टॉयलेट सीट पर बैठते ही सारा मल जाएगा निकल, करें ये 5 काम

क्‍या आप भी कब्‍ज और ब्‍लोटिंग की समस्‍या से परेशान है और घंटों टॉयलेट सीट पर बैठी रहती हैं? डॉक्‍टर चैताली राठौड़ के ये 5 आयुर्वेदिक उपाय राहत दे सकते हैं।
what to do if your poop is stuck and not coming out

आजकल खान-पान में गड़बड़ी, लंबे समय तक बैठकर काम करने और एक्‍सरसाइज की कमी के कारण कब्‍ज और ब्‍लोटिंग की समस्‍या काफी आम हो गई है। इससे ज्‍यादातर महिलाएं परेशान रहती हैं। कई तो कब्‍ज के चलते घंटों टॉयलेट सीट पर बैठी रहती हैं, लेकिन पेट साफ नहीं होता है। अगर आपको भी ऐसा ही महसूस होता है, तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्‍योंकि आप इन लक्षणों को घर पर ही कुछ आसान आयुर्वेदिक तरीकों से कम कर सकती हैं। ये उपाय न सिर्फ तुरंत राहत देंगे, बल्कि समस्या की जड़ पर काम करके आपको परमानेंट समाधान भी दिला सकते हैं। कब्‍ज और ब्‍लोटिंग को दूर करने वाले 5 ऐसे उपायों की जानकारी BAMS डॉक्‍टर चैताली राठौड़ ने सोशल मीडिया से शेयर की है।

कब्‍ज के लिए मुनक्का

मुनक्के को आयुर्वेद में 'द्राक्षोत्तमाफल' कहा जाता है। यह कब्ज और ब्‍लोटिंग के लिए अद्भुत औषधि है। रात-भर पानी में भीगा मुनक्का सुबह खाने से यह न सिर्फ डाइजेशन को सुधारता है, बल्कि इसके कई अन्य हेल्‍थ बेनिफिट्स भी हैं-

munakka for constipation

  • यह शरीर में बढ़ी हुई पित्त अग्नि को शांत करता है, जिससे डाइजेशन सही रहता है।
  • इसे खाने से त्वचा में ग्‍लो आता है और बालों की सेहत भी अच्‍छी रहती है।
  • यह शरीर को एनर्जी देकर थकान दूर करती है।
  • यह दिल के लिए फायदेमंद होता है।
  • यह ब्‍लड को साफ करता है और शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं।
  • रात में 5-7 मुनक्के को पानी में भिगो दें। इसे सुबह उठकर खाली पेट खाएं और पानी पिएं। इसे सुबह पीना फायदेमंद होता है।

उषापान- सुबह का गुनगुना पानी

  • 'उषापान' का अर्थ है सुबह जल्दी उठकर पानी पीना। सुबह एक गिलास हल्का गर्म पानी पीने से कब्ज और ब्‍लोटिंग की समस्‍या कम होती है।
  • यह बहुत ही आसान और असरदार आयुर्वेदिक उपाय है। गुनगुना पानी आंतों को गति देता है, जिससे मल त्याग में आसानी होती है।
  • यह शरीर में जमा रात-भर का टॉक्सिंस बाहर निकालता है और डाइजेस्टिव सिस्‍टम को एक्टिव करता है।

हर्बल टी- घर की जड़ी-बूटियों का जादुई मिश्रण

यह जादुई हर्बल टी आपकी रसोई में मौजूद आम जड़ी-बूटियों से बनती है और डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं के लिए दवा का काम करती है।

herbal tea for constipation

  • एक बर्तन में एक से डेढ़ गिलास पानी लें और धनिये के बीज, सौंफ के बीज, ताजा अदरक (कद्दूकस किया हुआ या छोटे टुकड़े), मेथीदाना और पुदीने के पत्ते की लगभग 1-1 छोटा चम्मच डाल दें। इसे 5-7 मिनट तक उबालें। फिर छान लें और गरमागरम पिएं। यह गैस और सूजन को कम करती है और कब्‍ज की समस्‍या को दूर कर सकती है।

अंजीर- फाइबर का खजाना

  • अंजीर फाइबर से भरपूर होती है, जो कब्‍ज से राहत दिलाती है। फाइबर मल को सॉफ्ट करता है और आंतों से निकलने के प्रोसेस को आसान बनाता है।
  • आप ताजी पकी हुई अंजीर सीधे फल के रूप में खा सकती हैं या 2-3 सूखी अंजीर को 6-7 घंटे या रात-भर पानी में भिगो दें। सुबह या दिन में कभी भी भीगी अंजीर को पानी सहित खाएं।

गाय का घी - भोजन को हल्का और सुपाच्य बनाने का सीक्रेट

गाय का घी आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ हल्का और अधिक सुपाच्य भी बनाता है।

ghee for constipation and bloating

  • आयुर्वेद में इसे 'ओजस' और 'शुक्र धातु' बढ़ाने वाला माना गया है।
  • गाय का घी आंतों को लुब्रिकेशन देता है, जिससे मल त्याग में आसानी होती है। यह वात दोष को शांत करता है, जो कब्ज और ब्‍लोटिंग का कारण है। यह पोषक तत्वों के अवशोषण में भी सुधार करता है।
  • अपने हर भोजन (दाल, सब्जी, रोटी या चावल) में 1 छोटा चम्मच गाय का घी मिलाएं। यह आपके डाइजेशन को अच्‍छा बनाएगा और पेट की समस्याओं से दूर रखेगा।

इन आयुर्वेदिक उपायों को डेली रूटीन में शामिल करके आप कब्‍ज की समस्‍या को दूर कर सकती हैं। ये उपाय सिर्फ लक्षणों का इलाज नहीं करते हैं, बल्कि समस्या की जड़ तक जाकर उसे ठीक करते हैं।

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock & Freepik

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FAQ

  • मल बाहर नहीं निकल रहा है तो क्या करें?

    मल का बाहर निकालने के लिए आप फाइबर से भरपूर फूड्स खाएं। फाइबर पानी सोखता है और मल को नरम रखता है।