क्या आप जानती हैं कि दुनिया का सबसे निचला हिस्सा कैसा है? इजराइल और जॉर्डन की बॉर्डर पर स्तिथ एक ऐसा समुद्र है जिसमें न तो जीवन पनप सकता है न ही इसका पानी किसी काम में आ सकता है। इस समुद्र में सिर्फ बैक्टीरिया और काई ही है, लेकिन फिर भी ये दुनिया के सबसे अनोखे टूरिस्ट स्पॉट में से एक है। एक रिपोर्ट कहती है कि डेड-सी को देखने दुनिया भर से 2017 में ही 3.7 मिलियन लोग आए थे। दरअसल इसका नाम डेड-सी है, लेकिन ये है खारे पानी की एक विशाल झील। इसका पानी इतना खारा है कि इसे पीना तो छोड़िए आप पौधों की सिंचाई के बारे में भी नहीं सोच सकते हैं।
डेड-सी की कई खूबियां हैं। समुद्र तल से 1,412 फिट नीचे मौजूद डेड-सी का नामकरण भी एक खास कारण से हुआ है। तो चलिए जानते हैं इस अनोखे टूरिस्ट डेस्टिनेशन के बारे में।
आखिर क्यों पड़ा नाम डेड सी-
डेड-सी का नाम ऐसा इसलिए पड़ा क्योंकि इसमें कोई भी समुद्री जीवन नहीं पनप सकता है। इसके पानी में इतना नमक है कि उसके कारण किसी भी तरह का जलजीवन अपने पैर नहीं पसार सकता, चाहें वो मछलियां हों या किसी अन्य तरह के पौधे हों। इसमें जो बैक्टीरिया और काई मौजूद है वो भी बहुत कम मात्रा में है। डेड-सी के पानी में आम समुद्र से 10 गुना ज्यादा नमक मौजूद है। अब आप सोच रही होंगी कि आखिर ऐसी झील बनी कैसे। जियोलॉजिस्ट के अनुसार पृथ्वी की टेक्टॉनिक प्लेट्स (अफ्रीकन प्लेट और अरेबियन प्लेट) एक दूसरे से अलग होना शुरू हुई थीं। इसके कारण बीच में एक गड्ढा बन गया। ये 3 मिलियन साल पहले हुआ था। ये पहले मेडिटेरियन-सी से जुड़ा हुआ था, लेकिन इतने लंबे समय तक टेक्टॉनिक प्लेट्स में बदलाव के कारण ये अलग हो गया। अब इसके पानी का मुख्य स्त्रोत जॉर्डन नदी है।
डेड-सी का जल स्तर हर साल 1 मीटर के लगभग कम हो रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इजराइल और जॉर्डन दोनों ही देश अपने-अपने तरीके से इस झील का पानी इस्तेमाल कर रहे हैं। अब आखिरकार डेड-सी के संरक्षण के क्षेत्र में काम होना शुरू हुआ है।
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ऐसा समुद्र जहां कोई नहीं डूब सकता-
हो सकता है कि आपने कई ऐसी तस्वीरें देखी हों जहां लोग पानी में बिना कुछ किए ही फ्लोट कर रहे हैं। डेड-सी की ये खासियत है कि इसमें कोई डूब नहीं सकता है। क्योंकि इसमें सॉल्ट कंटेंट बहुत ज्यादा है इसलिए ये नेचुरल बॉयंसी (natural buoyancy) बढ़ाता है और इंसान पानी में फ्लोट करता हुआ नजर आता है। ये टूरिस्ट स्पॉट इजराइल और जॉर्डन दोनों देशों में आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।
स्किन के लिए बहुत अच्छा है डेड सी का पानी-
डेड-सी का पानी स्किन के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा है। 'Scientific Evidence of the Therapeutic Effects of Dead Sea Treatments' नाम से पब्लिश किए गए एक रिसर्च पेपर में ये बात की गई है कि डेड-सी का पानी स्किन के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। फोड़े, फुंसी, सोसाइसिस, रैश आदि स्किन से जुड़ी समस्याओं के लिए डेड-सी का पानी बहुत ही लाभकारी साबित होता है। कई लोग ये भी मानते हैं कि डेड-सी के पानी से सेल्युलाइट की समस्या खत्म होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस लेक के पानी में बहुत ज्यादा नमक और मिनरल्स मौजूद हैं।
आखिर क्यों अपने शरीर पर इस समुद्र से निकली मिट्टी लगाते हैं टूरिस्ट-
क्योंकि इसके पानी को लेकर कई रिसर्च की जा चुकी है इसलिए ऐसा माना जाता है कि डेड-सी से निकाली गई मिट्टी भी स्किन के लिए लाभकारी है। इसके फेस पैक आदि बहुत ज्यादा चर्चित हैं और जॉर्डन से लेकर इजराइल तक सभी जगह इसे काफी प्रचारित किया जाता है। डेड-सी की मिट्टी काफी हद तक स्किन के लिए लाभकारी होती है, लेकिन इसका पानी सबसे ज्यादा असरदार है।
ये है दुनिया का सबसे बड़ा फ्री स्पा-
डेड-सी सिर्फ विज्ञान के मामले में ही नहीं बल्कि पौराणिक कथाओं में भी बहुत चर्चित रहा था। कहा जाता है कि 37 से 4 BC तक इस इलाके पर राज करने वाले हीरोड (Herod) ने इस समुद्र के तट पर हेल्थ स्पा खोला था। हां, उस जमाने में इसे कुछ और कहा जाता होगा, लेकिन फिलहाल तो हेल्थ स्पा ही कहते हैं।
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पौराणिक कथा के अनुसार ईजिप्ट की रानी की ब्यूटी का राज़ था डेड सी-
एक और मान्यता ये भी कहती है कि ईजिप्ट की रानी क्लियोपेट्रा जिसे दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला माना जाता था वो भी अपने ब्यूटी रूटीन में डेड-सी के पानी का इस्तेमाल करती थी। dead-sea.net की एक रिपोर्ट कहती है कि क्लियोपेट्रा ये मानती थी कि डेड-सी में हीलिंग प्रॉपर्टी है।
अब अगर पौराणिक कथाएं सच हैं तो यकीनन डेड-सी कई सदियों से लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है। अगर कभी आप किसी अनोखे इंटरनेशनल ट्रैवल डेस्टिनेशन की सैर करना चाहें तो एक बार डेड-सी के बारे में भी सोचिएगा। लेकिन यहां जाने से पहले मौसम जरूर चेक कर लीजिएगा क्योंकि ये रेगिस्तान के बीच में है और यहां गर्मी बहुत होती है। यहां गर्मी जुलाई-अगस्त-सितंबर के महीने में पड़ती है तो इन महीनों में यहां की प्लानिंग कभी न करें। 2020 न सही, लेकिन शायद 2021 आपके लिए ऐसी अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए बेहतर हो।
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All Image Credit: Freepik/ G Adventures
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