Sawan Hariyali teej  date shubh muhurat significance

6 या 7 अगस्त कब है हरियाली तीज? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Hariyali Teej Shubh Muhurat 2024: हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। इससे व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि हो सकती है। 
Editorial
Updated:- 2024-08-02, 17:09 IST

हिंदू धर्म में हरियाली तीज पर्व का विशेष महत्व है। वहीं हरियाली तीज, जिसे सावन तीज या कुमार पक्ष की तीज के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह का प्रतीक है। यह त्योहार हर साल सावन महीने के दौरान शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और विधिवत रूप से पूजा-पाठ करती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सुहागिन महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

हरियाली तीज का त्योहार पूरे भारत में बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार प्रेम, विवाह और पर्यावरण के प्रति भक्ति का प्रतीक है। अब ऐसे में इस साल हरियाली तीज कब है। हरियाली तीज के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और इस दिन व्रत रखने का महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं। 

हरियाली तीज कब है? 

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हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 06 अगस्त को रात्रि 07 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 7 अगस्त को रात्रि 10 बजे होगा। पंचांग के हिसाब से हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। ऐसे में व्रती इस दिन विधिवत रूप से पूजा-पाठ करें और नियमों का पालन अवश्य करें। 

हरियाली तीज पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है? 

हरियाली तीज की पूजा सुबह 06 बजे से लेकर 09 बजे के बीच कर सकते हैं। इसके बाद सुबह 0 बजकर 30 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजे तक इसकी पूजा की जा सकती है। वहीं शाम के समय पूजा 04 बजकर 30 मिनट से लेकर 06 बजे के बीच होगी। पंचांग के अनुसार, यह समय पूजा करने के लिए उत्तम है। 

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हरियाली तीज व्रत का महत्व क्या है? 

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सावन माह में ही भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए माता पार्वती ने तपस्या की थी और निर्जला व्रत किया था। इसके पश्चात शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन ही मां पार्वती के कठोर तप और निर्जला व्रत से प्रसन्न होकर भगवान शिव उनके सामने साक्षात प्रकट हुए थे और उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार किया था। तभी से इस सावन माह में ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति हरियाली तीज के दिन व्रत रखता है और पूजा-पाठ करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। 

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Image Credit- HerZindagi

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