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हिमाचल का चमत्कारी शिव मंदिर..! जहां खुद झरना करता है शिवलिंग का अभिषेक, दर्शन मात्र से मुराद होती है पूरी

Mahadev Temple In Himachal: हिमाचल प्रदेश एक खूबसूरत पहाड़ी राज्य है। हिमाचल के पहाड़ों में ऐसे कई चमत्कारी शिव मंदिर हैं, जिनके दर्शन मात्र से भक्तों के काम बन जाते हैं। हिमाचल के इस शिव मंदिर में झरना करता है शिवलिंग का अभिषेक।
Editorial
Updated:- 2025-07-24, 14:33 IST

Shiva Temple In Himachal Pradesh: पहाड़ों राज्यों में घूमने की बात होती है, तो कई लोग सबसे पहले हिमाचल प्रदेश का ही रुख करते हैं, क्योंकि, इसे हर मौसम के लिए एक बेस्ट डेस्टिनेशन राज्य माना जाता है। हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियों की खूबसूरत जगहों के बीच में ऐसे कई चमत्कारी मंदिर हैं, जिनके दर्शन मात्र से मुरादें पूरी होती हैं। हिमाचल के ज्वालामुखी मंदिर, बृजेश्वरी मंदिर या हिडिंबा देवी मंदिर के बारे में तो लगभग हर कोई जानता होगा, लेकिन अंजनी महादेव मंदिर के बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे। अंजनी महादेव एक ऐसा मंदिर है, जहां भक्त नहीं बल्कि खुद झरना शिवलिंग का अभिषेक करते रहता है। आइए इस मंदिर के बारे में जानते हैं।

हिमाचल में अंजनी महादेव मंदिर कहां?

अंजनी मंदिर का इतिहास और पौराणिक कहानी बताने से पहले आपको बता दें कि यह प्रसिद्ध मंदिर हिमाचल प्रदेश के मनाली जिले के सोलांग वैली में बुरवा गांव में स्थित है। यह मंदिर साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर है।
बुरवा गांव से अंजनी मंदिर पहुंचने के लिए करीब 2 किमी ट्रेकिंग करनी पड़ती है। आपको बता दें कि अंजनी मंदिर, मनाली मुख्य शहर से करीब 14 किमी दूर है। इसके अलावा, यह कुल्लू शहर से करीब 52 किमी दूर है।

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अंजनी महादेव मंदिर की पौराणिक मान्यता क्या है?

anjani mahadev temple in manali

अंजनी मंदिर की पौराणिक कहानी त्रेता युग से जुड़ी हुई है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, त्रेता युग में माता अंजनी ने संतान प्राप्ति के लिए इसी स्थान पर तपस्या की थी। तपस्या के दौरान भगवान शिव ने अंजनी को दर्शन दिए थे। तभी से इस स्थान को अंजनी महादेव मंदिर के नाम से जाना जाने लगा। कहा जाता है कि बर्फबारी के समय यहां प्राकृतिक तौर पर शिवलिंग बन जाता है।

अंजनी महादेव मंदिर को लेकर मान्यता क्या है?

अंजनी महादेव मंदिर, सिर्फ मनाली या सोलांग वैली के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है। इस प्रसिद्ध स्थल को आसपास के लोग हिमाचल का अमरनाथ भी बोलते हैं। यह शिवलिंग एक झरने के नीचे है। मानसून के दौरान शिवलिंग पर अपने आप पानी गिरता रहता है और भगवान शंकर के शिवलिंग का जलाभिषेक होते रहता है।

नंगे पांव यात्रा माना जाता है शुभ

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अंजनी महादेव मंदिर की कई चमत्कारी कहानियां प्रचलित हैं। लोक कथा के अनुसार यहां जो भी नंगे पांव ट्रेकिंग करके पहुंचता है, वो कभी भी खाली हाथ नहीं लौटता है। इसलिए यहां कई लोग नंगे पांव ही पहुंचते हैं। सावन महीने के अलावा, सावन की शिवरात्रि और महाशिवरात्रि के मौके पर यहां हजारों भक्त नंगे पांव अपनी-अपनी मुरादें लेकर पहुंचते हैं।

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अंजनी महादेव मंदिर कैसे पहुंचें?

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अंजनी महादेव मंदिर पहुंचना बहुत ही आसान है। इसके लिए मनाली से लोकल टैक्सी या कैब लेकर सोलंग वैली के बुरवा गांव पहुंच सकते हैं। बुरवा गांव से ट्रेकिंग करते हुए अंजनी महादेव मंदिर पहुंचना होगा। मनाली से सोलंग वैली के लिए टैक्सी का किराया करीब 500-800 रुपये के बीच में हो सकता है।  

अंजनी महादेव मंदिर के आसपास घूमने की जगहें

अगर आप अंजनी महादेव मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो दर्शन के बाद आसपास में स्थित कई खूबसूरत और मनमोहक जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। जैसे- सोलंग वैली, रोहतांग पास, सोलंग पैराग्लाइडिंग टॉप पॉइंट और भृगु लेक ट्रेक को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। सोलंग वैली में आप एडवेंचर एक्टिविटी का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

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