(Basant panchami 2024 almond garland remedies for marriage) बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन ऐसी मान्यता है कि मां सरस्वती प्राकट्य हुईं थीं। इसलिए इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन पुस्तक की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति के विवाह में किसी भी प्रकार की कोई बाधा उत्पन्न हो रही है, तो बसंत पंचमी के दिन कुछ ऐसे उपाय हैं, जिसे करने से लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप विवाह संबंधित उपाय कर रहे हैं, तो सबसे पहले बादाम की जरूरत पड़ेगी। इसके साथ ही मां सरस्वती उच्च आसन पर बैठी प्रतिमा की भी आवश्यकता होगी। बता दें, प्रतिमा ऐसी होनी चाहिए जिनके पांव जमीन पर न स्पर्श कर रहें हो।
बादाम की माला से करें ये उपाय (almond garland remedies)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपके विवाह में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी आ रही है। साथ ही कुंडली में नाड़ी दोष है, तो सरस्वती पूजा के दिन बादाम की माला बनाकर मां सरस्वती को सच्चे मन से अर्पित करें। इससे सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो सकती है।
108 बादाम के दाने का बनाएं माला (Make a garland of 108 almond seeds)
बादाम के 108 दाने लें और उसका माला बनाएं। इसके बाद मां सरस्वती को सच्चे मन से माला अर्पित करें। इससे आगर आपके विवाह में किसी भी प्रकार की कोई बाधा आ रही होगी, तो इससे छुटकारा मिल सकता है।
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इस तरह अर्पित न करें माला (Do not offer garland like this)
अगर आप मां सरस्वती को माला अर्पित कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि सूर्यास्त (सूर्यास्त उपाय) से पहले चढ़ाएं और मां सरस्वती की खड़ी प्रतिमा पर बादाम की माला न अर्पित करें। साथ ही मां सरस्वती (मां सरस्वती मंत्र) की फोटो पर भी बादाम की माला न चढ़ाएं। इससे शुभ नहीं माना जाता है।
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माला अर्पित करने के दौरान इस मंत्र का करें जाप (Chant this mantra while offering garland)
अगर आप मां सरस्वती की पूजा कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि माला अर्पित करने के दौरान इस मंत्र का जाप अवश्य करें। उसके बाद ही मां सरस्वती की प्रतिमा पर अर्पित करें।
- ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी। मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।।
- ॐ ऐं वाग्देव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि
- शारदायै नमस्तुभ्यं मम ह्रदय प्रवेशिनी, परीक्षायां सम उत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा।
- सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने । विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते ॥
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Image Credit- herzindagi, amazon
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