सर्दियों में खांसने-छींकने से यूरिन की कुछ बूंदें कपड़ों में निकल जाती हैं? ये 2 योगासन करने से समस्‍या रहेगी हमेशा कंट्रोल

योगासन करने से न सिर्फ मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य ठीक रहता है, बल्कि यह आपकी शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए भी फायदेमंद है। बढ़ती उम्र की महिलाएं पेल्विक फ्लोर की मसल्‍स को मजबूत करने के लिए इस आर्टिकल में बताए योगासनों को रोजाना कर सकती हैं। इन्‍हें रोजाना करने से यूरिन लिकेज की समस्या कंट्रोल में रहती है।  
anjaneyasana and ardha hanumanasana to control urine leakage  in winter

बढ़ती उम्र की महिलाओं को यूरिन लिकेज की समस्‍या सबसे ज्‍यादा परेशान करती है। यह समस्‍या सर्दियों में बहुत ज्‍यादा सताती है। खांसते और छींकने से तो यूरिन लीक होता ही है, लेकिन कई बार रात को सोते समय भी यूरिन निकल जाता है। इसका असर कई बार मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर भी होने लगता है। लेकिन, आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्‍योंकि 2 ऐसे योग आसन हैं, जो आपको रिलैक्‍स करने में मददगार होने के साथ ही पेल्विक फ्लोर मसल्‍स के लिए भी अच्‍छे होते हैं।

जी हां, अंजनेयासन और अर्ध हनुमानासन जैसे योगासन करके आप इस समस्या को कम कर सकती हैं। इनके बारे में हमें फिटनेस एक्‍सपर्ट जूही कपूर बता रही हैं। उनका कहना है, ''अगर आप यूरिन लिकेज, हैमस्ट्रिंग फ्लेक्सिबिलिटी, पीठ के निचले हिस्‍से में दर्द, अनियमित पीरियड्स और अन्य समस्याओं से जूझ रही हैं, तो इन दो योगासनों को रोजाना करें। ये आसन आपके पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करने में मदद करेंगे। साथ ही, अन्य शारीरिक समस्याओं में भी राहत देंगे। इसके अलावा, रोजाना योगासन करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी बढ़ता है।'' आइए इन योगासनों को करने के तरीके और फायदों के बारे में जानें।

यूरिन लिकेज के लिए अंजनेयासन

anjaneyasana

अंजनेयासन एक ऐसा योग आसन है, जो पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत बनाता है। यह आसन आपके पेल्विक फ्लोर के अंगों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे यूरिन लिकेज की समस्या कम होती है। इसे कुछ लोग क्रिसेंट मून पोज़ या लो लंज पोज़ के नाम से भी जानते हैं। यह सूर्य नमस्कार के योगासनों में से एक है। इसे आप आसानी कर सकती हैं।

अंजनेयासन की विधि‍

  • इसे करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
  • कमर और गर्दन को सीधा रखते हुए बाएं पैर को आगे और दाएं पैर को पीछे रखें।
  • फिर बाएं घुटने को मोड़ते हुए आगे की ओर ले जाएं।
  • अब दाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए मैट पर रखें।
  • दाएं पैर के ऊपरी हिस्‍से को मैट पर और तलवे को ऊपर की ओर करें।
  • हाथों को उठाएं और हिप्‍स और थाइज के आगे रखें।
  • सांस लेते हुए बाएं पैर के पंजे पर हल्‍का जोर देना शुरू करें और दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं।
  • धीरे-धीरे मुद्रा से बाहर आएं और दूसरी पैर से मुद्रा को दोहराएं।

अंजनेयासन के अन्‍य फायदे

  • शरीर को स्‍टेच करता है।
  • मसल्‍स को लचीला बनाता है।
  • मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार करता है।
  • पेट और कमर की मसल्‍स को मजबूत बनाता है
  • थकान को दूर करता है।
  • स्‍टैमिना बढ़ाने में मदद करता है।
  • शरीर को फिट और हेल्‍दी रखता है।
  • फेफड़ों की क्षमता में सुधार करता है।
  • पोश्चर में सुधार करता है।
  • साइटिका की समस्या में फायदेमंद होता है।

यूरिन लिकेज के लिएअर्ध हनुमानासन

ardha hanumanasa

अर्ध हनुमानासन भी पेल्विक फ्लोर की मसल्‍स को मजबूत बनाता है, जिससे यूरिन लिकेज की समस्‍या कंट्रोल में रहती है। इसे कुछ लोग हाफ स्प्लिट्स पोज के नाम से भी जानते हैं।

अर्ध हनुमानासन की विधि

  • इसे करने के लिए सबसे पहले व्रजासन में बैठ जाएं।
  • फिर दाएं पैर के आगे की ओर सीधा करें।
  • बाएं पैर के घुटने से शरीर को सहारा दें।
  • हाथों की हथेलियों को जमीन पर रखें।
  • सिर को झुकाते हए दाएं पैर को छूने की कोशिश करें।
  • इस आसन में 5-10 सेकंड तक रहें।
  • फिर धीरे-धीरे वापस आ जाएं।
  • दूसरे पैर से आसन को दोहराएं।

अर्ध हनुमानासन के अन्‍य फायदे

  • पीठ में दर्द से राहत देता है।
  • हिप्‍स और पेल्विस का लचीलापन बढ़ाता है।
  • पेट की मसल्‍स को मजबूत बनाता है।
  • रीढ़ की हड्डीमें मजबूती लाता है।
  • बैलेंस बनाने में मदद करता है।
  • दिमाग को शांत रखता है।
  • डाइजेशन में सुधार करता है।
  • साइटिका से जुड़े लक्षणों को कम करता है।

अंजनेयासन और अर्ध हनुमानासन जैसे आसन पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करने में विशेष रूप से अच्‍छे होते हैं, जो यूरिन लिकेज को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। लेकिन, इन्‍हें ध्यान से और सही तरीके से करना जरूरी है। योगासन को शुरुआत में धीरे करें और समय के साथ तेज करना फायदेमंद रहता है।

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योगासनों के साथ आहार में पोषक तत्‍वों को शामिल करना, शरीर को सही तरीके से हाइड्रेट करना औ हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल को अपनाना बेहद जरूरी होता है। साथ ही, मानसिक स्थिति को बनाए रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि तनाव और चिंता भी यूरिन लिकेज की समस्या को बढ़ा सकते हैं।

योगासन यूरिन लिकेज की समस्या को कम करने का सबसे असरदार और प्राकृतिक उपाय हैं। इसलिए, अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो योग का सहारा लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी।

Image Credit: Shutterstock

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