should we gift or donate religious books to someone

गिफ्ट या दान में किसी को धार्मिक पुस्तक देनी चाहिए या नहीं? जानें शास्त्रों में क्या लिखा है

दान करने से न केवल दान देने वाले को मानसिक शांति और संतुष्टि मिलती है बल्कि यह ग्रह दोषों को शांत करने और भाग्य को मजबूत करने का भी एक प्रभावी तरीका माना जाता है। 
Editorial
Updated:- 2025-08-27, 18:13 IST

हिंदू धर्म में दान को बहुत विशेष स्थान दिया गया है. इसे केवल पैसा या वस्तु देना नहीं, बल्कि एक पवित्र कर्म माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, दान करने से व्यक्ति के पाप कम होते हैं, पुण्य बढ़ता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति में मदद मिलती है। यह निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करने का एक तरीका है जिससे समाज में समृद्धि और संतुलन बना रहता है। दान करने से न केवल दान देने वाले को मानसिक शांति और संतुष्टि मिलती है बल्कि यह ग्रह दोषों को शांत करने और भाग्य को मजबूत करने का भी एक प्रभावी तरीका माना जाता है। यही कारण है कि तीज-त्योहारों और विशेष अवसरों पर दान का बहुत महत्व होता है। हालांकि, दान से जुड़े नियम भी हैं जिनका पालन करना चाहिए। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि किसी को धार्मिक पुस्तक दान या गिफ्ट करना सही है या नहीं।

गिफ्ट या दान में किसी को धार्मिक पुस्तक देना सही है या गलत?

हिंदू धर्म में किसी को धार्मिक पुस्तक भेंट करना या दान में देना एक बहुत ही शुभ और पुण्य का काम माना जाता है। इसे ज्ञान का दान कहा गया है और ज्ञान का दान सभी दानों में श्रेष्ठ माना जाता है।

kya kisi ko dharmik kitab gift ya daan mein dena sahi hai

जब आप किसी को धार्मिक पुस्तक देते हैं तो आप उसे केवल एक भौतिक वस्तु नहीं दे रहे होते बल्कि आप ज्ञान, संस्कार और सद्भावना का प्रसार कर रहे होते हैं। यह एक ऐसा दान है जिसका फल कई गुना होकर लौटता है क्योंकि यह ज्ञान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता रहता है।

यह भी पढ़ें: शनिवार के दिन भूलकर भी न करें इन चीजों का दान, हो सकता है बड़ा नुकसान

धार्मिक पुस्तकें जैसे भगवद् गीता, रामायण, हनुमान चालीसा या कोई भी वेद, पुराण आदि ग्रंथ दान करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिलते हैं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है, जो जीवन में सुख-समृद्धि और शांति लाती है।

ज्योतिषीय दृष्टि से भी धार्मिक पुस्तकों का दान करना शुभ माना जाता है खासकर जब आपकी कुंडली में राहु, केतु या शनि जैसे ग्रहों का अशुभ प्रभाव हो तो इनके नकारात्मक प्रभाव को कम करने में यह दान सहायक होता है। जैसे रविवार को हरिवंश पुराण का दान सूर्य ग्रह को मजबूत करता है और शनिवार को शनि चालीसा का दान शनि की दशा को सुधारता है।

kya kisi ko dharmik kitab gift karni chahiye

हालांकि, धार्मिक पुस्तक दान करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुस्तक सही व्यक्ति को दी जाए। उसे ऐसे व्यक्ति को उपहार या दान में देना चाहिए जो सात्विक, धार्मिक और ज्ञान की कद्र करने वाला हो।

यह भी पढ़ें: Hindu Belief: गुरुवार के दिन केले का दान क्यों करना चाहिए? जानें लाभ और महत्व

अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को धार्मिक पुस्तक देते हैं जो उसका अपमान कर सकता है, उसे फेंक सकता है या उसे महत्व नहीं देगा तो इसका पुण्य फल नहीं मिलता, बल्कि कई बार इसे अशुभ भी माना जाता है। इसलिए हमेशा ऐसे लोगों को धार्मिक पुस्तकें दें जो उन्हें सम्मान से पढ़ेंगे और उनसे ज्ञान प्राप्त करेंगे।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
क्या दान में पैसे देने चाहिए?  
पैसे हमेशा सही पात्र देखकर ही दान करने चाहिए ताकि दिए हुए धन का दुरुपयोग न हो। 
कब दान नहीं करना चाहिए? 
दान तब नहीं करना चाहिए जब दान की जाने वाली वास्तु आपकी खुद की न होकर किसी और की हो। 
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

;