दांतों की देखभाल करना जितना बड़ों के लिए जरूरी होता है उतना ही बच्चों के लिए भी होता है। लेकिन यह सच है कि बड़े तो जानते हैं कि दांत साफ करना कितना जरूरी होता है, लेकिन बच्चों को इस बारे में पता नहीं होता है। जिसके चलते वह या तो कोलगेट को खा जाते हैं या फिर दांत साफ करने से कामचोरी करते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि पेरेंट्स के पास यह देखने का समय ही नहीं होता है कि उनका बच्चा दांत साफ कर भी रहा है या नहीं! इसके अलावा सही तरीका न पता होने के अभाव में भी पेरेंट्स बच्चों तक दांत साफ करने के सही तरीके और फायदे की जानकारी नहीं दे पाते हैं। जिसका नतीजा यह होता है कि बच्चे दांतों से संबंधित रोगों से तो घिरते ही हैं साथ ही उनमें जिंदगीभर दांत साफ न करने की आदत लग जाती है। जबकि अगर पेरेंट्स बच्चों में बचपन से ही दांत साफ करने की आदत डाल दें तो डेंटल हाइजीन मेन्टेन रहती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको बच्चों को डेंटल हाइजीन समझाने के तरीके बता रहे हैं।
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ब्रश करने का सही तरीका बताएं
अगर बच्चों को ब्रश करने का सही तरीका पता हो तो वह अपने दांतों की काफी हद तक देखभाल कर सकते हैं। इसलिए दांत साफ करने के लिए जोर देने से पहले आपको बच्चों को इसका सही तरीका भी बताना चाहिए। बच्चों को बताएं कि अगर वह एक बार सुबह व एक बार रात में अपने दांत साफ करेंगे तो कीड़ा उनके दांत से चॉकलेट नहीं चुराएगा। इस लालच में बच्चे निश्चित तौर पर दिन में 2 बार ब्रश करेंगे। इस तरह धीरे धीरे उनकी यह आदत बन जाएगी।
टूथपेस्ट को थूकना सिखाएं
क्योंकि टूथपेस्ट का टेस्ट मीठा और नमकीन होता है इसलिए बच्चे इसे थूकने के बजाय इसे खा जाते हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि बच्चा लाख समझाने के बाद भी ऐसा नहीं कर रहा है तो उनके लिए फ्लोराइड मुक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। यह खासतौर पर छोटे बच्चों के लिए ही बनाया जाता है।
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मीठा खाने के बाद ब्रश कराएं
बच्चे चॉकलेट के साथ मीठी चीजें खाना भी बहुत पसंद करते हैं। बच्चों को मीठा खिलाने से पहले उनसे यह प्रामिस कर लें कि वह इसके बाद ब्रश जरूर करेंगे। क्योंकि मीठा खाने के बाद अगर सही तरह से कुल्ला न किया जाए या ब्रश न किया तो दांतों में कीड़ा लग जाता है।
खुद भी करें बच्चों के साथ ब्रश
बच्चों में नकल करने की बहुत जबरदस्त आदत होती है, खासकर की अपनी मां की। अगर आप खुद दिन में 2 बार करेंगी, खाने के बाद कुल्ला करेंगी और मीठा खाने के बाद भी पेस्ट करेंगी तो आपका बच्चा भी आपकी नकल करेगा और आपको उसे यह समझाना भी नहीं पड़ेगा।
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