What Not To Keep In Home Temple: वास्तु शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है जिसके अनुसार यदि हम घर में चीजों का निर्धारण करते हैं तो घर की स्थिति में सुधार होता है। यह इस विश्वास पर आधारित है कि स्थानों और चीजों की व्यवस्था और डिजाइन किसी के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।
वास्तु सिद्धांत विभिन्न प्राचीन ग्रंथों और शास्त्रों से प्रेरणा लेते हैं और वो घर के सभी स्थानों जैसे मंदिर, किचन, शयन कक्ष और बेडरूम जैसी जगहों पर अपना मार्गदर्शन करते हैं। मुख्य रूप से घर के मंदिर के लिए कई वास्तु नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है और मान्यता है कि यदि आप इन नियमों का बखूबी पालन करते हैं तो सदैव समृद्धि बनी रहती है।
घर के मंदिर के भीतर चीजों का निर्धारण ठीक तरह से करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे ही इस पवित्र स्थान पर कुछ चीजें न रखने की सलाह दी जाती है जिनमें से एक है कैंची।
ऐसी मान्यता है कि यदि आप इस जगह कैंची रखती हैं तो ये घर में वास्तु दोष का कारण तो बनती ही है और सभी प्रकार की कलह कलेश की वजह भी बन सकती है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें इससे जुड़े कुछ वास्तु नियमों के बारे में विस्तार से।
वास्तु शास्त्र में घर का मंदिर या प्रार्थना कक्ष एक विशेष स्थान रखता है। इसे एक पवित्र स्थान माना जाता है जहां निवासी परमात्मा से जुड़ सकते हैं, ध्यान कर सकते हैं, प्रार्थना कर सकते हैं और आध्यात्मिक प्रथाओं में संलग्न हो सकते हैं।
ऐसा माना जाता है कि घर का मंदिर पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रसारित करता है, जिससे घर में शांति और आध्यात्मिक विकास की भावना पैदा होती है। इन्हीं वजहों से मंदिर को अच्छी तरह से सजाया जाता है और इसमें सकारात्मक वस्तुएं ही रखी जाती हैं।
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हम अक्सर अपनी आवश्यकता की चीजें आस-पास ही रख देते हैं, लेकिन कुछ चीजों को लेकर भी वास्तु में विशेष नियम बनाए गए हैं। ऐसा माना होता है कि घर के मंदिर के भीतर कोई भी ऐसी वस्तु नहीं रखनी चाहिए जो किसी भी तरह से नकारात्मक ऊर्जा का कारण बने।
जैसे कि मंदिर में कैंची समेत अन्य नुकीली वस्तुओं को भी रखने की मनाही होती है। वहीं इस पवित्र स्थान पर आपको माचिस (घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए) भी नहीं रखनी चाहिए। कैंची न रखने के पीछे के वास्तु कारणों के बारे में जानें।
कैंची, चाकू, सुई या फिर अनु कोई भी ऐसी चीज जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है उसे मंदिर में रखना वर्जित होता है। वास्तु की मानें तो ये नकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के साथ घर की कलह का कारण भी बनती है। यह एक ऐसी चीज है जो घर के मंदिर के सामंजस्यपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण को बाधित कर सकती है और भक्त का ध्यान पूजा से हटा सकती है।
यदि वास्तु की मानें तो मंदिर में रखी किसी भी तरह की कैंची घर के शांत वातावरण को खराब कर सकती है। इसके दुष्प्रभाव से घर के सदस्यों के बीच बिना वजह लड़ाई झगड़े होने लगते हैं। मंदिर में हमेशा वही चीजें रखने की सलाह दी जाती है जो एकता, प्रेम और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दे और किस भी तरह के नकारात्मक वातावरण से दूर रखे।
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वास्तु शास्त्र सौंदर्यशास्त्र और दृश्य सामंजस्य को बहुत महत्व देता है। किसी भी तरह की नुकीली वस्तुओं की उपस्थिति मंदिर क्षेत्र के दृश्य और ऊर्जावान सामंजस्य को बाधित कर सकती है, जिससे संभावित रूप से असुविधा या असहजता की भावना पैदा हो सकती है। घर के मंदिर से नुकीली वस्तुओं को हटाने से व्यक्तियों को पूरी तरह से अपने आध्यात्मिक अभ्यास, ध्यान और भक्ति पर ध्यान केंद्रित करने में आसानी होती है।
यदि आप घर के सभी लोगों के बीच आपसी संबंध मजबूत करना चाहती हैं तो ध्यान रखें कि भूलकर भी मंदिर में कुछ विशेष चीजों को न रखें।
यदि आप घर के मंदिर के लिए यहां बताई बातों का ध्यान रखती हैं और कुछ विशेष चीजें इस स्थान पर नहीं रखती हैं तो आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है और वास्तु दोष भी नहीं होता है।
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