Famous Temple In Ujjain: हिंदुस्तान में पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक लाखों पवित्र और फेमस मंदिर है। पूर्व में कामाख्या मंदिर, पश्चिम में गुजरात का सोमनाथ मंदिर, दक्षिण में कन्याकुमारी और उत्तर में वैष्णो देवी मंदिर। इन पवित्र मंदिरों में हर दिन लाखों भक्त दर्शन करने पहुंचते रहते हैं।
भारत का दिल बोले जाने वाले राज्य मध्य प्रदेश का महाकालेश्वर मंदिर भी एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। यह उज्जैन में स्थित है। महाकालेश्वर की तरह उज्जैन में ही स्थित चिंतामण गणेश मंदिर भारत के प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में से एक माना जाता है।
इस आर्टिकल में हम आपको उज्जैन में स्थित चिंतामण गणेश मंदिर का इतिहास और मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं। इस मंदिर में गणेश चतुर्थी के मौके पर काफी भीड़ मौजूद रहती है।
चिंतामण मंदिर का इतिहास (Chintaman Ganesh Temple History, Ujjain)
चिंतामण मंदिर का इतिहास काफी दिलचस्प है। मंदिर के इतिहास को लेकर कहा जाता है कि यह करीब सौ साल से भी अधिक प्राचीन मंदिर है। कई लोगों का मानना है कि इस पवित्र मंदिर का निर्माण करीब 11वीं और 12वीं शताब्दी के आसपास में परमार शासकों द्वारा किया गया था। इसलिए यह मंदिर स्थानीय शहर के साथ-साथ पूरे मध्य प्रदेश के लिए बेहद खास है।
चिंतामण मंदिर की पौराणिक कथा (Chintaman Temple Story, Ujjain)
चिंतामण मंदिर की पौराणिक कथा भक्तों के लिए बेहद ही खास है। इस पवित्र मंदिर को लेकर दो मान्यताएं हैं। पहली- कहा जाता है कि इस पवित्र मंदिर के निर्माण के लिए गणेश भगवान स्वयं पृथ्वी पर आए थे।
दूसरी मान्यता- धार्मिक मान्यता के अनुसार चिंतामण गणेश मंदिर की स्थापना भगवान राम ने की थी। लोककथा के अनुसार भगवान राम में इस मंदिर की स्थापना वनवास के दौरान की थी।
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गणेश चतुर्थी पर होती है विशेष पूजा-पाठ (Ganesh Chaturthi In Chintaman Temple)
गणेश चतुर्थी के खास मौके पर इस मंदिर को दुल्हन की तरह सजा दिया जाता है। गणेश चतुर्थी के मौके पर लाखों भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन के लिए पहुंचता है भगवान गणेश उसकी सभी चिंता दूर कर देते हैं।
आपको बता दें कि गणेश चतुर्थी खास मौके पर मंदिर के आसपास मेले का भी आयोजन होता है। इसके अलावा मंदिर के आसपास खाने-पीने की स्टॉल भी लगी होती है।
चिंतामण गणेश मंदिर दर्शन का समय और शुल्क (Chintaman Temple Timings)
चिंतामण गणेश मंदिर आप परिवार और दोस्तों के साथ काफी घूमने के लिए जा सकते हैं। अगर आप महाकाल मंदिर का दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको यह बता दें कि यह महाकाल से 20 मिनट की दूरी पर है।
- चिंतामण मंदिर सुबह 8.00 बजे से रात 8.00 बजे तक खुला रहता है।
- शुल्क-मंदिर दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है।
चिंतामण गणेश मंदिर के आसपास घूमने की जगहें (Places Around Chintaman Temple Ujjain)
चिंतामण गणेश मंदिर के आसपास घूमने के लिए एक से एक बेहतरीन जगहें मौजूद हैं। इन जगहों पर परिवार, दोस्त और पार्टनर के साथ कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं।
चिंतामण गणेश मंदिर के आसपास में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, कालियादेह पैलेस, भर्तृहरि गुफाएं और सांदीपनि आश्रम के अलावा शिप्रा नदी के किनारे हसीन नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं।
चिंतामण गणेश मंदिर कैसे पहुंचें? (How To Reach Chintaman Temple Ujjain)
चिंतामण गणेश मंदिर आप देश के किसी भी हिस्से से आसानी से पहुंच सकते हैं। रेल, सड़क या हवाई मार्ग के द्वारा भी पहुंच सकते हैं।
- रेल मार्ग- चिंतामण गणेश मंदिर के पास में उज्जैन जंक्शन रेलवे स्टेशन है। उज्जैन रेलवे स्टेशन से टैक्सी, कैब या ऑटो लेकर आसानी से जा सकते हैं। रेलवे स्टेशन से मंदिर करीब 7 किमी की दूरी पर है।
- हवाई मार्ग-चिंतामण गणेश के सबसे पास में अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी करीब 58 किमी है। एयरपोर्ट से टैक्सी, कैब या ऑटो लेकर आसानी से जा सकते हैं।
- सड़क मार्ग से- देश के किसी भी हिस्से से सड़क मार्ग द्वारा आप उज्जैन पहुंच सकते हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के लगभग हर शहर से उज्जैन के लिए बस चलती रहती है।
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Image Credit:(@twimg,templepurohit)
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