भारत में स्थित हैं ये 4 बेहद ही अद्भुत मंदिर, जानिए इनके बारे में

भारत में स्थित कई मंदिर बेहद ही अद्भुत हैं और हर किसी को एक बार इन्हें अवश्य देखना चाहिए। 

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भारत अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहां पर कई अलग-अलग धर्मो के लोग एक साथ रहते हैं। हर किसी की अपनी अलग आस्था है और इसलिए लोग कई तरह के पूजा स्थलों का निर्माण भी करवाते हैं और बेहद श्रद्धा भाव से दर्शन भी करते हैं। देशभर में आपको कई देवी-देवताओं के पूजा स्थल देखने को मिलेंगे।

हालांकि, भारत में ऐसे कई मंदिर भी हैं, जिनके बारे में सुनकर ही लोगों को काफी अजीब लगता है। इन मंदिरों में देवी-देवता के रूप में ऐसी कई चीजों को पूजा जाता है, जो किसी भी व्यक्ति को अचरच में डाल दें। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको भारत में स्थित कुछ ऐसे ही अनोखे मंदिरों के बारे में बता रहे हैं-

भारत माता मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

Bharat Mata Temple, Varanasi

यह एक बेहद ही अनोखा मंदिर है, जो भारत माता को समर्पित है। उत्तरप्रदेश के वाराणसी में स्थित भारत माता मंदिर देश के सबसे अनोखे मंदिरों में से एक है। बता दें कि इस मंदिर का निर्माणण् 1936 में स्वतंत्रता सेनानी बाबू शिव प्रसाद गुप्ता द्वारा बनाया गया था और इसका उद्घाटन महात्मा गांधी ने किया था। यह मंदिर भारत के उन निडर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए संघर्ष किया और अपने प्राणों की आहुति दी। इस मंदिर की एक खासियत यह भी है कि इसमें देवी-देवताओं की कोई मूर्ति नहीं है। इसके स्थान पर अविभाजित भारत का एक नक्शा है। चूंकि यह नक्शा आजादी से पहले बनाया गया था, इसलिए इसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बलूचिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश भी शामिल हैं। (वाराणसी के काल भैरव मंदिर के बारे)

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मलंदा दुर्योधन मंदिर, कोल्लम, केरल

केरल के इस मंदिर को इसलिए भी अनोखा माना जाता है, क्योंकि यह राजा दुर्योधन को समर्पित एक मंदिर है। इस मंदिर में कोई गर्भगृह या राजा की मूर्ति नहीं है। केवल मंडपम नामक केवल एक उठा हुआ मंच है जहां भक्त प्रार्थना कर सकते हैं। किंवदंती है कि जब पांडव निर्वासन में थे, दुर्योधन केरल के दक्षिणी जंगलों में उनकी तलाश में गए थे। जब दुर्योधन कोल्लम जिले में पहुंचा तो वहां पर कुरवा जाति की एक अछूत बूढ़ी औरत ने उन्हें पानी पिलाया। उन्होंने ग्रामीणों की भलाई के लिए प्रार्थना की और उन्हें कृषि भूमि का एक बड़ा टुकड़ा दान में दिया। यह मंदिर उस स्थान पर बना है जहां वह प्रार्थना और ध्यान के लिए बैठे थे। आज तक कुरवा समुदाय के लोग ही मलंदा दुर्योधन मंदिर में बतौर पुजारी सेवा करते हैं।

व्हिस्की देवी मंदिर, मध्य प्रदेश

Whiskey Devi Temple, Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश में स्थित व्हिस्की देवी मंदिर बेहद ही अनूठा मंदिर है और इसे काल भैरव मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाई जाती है। कई साल पहले, पंचमकार तांत्रिक अनुष्ठानों के अनुसार देवी को पांच वस्तुओं का भोग लगाया जाता था, लेकिन अब, देवी को केवल शराब ही परोसी जाती है। मंदिर के बाहर के विक्रेता मंदिर में चढ़ाने के लिए नारियल, फूल और शराब सहित एक थाली बेचते हैं। (भोपाल के प्रसिद्ध मंदिर)

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चन्नपटना कुत्ता मंदिर, कर्नाटक

Channapatna Dog Temple, Karnataka

देवी-देवताओं के लिए मंदिर बनाना तो बेहद आम बात है, लेकिन किसी मंदिर में जानवरों की पूजा की जाए, यह थोड़ा अटपटा है। लेकिन कर्नाटक के एक व्यापारी ने 2010 में जब देवी केम्पन्ना की पूजा के लिए एक मंदिर बनाया और बहुत ही रहस्यमय तरीके से गांव से दो कुत्ते गायब हो गए। उस रात देवी केम्पन्ना उस आदमी के सपने में प्रकट हुईं और उन कुत्तों के नाम पर मंदिर बनने की कामना की। इसके बाद इस मंदिर का नाम चन्नपटना कुत्ता मंदिर रखा गया और तभी से इस मंदिर में कुत्तों की पूजा होती आ रही है।(कर्नाटक के प्रमुख ऐतिहासिक स्थल)

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Image Credit- cntraveller, Wikimedia, detechter, indiaherald

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