूरे राज्य में कई किले और महल मौजूद हैं, जो दुनियाभर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इतना ही नहीं, यहां पर आप हाथी या ऊंट की सवारी कर सकते हैं और हैंडीक्राफ़्ट को एक्सप्लोर कर सकते हैं। हालांकि, इन सबके अतिरिक्त राजस्थान में आप आध्यात्मिक शांति का अनुभव भी कर सकते हैं। दरअसल, राजस्थान में कई बेहतरीन मंदिर हैं, जो आपकी ट्रेवल बकिट लिस्ट में जरूर होने चाहिए।
ये मंदिर राजस्थान की संस्कृति और विरासत के बारे में भी आपको और अधिक जानकारी देते हैं। इतना ही नहीं, जब आप यहां पर हैं तो आपको स्थानीय मान्यताओं, रीति-रिवाजों और परंपराओं के बारे में भी पता चलेगा। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको राजस्थान के कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए-
एकलिंगजी मंदिर, उदयपुर (Eklingji Temple)
यह मंदिर उदयपुर ही नहीं, बल्कि राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। इसका अपना ऐतिहासिक महत्व भी है। मंदिर का निर्माण 734 ईस्वी में हुआ था और इसके परिसर में 108 मंदिर हैं। प्राथमिक मंदिरों में से एक, इसमें भगवान शिव की चार मुख वाली छवि है। इस मंदिर में सोमवार के दिन विशेष रूप से आपको भीड़ मिलेगी। इस मंदिर का आर्किटेक्चर भी बेहतरीन है। मुख्य मंदिर में एक विशाल स्तंभों वाला हॉल है और इसकी छत भारी पिरामिडनुमा है। इस मंदिर की स्थापना बप्पा रावल ने की थी। जैसे ही आप मंदिर में प्रवेश करेंगे, आपको नंदी की एक सुंदर चांदी की छवि दिखाई देगी। यहां नंदी की दो प्रतिमाएं भी हैं जो काले पत्थर और पीतल से बनाई गई हैं। मंदिर में शिव की चार छवियां चार अलग-अलग रूपों को दर्शाती हैं।
करणी माता मंदिर, देशनोक (Karni Mata Mandir)
अगर आप राजस्थान जाते हैं और करणी माता मंदिर में दर्शन नहीं करते हैं तो आपकी ट्रिप पूरी नहीं हो सकती। यह मंदिर देशनोक में स्थित है, जो बीकानेर से लगभग 30 किमी दूर है। इस मंदिर की अनोखी बात यह है कि इस मंदिर में लगभग 20,000 चूहे रहते हैं और उनकी पूजा की जाती है। किंवदंतियों के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण 1400 के दशक में किया गया था। यहां पूजी जाने वाली देवी भी देवी दुर्गा का ही अवतार हैं। यहां मनाए जाने वाले कुछ त्योहारों में करणी माता मेला, चैत्र और आश्विन शुक्ल दशमी शामिल हैं। इन त्योहारों के समय इस मंदिर में आने का अहसास एकदम अलग होता है।
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मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, करौली (Mehandipur Balaji Temple)
करौली जिले में स्थित यह मंदिर भी भगवान हनुमान को समर्पित है। इस मंदिर को लेकर भक्तों के बीच विशेष आस्था है। ऐसी मान्यता है कि यह मंदिर बुरी आत्माओं को भगाने में मदद कर सकता है। यह न सिर्फ राजस्थान में बल्कि देशभर में काफी मशहूर है। हालांकि, इस मंदिर में जाते समय आपको थोड़ा सतर्क रहना चाहिए। इस मंदिर का वातावरण छोटे बच्चों के लिए परेशानी भरा हो सकता है।
सालासर बालाजी मंदिर (Salasar Balaji Temple)
सालासर बालाजी मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है। यह राजस्थान के चुरू जिले के सालासर में स्थित है। यह मंदिर बेहद ही प्रसिद्ध है और यहां पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। यह प्राचीन मंदिर 1754 ई. में बनाया गया था और इसमें भगवान हनुमान के अवतार भगवान बालाजी की एक मूर्ति है।
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Image Credit- wikipedia
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