Mathura Vrindavan Holi Travel Tips: आज पूरे देश में होलिका दहन का त्योहार मनाया जाएगा और कल यानी 14 मार्च में होली मनाई जाएगी। होली रंग और गुलालों का त्योहार है। होली में सभी लोग एक-दूसरे को गुलाल लगाकर खुशियां बांटते हैं।
देश में किसी शानदार और लोकप्रिय जगह होली सेलिब्रेट करने की बात होती है, तो कई लोग सबसे पहले उत्तर प्रदेश के वृंदावन में ही पहुंचते हैं। कृष्ण नगरी यानी वृंदावन में होली सेलिब्रेट करने के लिए इस कदर प्रसिद्ध है कि यहां विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं।
अगर आप भी होली के मौके पर वृंदावन जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इस आर्टिकल में हम आपको कुछ बेहतरीन और शानदार ट्रैवल ट्रिप बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके ट्रिप को यादगार बना सकते हैं।
वृंदावन जाने-आने का ट्रेन टिकट होना चाहिए
अगर आप वृंदावन ट्रेन के माध्यम से जा रहे हैं, तो आपके पास जाने के साथ-साथ वापस घर आने का भी टिकट होना चाहिए। अगर आप ट्रेन से जा रहे हैं और टिकट नहीं है, तो फिर आपको ट्रेन से सफर नहीं करना करना चाहिए। होली के मौके पर मथुरा जाने वाली लगभग हर ट्रेन बहुत ही भीड़ होती है।
अगर आपके पास ट्रेन टिकट नहीं है, तो आप अपनी पर्सनल गाड़ी से जा सकते हैं। खासकर, दिल्ली, दिल्ली-एनसीआर, मथुरा आदि आसपास वाले शहर के लोग अपनी गाड़ी से भी जा सकते हैं। आप पानी गाड़ी को होटल या पार्किंग कैम्पस में पार्क भी कर सकते हैं।
- नोट: वृंदावन के सबसे पास में मथुरा रेलवे स्टेशन है, जो करीब 12 किमी दूर है।
कृष्ण जन्मभूमि की जगह वृंदावन पहुंचें
अगर आप होली सेलिब्रेट करने के लिए मथुरा जा रहे हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि सबसे शानदार होली-कृष्ण जन्मभूमि, गोकुल या वृंदावन में मनाई जाती है। अगर आपको नहीं मालूम है, तो बता दें कि वृंदावन में सबसे शानदार होली मनाई जाती है।
आप होली वाले दिन जन्मभूमि और गोकुल न जाकर वृंदावन जा सकते हैं। वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर के आसपास में होली की रौनक खूब दिखाई देती है। मंदिर परिसर में हजारों लोग होली सेलिब्रेट करने पहुंचते हैं।
एडवांस में होटल बुक कर लें
होली के मौके पर कृष्ण जन्मभूमि से लेकर गोकुल और वृंदावन तक मौजूद लगभग सभी होटल, आश्रम और धर्मशाला फूल हो जाते हैं। इसलिए अगर आप एडवांस में होटल बुक कर लेते हैं, तो वृंदावन में पहुंचने के बाद आपको भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अगर आपको वृंदावन में होटल नहीं मिल रहे हैं, तो आप मथुरा रेलवे स्टेशन या फिर कृष्ण जन्मभूमि के आसपास ट्राई कर सकते हैं, क्योंकि वृंदावन की अपेक्षा इन जगहों पर कम भीड़ होती है।
भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें
होली के शुभ मौके पर वृंदावन की कई जगहों पर इस कदर भीड़ होती है कि कई बार भगदड़ होने की संभवाना होती है। इसलिए आपको ऐसी जगहों पर जाने से बचना चाहिए, जहां भगदड़ होने की संभवाना हो।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक बार जब लेखक होली के मौके पर बांके बिहारी मंदिर पहुंचा था, तब मंदिर के आसपास इस कदर भीड़ मौजूद थी कि देखकर दंग रह गया था। खासकर, बांके बिहारी की गलियों में भूलकर भी न पहुंचें।
इन टिप्स का भी ध्यान रखें
- होली के रंगों से स्किन को सुरक्षित रखने के लिए स्किन क्रीम लगाना न भूलें।
- रंगों की वजह से आंख खराब न हो, इसके लिए चश्मा पहनना न भूलें।
- वृंदावन ग्रुप में ट्रैवल कर सकते हैं। अकेले देर रात होली मानना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
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Image@freepik
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