दिल्ली के आसपास घूमने के लिए ऐसी कई बेहतरीन जगहे हैं जहां हर रोज हजारों की संख्या में लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं। जैसे- हरियाणा में मौजूद मोरनी हिल्स, अलवर और राजस्थान में मौजूद नीमराना फोर्ट, आदि। इन जगहों पर वीकेंड में जाने का एक अलग ही मज़ा है। इसी तरह दिल्ली के करीब आगरा में भी हर रोज हजारों सैलानी घूमने के लिए पहुंचते हैं। लेकिन, आज उत्तर प्रदेश की उस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दिल्ली के बेहद करीब भी है और इस जगह के बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित महोबा शहर के बारे में, तो आइए यहां मौजूद कुछ खूबसूरत जगहों के साथ-साथ महोबा शहर के इतिहास के बारे में भी जानते हैं।
महोबा शहर का इतिहास
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित महोबा शहर बुंदेलखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के लिए गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है। लगभग 10वीं शताब्दी से लेकर 16वीं तक महोबा शहर पर चंदेल शासकों का राज था। यह जगह किसी समय चंदेल शासकों की राजधानी भी हुआ करती थी। यहां मौजूद खजुराहो की वजह से यह शहर समूचे भारत में प्रसिद्ध है और यहां मौजूद प्राचीन गुफाएं और मूर्तियां भी बेहद प्रसिद्ध हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महोबा शहर को पहले महोत्सव नगर के नाम से भी जाना जाता था।
मदन सागर लेक
महोबा में सबसे अधिक चर्चित जगह है मदन सागर लेक। इस लेक के आसपास ऐसे कई प्राचीन मंदिर और स्मारक है जहां घूमने के लिए सबसे अधिक लोग पहुंचते हैं। इस लेक के बगल में ही चंदेल शासकों के कई प्राचीन महल भी मौजूद है। कई जानकारों का मानना है कि इस लेक यानि तालाब का निर्माण मदन वर्मा चंदेल ने 1129 में अपने नाम पर बनवाया था और बाद में इसे शहर के नाम से जाना जाने लगा। पिकनिक के लिए भी यह जगह बेहद ही फेमस है।
जैन तीर्थंकर स्थल
उत्तर प्रदेश में ऐसी कई जगहें हैं, जो जैन धर्म के लिए मुख्य रूप से जानी जाती है। इन्हीं जगहों में से एक है महोबा। इस जगह जैन धर्म के लोग हर साल लाखों की संख्या में घूमने के लिए पहुंचते हैं। यहां मौजूद प्राचीन गुफाएं सैलानियों के लिए सबसे आकर्षण वाली चीज है। महोबा में एक पहाड़ी पर मौजूद जैन तीर्थंकर स्थल पर जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों की प्रतिमाएं भी उत्कीर्ण हैं। हालांकि, मौजूदा समय में कुछ गुफाएं लोगों के लिए बंद है।(भारत की प्राचीन गुफाएं)
शिव तांडव मंदिर
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर बेहद ही प्राचीन माना जाता है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण ग्रेनाइट पत्थर की बनी तांडव नृत्य करते हुए भगवान शिव की मूर्ति है। कहा जाता है कि यह 10 भुजाओं वाली विशाल और अद्भुत प्रतिमा है, जिसे देखने और दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। ऐसे में अगर आप भी महोबा की यात्रा में किसी पवित्र स्थल जाना चाहते हैं तो यहां जा सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसका निर्माण चंदेल वंश के शासकों ने करवाया था।(उत्तर प्रदेश की भुतहा जगहें)
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इन जगहों पर भी घूमने पहुंचे
मदन सागर लेख, महोबा शहर का इतिहास और जैन तीर्थंकर स्थल के अलावा आप महोबा में गोरखगिरी पर्वत, मोहबा फोर्ट और विजय सागर पक्षी जैसी बेहतरीन जगहों पर भी घूमने के लिए जा सकते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit:(@sutterstocks,jagranimages.com)
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