अमृतसर का स्वर्ण मंदिर वर्ल्ड फेमस है। यहां देश ही नहीं, दुनियाभर से सैलानी सैर के लिए आते हैं। पूरे साल श्रद्धालुओं का यहां तांता लगा रहता है। माना जाता है कि स्वर्ण मंदिर में जो श्रद्धालु सच्चे मन से जाता है, उसकी मुरादें जरूर पूरी होती है। बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर भी यहां अपने मन की पुराने पूरी करने के लिए पहुंचीं। जल्दी ही उनकी अगली फिल्म 'दोस्ताना 2' की शूटिंग शुरू होने वाली है। शूटिंग से पहले जाह्नवी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका। फिल्म में जाह्नवी कपूर के साथ कार्तिक आर्यन लीड रोल में होंगे।
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ब्लू सलवार सूट में नजर आईं जाह्नवी
जाह्नवी ने अपने इंस्टाग्राम पर अमृतसर घूमने की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वह गुरुद्वारे के सामने खड़ी नजर आ रही हैं। इस दौरान जाह्नवी ने ट्रेडिशनल आउटफिट पहना था। उन्होंने ब्लू कलर का गोल्डन एंब्रॉएड्री वाला सूट पहना हुआ था। मंदिर में दर्शन के साथ उन्होंने यहां की मशहूर लस्सी का भी मजा लिया। एक तस्वीर में वह फिल्म के निर्देशक के साथ लस्सी पीती नजर आ रही हैं। तस्वीर के साथ जाह्नवी ने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, 'भारत जैसी कोई जगह नहीं।'
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अगर जाह्नवी के वर्तमान प्रोजेक्ट्स की बात करें तो 'दोस्ताना 2' के अलावा वह 'द कारगिल गर्ल' और 'रूही आफजा' में भी काम कर रही हैं। पिछले दिनों 'द कारगिल गर्ल' के पोस्टर रिलीज किए गए थे, जिसमें जाह्नवी बहुत प्यारी लग रही थीं। स्वर्ण मंदिर में घूमने के बाद जाह्नवी जोर-शोर से अपनी फिल्म दोस्ताना 2 की शूटिंग में लग जाएंगी।
वैसे Golden Temple ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह मंदिर सिखों के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल है। इसे हरमंदिर साहिब और श्री दरबार साहिब के नाम से भी जाना जाता है। एक और खास बात ये है कि सिख धर्म ही नहीं, बल्कि दूसरे धर्म के लोग भी इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर 400 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस मंदिर के निर्माण के लिए चौथे सिख गुर रामदास साहिब जी ने जमीन दान में दी थी, जबकि पहले सिख गुरु नानक और पांचवे सिख गुरु अर्जुन साहिब ने स्वर्ण मंदिर की अनूठी वास्तुकला का डिजाइन तैयार किया था। 1577 ईस्वी में इस मंदिर के निर्माण की शुरुआत हुई थी।
अर्जुन देव जी ने इस मंदिर के अमृत सरोवर को पक्का करवाने का काम करवाया था। यहां सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ आदि ग्रंथ को भी स्थापित किया गया है। यहां एक अकाल तख्त भी स्थित है, जिसे सिखों के छठवें गुरु हर गोविंद जी का घर माना जाता है। इस मंदिर पर कई बार आक्रमण हुए, जिससे इस मंदिर को काफी क्षति पहुंची, लेकिन बाद में सरदार जस्सा सिंह आहलूवालिया ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया और आज यह उनके प्रयासों की बदौलत इतना भव्य नजर आता है। सरदार जस्सा सिंह खालसा दल के कमांडर और मिसल के प्रमुख सरदार थे।
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