भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक महानगर इंदौर, जहां लोग घूमने की दृष्टी से नहीं बल्कि मंदिर दर्शन के लिए यात्रा करना पसंद करते हैं। सावन के महीने में लोग भोलेनाथ के दर्शन के लिए जगह-जगह जाना पसंद करते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं, जो हर सोमवार को भोलेनाथ के किसी ऐतिहासिक मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं। इंदौर में एक ऐसा मंदिर है, जहां हर कोई जाना जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इस मंदिर के पास ही अंतिम संस्कार भी होता है। माना जाता है कि भोलेनाथ के आखों के सामने अंतिम संस्कार होने पर मुक्ति मिलती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस मंदिर के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
क्या है भूतेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास
भोले बाबा के इस मंदिर को चमत्कारी माना जाता है। इस प्राचीन मंदिर का इतिहास 300 साल पहले होल्कर वंश ने करवाया था। भले ही इस मंदिर का निर्माण उतना ऐतिहासिक न हो, लेकिन मान्यता है कि मंदिर में रखा शिवलिंग नर्मदा नदी से लाया गया है। मंदिर के साइड में ही मुक्तिधाम बना हुई है। मुक्तिधाम की दीवार पर एक खिड़की बनाई गई है। ऐसा इसलिए कि हर रोज जितने भी यहां अंतिम संस्कार होते हैं वो भोलेनाथ की साक्षी में होते हैं। सावन माह में हर साल बाबा भूतेश्वर बाबा नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस साल भी ऐसा होगा और हजारों यात्री इसमें हिस्सा लेंगे।
अगर आप सावन में भूतेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन के बाद किसी और मंदिर में जाना चाहते हैं, तो अन्य दो मंदिरों में भी जाने का प्लान बना सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- इंदौर के इन मंदिरों में भोलेनाथ के दर्शन के लिए जाएं, सावन में लगती हैं यहां भक्तों की भीड़
आनंदेश्वर महादेव मंदिर
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक इंदौर का आनंदेश्वर महादेव मंदिर है। इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंगों के रूप में 12 शिवलिंग हैं। सबसे खास बात यह है कि 11 शिवलिंग सामान्य आकार के हैं जबकि बीच में एक विशाल शिवलिंग स्थापित है। सावन में हर साल यहां भक्तों की भीड़ लगती है। माना जाता है कि यहां हर दिन कई श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। मनोकामना पूरी होने पर भक्तों द्वारा जप, अनुष्ठान, कथा भी की जाती है, वहीं कुछ भक्त महाप्रसाद भी चढ़ाते हैं। यह भगवान शिव के सबसे फेमस मंदिर में से एक है।
इसे भी पढ़ें- भारत के ये शिव मंदिर माने जाते हैं कपल्स के लिए खास, शादी के बाद जरूर जाएं दर्शन करने
गेंदेश्वर महादेव मंदिर
इंदौर के परदेशीपुरा में स्थित गेंदेश्वर महादेव मंदिर भी सबसे अनोखा मंदिर है। यहां 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ-साथ चार धामों की भी तस्वीरें है। एक ही जगह पर आप भोलेनाथ के साथ चार धाम के भी दर्शन कर लेंगे। यहां हर दिन शाम को एक आरती होती है, जिसे तांडव आरती के नाम से जाना जाता है। इस आरती को वाली तांडव आरती और कुछ लोग ओंकार आरती भी कहते हैं। इस आरती में पंडित एक पैर पर खड़े होकर पूजा करते हैं। भक्तों का मानना है की इस मंदिर में शिव विराजित है इसलिए यहां मांगी जाने वाली हर मनोकामना पूरी होती है।
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।यहां क्लिक करें
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
साथ ही आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
image credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों