Travel Tips For Puri Rath Yatra 2024: जगन्नाथ रथ यात्रा में परिवार के साथ होने जा रहे हैं शामिल, तो इन 5 बातों का रखें ध्यान

इस यात्रा में तीन रथ एक साथ चलते हैं। इसमें सबसे आगे बलराम जी का रथ चलता है। इसके बाद उनकी बहन का रथ और सबसे लास्ट में भगवान जगन्नाथ का रथ चलता है। इस रथ यात्रा की शुरुआत 7 जुलाई से हो रही है।

 

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ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर हर साल पुरी शहर में रथ यात्रा का आयोजन करवाता है। जगन्नाथ जी को भगवान विष्णु के अवतार माना जाता है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह यात्रा में मुख्य रूप से तीन देवताओं का पूजा होती है। जिसमें भगवान जगन्नाथ यानी भगवान विष्णु, उनके बड़े भाई बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा।

इस यात्रा में 3 अलग-अलग रथों का भी निर्माण होता है। ये सभी रथ भी एक रूल के हिसाब से चलते हैं।आज के इस आर्टिकल में हम आपको यात्रा में शामिल होने के लिए कुछ टिप्स बताएंगे। अगर आप अपने परिवार के साथ यात्रा में शामिल हो रहे हैं, तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए। रथ यात्रा का यह उत्सव पूरे 10 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है।

इन बातों का रखें ध्यान

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  • अक्सर लोगों को देखा जाता है कि वह जिस दिन यात्रा शुरू होने जा रही होती है, उसी दिन ओडिशा के पुरी में पहुंचते हैं। इससे उन्हें बहुत थकान हो जाती है और यात्रा करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए आप यात्रा शुरू होने से 2 दिन पहले ही वहां पहुंच जाएं।
  • इसके अलावा अगर आप मंदिर के पास ही होटल और धर्मशाला ढूंढ रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि इसके लिए आपको बुकिंग पहले ही करनी होगी। क्योंकि रथ यात्रा के दौरान सभी होटल बुक हो जाते हैं। साथ ही यह महंगे भी हो जाते हैं।
  • अगर आप कम बजट में यात्रा पूरी करना चाहते हैं, तो आपको सस्ते होटल ढूंढने चाहिए। मंदिर से दूर होटल आपको सस्ते में मिलेंगे। आप होटल से मंदिर तक ऑटो से जा सकते हैं।

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  • जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान जरूरी चीजें साथ लेकर चलें। अगर आपके साथ बुजुर्ग हैं और वह भी यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, तो आप थोड़े-थोड़े देर आराम करके यात्रा कर सकते हैं। कोशिश करें कि आप उन्हें यात्रा में लेकर न जाएं। क्योंकि इसमें उन्हें बहुत चलना पड़ सकता है।
  • यात्रा के समय अगर आपके साथ बच्चे हैं, तो आपको खाने की चीजें साथ लेकर चलनी चाहिए। बच्चों के खाने पर भगवान नाराज नहीं होते। कई लोग हैं, जो यात्रा के दौरान कुछ नहीं खाते, जिससे उन्हें कमजोरी फील होना लगती है।
  • बुजुर्गों के लिए दवा, सही कपड़े साथ लेकर चलें। यात्रा के दौरान साथ में छाता और रेनकोट लेकर चलें।
  • यात्रा के दौरान शुद्ध भोजन करें और धार्मिक कपड़े ही पहनें। क्योंकि यात्रा के दौरान अभद्र कपड़े पहनने पर आपको शामिल होने से रोका जा सकता है।

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image credit-freepik

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