बच्चों की मासूम शरारतों, उनके अनगिनत सवालों से घर गुलजार बना रहता है। रात में देर तक उछलकूद और सुबह देर से उठना, अकसर हर घर का हाल यही रहता है। कई बार बच्चों के देरी से उठने की वजह से महिलाओं की दिनचर्या बिगड़ जाती है। बच्चे खेलकूद में आमतौर पर इस कदर मशगूल हो जाते हैं कि कई बार वे मां की बातों को अनसुना कर देते हैं। इससे परेशान होकर मां कई बार बच्चों पर चिल्लाने लगती हैं या सुबह उन्हें उठाते ही उनके साथ सख्ती से पेश आती हैं या फिर उन्हें देरी से उठने के बाद काम जल्दी-जल्दी करने के लिए प्रेशराइज करती हैं। अगर आप भी अपने बच्चे के साथ इसी तरह की सिचुएशन फेस कर रही हैं और बच्चे को देरी करने पर डांटने के बाद अफसोस महसूस करती हैं तो परेशान ना हों। आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपयोगी टिप्स के बारे में, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को बहुत प्यार से सुबह जल्दी उठने की आदत डाल सकती हैं।
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बच्चे को प्यार से जगाएं
अगर बच्चा सुबह उठने में देरी करता है तो उसे सबसे पहले प्यार से पुकारें और धीरे-धीरे उसे सहलाते हुए उठने के लिए कहें। जरूरी नहीं कि बच्चा इससे उठ ही जाए, लेकिन इससे धीरे-धीरे उसकी नींद टूट जाएगी और वह बहुत परेशान नहीं होगा।
बेड पर रहने के दौरान बच्चे से करें बातें
कई बार बच्चे बहुत जल्दी बिस्तर नहीं छोड़ पाते। सुबह उठने में बच्चों को आलस भी महसूस होता है। ऐसे में आप बच्चे से उनकी मनपसंद चीजों की बातें कर सकती हैं, उनके फेवरेट स्पोर्ट्स या एक्टिविटीज पर चर्चा कर सकती हैं। इससे बच्चा धीरे-धीरे एक्टिव फील करेगा और बिस्तर से उठने के लिए इंस्पायर हो जाएगा।
फेवरेट म्यूजिक से मिलेगी मदद
बच्चों को जिंगल्स और मस्ती भरा म्यूजिक सुनना बहुत पसंद होता है, कई बार जब वे पेरेंट्स की बात नहीं सुनते तो वे म्यूजिक सुनने पर एक्टिव फील करने लगते हैं और उठकर कूद-फांद मचाने लगते हैं। आप बच्चे से पूछ सकती हैं कि उसे कौन सा गाना पसंद है और वही गाना सुबह-सुबह प्ले कर सकती हैं। इससे बच्चे को उठाने में आपको बहुत ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।
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बच्चे के लिए बनाइए उनकी फेवरेट डिश
बच्चों को अगर खाने में उनकी पसंदीदा चीजें मिलती हैं तो वे कहना मानने के लिए इंस्पायर्ड फील करते हैं। आप उनके लिए उनकी फेवरेट डिश या कुकीज बना सकती हैं और इसी के बारे में बताकर उन्हें जल्दी उठने के लिए कह सकती हैं। अपनी फेवरेट डिश या कुकीज खाने के नाम पर बच्चे झटपट तैयार भी हो जाते हैं।
बच्चों की नींद पूरी होना है जरूरी
कई बार बच्चे सुबह इसलिए जल्दी नहीं उठ पाते, क्योंकि वे रात में देरी से सोते हैं और सुबह उठाने जाने पर वे थकावट महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति में आवाज लगाने जाने पर वे चाहकर भी उठ नहीं पाते और फिर डांट पड़ने पर वे डर जाते हैं। बच्चों के लिए ऐसी स्थिति सही नहीं है, क्योंकि इससे उनकी मेंटल और फिजिकल स्ट्रेंथ प्रभावित होती है। कोशिश करें कि बच्चे रात में जल्दी सोएं, इसके लिए आप उन्हें रात में तेल लगाकर या कोई प्यारा सा गीत सुनाकर सुला सकती हैं। इससे बच्चे अगले दिन जल्दी उठ पाने में सक्षम होंगे।
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