Shree Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics

Hanuman ji ki Aarti | श्री हनुमान जी की आरती

Hanuman Aarti: पौराणिक मान्यता के अनुसार हनुमान जी की पूजा के बाद उनकी आरती करने का काफी महत्व होता है। इसके बाद ही पूजा पूरी होती है। इस आर्टिकल में जानते हैं कि हिन्दू धर्म में हनुमान जी की पूजा के बाद आरती का क्या महत्व होता है।
Editorial
Updated:- 2025-06-23, 18:45 IST

Mangalwar Hanuman Aarti In Hindi: हिन्दू धर्म  हनुमान जी की पूजा का महत्व काफी होता है, क्योंकि उन्हें शक्ति, भक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि उनकी चालीसा या आरती करने से सारा भय दूर हो जाता है। नकारात्मक ऊर्जा दूर आपके आसपास नहीं होती है। साथ ही, जीवन में साहस व आत्मविश्वास बढ़ता है।

ऐसा कहा जाता है कि अगर आपको किसी नकारात्मक ऊर्जा का आभास होता है, तो इसके लिए हनुमान जी की आरती जरूर करनी चाहिए। इससे आपके मन को शांति मिलती है। साथ ही, भय का आभास भी दूर हो जाता है। साथ ही, आरती करने से आपको हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। इसलिए पूजा के बाद आरती का महत्व और ज्यादा बड़ जाता है।  ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं हनुमान जी की आरती और उससे मिलने वाले लाभों के बारे में।

हनुमान जी की आरती (Hanuman ji ki Aarti)

hanuman ji ki aarti ki vidhi

आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥

जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥

अंजनि पुत्र महा बलदाई।
संतन के प्रभु सदा सहाई॥

दे बीरा रघुनाथ पठाए।
लंका जारि सिया सुधि लाए॥

लंका सो कोट समुद्र सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई॥

लंका जारि असुर संहारे।
सियाराम जी के काज संवारे॥

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लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि संजीवन प्राण उबारे॥

पैठि पताल तोरि जमकारे।
अहिरावण की भुजा उखाड़े॥

बाएं भुजा असुर दल मारे।
दाहिने भुजा संत जन तारे॥

सुर नर मुनि जन आरती उतारें।
जय जय जय हनुमान उचारें॥

कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई॥

जो हनुमान जी की आरती गावे।
बसि बैकुंठ परम पद पावे॥

लंक विध्वंस कियो रघुराई।
तुलसीदास स्वामी कीरति गाई॥

आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥

हनुमान जी की आरती के लाभ

hanuman ji ki aarti ka mahatva

बुरी शक्तियों से रक्षा: इस आरती को गाने से बुरी आत्माओं, नकारात्मक ऊर्जा और जादू-टोने से बचाव होता है। हनुमान जी अपने भक्तों की हर प्रकार की बुरी शक्तियों से रक्षा करते हैं।

साहस और शक्ति की प्राप्ति: हनुमान जी शक्ति और पराक्रम के देवता हैं। उनकी आरती गाने से भक्तों को साहस और बल मिलता है, जिससे वे जीवन की मुश्किलों का सामना आसानी से कर पाते हैं।

रोगों और कष्टों से मुक्ति: ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की आरती नियमित रूप से गाने से सभी प्रकार के रोग और शारीरिक कष्ट दूर हो जाते हैं। यह आरोग्य और स्वस्थ जीवन प्रदान करती है।

भय से मुक्ति: हनुमान जी को भय हरने वाला भी कहा जाता है। उनकी आरती गाने से मन से हर प्रकार का डर निकल जाता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।

संकटों का निवारण: हनुमान जी को "संकट मोचन" भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है संकटों को हरने वाला। उनकी आरती गाने से जीवन में आने वाले सभी प्रकार के संकट और परेशानियां दूर हो जाती हैं।

मन की शांति और स्थिरता: इस आरती को गाने से मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है।

भगवान राम की कृपा: हनुमान जी भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हैं। उनकी आरती गाने से भगवान राम भी प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

सकारात्मक ऊर्जा का संचार: हनुमान जी की आरती गाने से घर और आसपास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे सुख और समृद्धि बढ़ती है।

मोक्ष की प्राप्ति: जो भक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ हनुमान जी की आरती गाते हैं, उन्हें अंततः मोक्ष की प्राप्ति होती है और वे परमधाम में स्थान पाते हैं।

मनोकामनाओं की पूर्ति: ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की आरती गाने से भक्तों की सभी सच्ची मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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FAQ
हनुमान जी के लिए कौन से दिन शुभ होते हैं?
हनुमान जी के लिए मंगलवार और शनिवार दोनों दिन शुभ माने जाते हैं।
हनुमान जी की आरती के बाद क्या करना चाहिए?
हनुमान जी की आरती के बाद अपने पूरे शरीर पर हाथ फेरना चाहिए। इससे ऊर्जा आपके अंदर रहती है।
हनुमान किसके भक्त थे?
हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त थे।
हनुमान जी की आरती किस समय करनी चाहिए?
हनुमान जी की आरती सुबह-शाम दोनों समय की जा सकती है।
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