इंडिया में चिकनपॉक्स एक ऐसी बीमारी है जो परिवार में एक व्यक्ति को होती है तो पूरे परिवार को हो जाती है। यह एक संक्रामक बीमारी है, जिसे हमारे यहां छोटी माता कहते हैं। हालांकि इसे लेकर लोगों में डर नहीं होता... क्योंकि जब यह बीमारी होती है तो लोगों का कहना होता है कि माता आई हैं। यह थोड़ी सी साफ-सफाई रखने से कुछ ही दिनों में ठीक भी हो जाती है। लेकिन परेशानी का कारण है चिकनपॉक्स के ठीक हो जाने के बाद रह जाने वाले इसके दाग।
इस बीमारी में बुखार के साथ-साथ शरीर पर लाल रंग के दाने हो जाते हैं। फिर यह दाने पकते हैं और कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाते हैं। लेकिन ठीक हो जाने के बाद इन दानों के दाग रह जाते हैँ। शरीर के किसी दूसरे हिस्से में हुए दानों के ये निशान कपड़ों से तो छिप जाते हैं लेकिन चेहरे पर दिखने वाले ये दाग, चेहरे की पूरी खूबसूरती को खराब कर देते हैं। तो फिर चेहरे की खूबसूरती बिगाड़ने वाले इन दागों का क्या किया जाए?
नहीं हटते आसानी से यह दाग
चिकनपॉक्स के दाग आसानी से नहीं हटते। इस कारण ही लोगों को इस बीमारी से ज्यादा इस बीमारी के बाद रह जाने वाले दागों से डर लगता है। ऐसा इसलिए क्योंकि चिकनपॉक्स के दाग अंदर स्किन से जुड़े होते हैं। ऐसे में कई लोग इन दागों को हटाने के लिए दवाईयों का सहारा लेते हैं। लेकिन इन दवाईयों से कई बार नुकसान भी हो जाता है, क्योंकि चिकनपॉक्स के बाद शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के किसी दवा का इस्तेमाल ना करें।
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नीम के पत्ते
अगर दाग बहुत ज्यादा हैं तो नीम के पत्तों का इस्तेमाल करें। सदियों से दादी मां इन दागों को ठीक करने के लिए नीम के पत्तों का इस्तेमाल करने की सलाह देती आई हैं।
नीम के पत्ते हर तरह की बीमारी में फायदेमंद होते हैं। इसे संस्कृत में ‘अरिष्ट’ भी कहा जाता है, जिसका मतलब होता है, ‘श्रेष्ठ, पूर्ण और कभी खराब न होने वाला।’ इसके पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अच्छे बैक्टीरिया दाग, मुंहासे, छाले, खाज-खुजली, एक्जिमा वगैरह को दूर करने में मदद करते हैं। इसका अर्क मधुमेह और कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों को ठीक करता है। इसलिए तो भारत से बाहर नीम के पत्तों को 34 देशों में निर्यात किया जाता है। अपने इन्हीं गुणों के कारण नीम के पत्तों का इस्तेमाल चिकनपॉक्स की बीमारी और उससे होने वाले दागों को ठीक करने के लिए किया जाता है।
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इस तरह से करें नीम के पत्तों का इस्तेमाल
चिकनपॉक्स के दाग को ठीक करने के लिए नीम के पत्तों का फेस मास्क और गोली की तरह इस्तेमाल करें। फेस मास्क चेहरे पर लगाने के लिए और गोली लगाने के लिए।
इस तरह से बनाएं फेस मास्क
- नीम के पत्तों को पानी में भिगाएं।
- फिर इसे पीस कर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर सुबह-शाम रोज लगाएं।
नीम की गोली भी खाएं
अगर इन दाग को जल्द से जल्द हटाना है तो फेस मास्क के साथ नीम की गोलियां भी खाएं। नीम को गोलियां बनाने के लिए सबसे पहले नीम के पत्तों को धूप में सुखा लें। फिर इसे पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर में तीन-चार बूंद नीम का तेल डालकर गीला करें और फिर गोलियां बना लें। अब रोज सुबह-शाम एक-एक गोलियां खाएं।
रोज सुबह-शाम फेस मास्क का इस्तेमाल करने और गोलियां खाने से दस दिन में ही फर्क नजर आने लगेगा। तो फिर देर किसा बात की है... नीम की पत्तियों का इस तरह से करें इस्तेमाल और चेहरे व हाथ-पैरों के दागों को करें दूर।
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