Amarnath Yatra Travel Tips: हिन्दू धर्म मानने वाले लोगों के लिए अमरनाथ एक बेहद ही पवित्र स्थल है। हर साल अमरनाथ की यात्रा लाखों भक्त शामिल होते हैं और भगवान अमरनाथ जी का दर्शन करते हैं।
कहा जाता रहा है कि इस साल 29 जून से भगवान अमरनाथ जी का कपाट खुलेगा और 19 अगस्त तक भक्त दर्शन कर सकेंगे। मंदिर का कपाट खुलते ही भक्तों की भीड़ लग जाती हैं। यहां देश के हर कोने से भक्त पहुंचते हैं।
यह हम सभी को मालूम है कि अमरनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए दुर्गम पहाड़ों से होकर गुगरना पड़ता है। यहां पहुंचने के लिए रास्ते इतने कठिन होते हैं कि हर समय किसी न किसी चीज को लेकर डर बना रहता है।
अगर आप भी पहली बार अमरनाथ यात्रा में शामिल होने जा रहे हैं, तो फिर इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ट्रैवल टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप यात्रा को सुरक्षित और यादगार बना सकते हैं।
अमरनाथ यात्रा का प्लान बनाना और यात्रा पर निकले में बहुत बड़ा फर्क होता है। ऐसा नहीं कि, सुबह में उठकर अमरनाथ यात्रा के लिए निकल गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भगवान अमरनाथ जी का दर्शन करना इतना भी आसान नहीं कि एक दिन सब कुछ प्लान कर लिए और निकल गए।
अमरनाथ मंदिर का दर्शन करने के लिए करीब 40 किमी लंबी ट्रेकिंग करनी पड़ती है और ट्रेकिंग में करीब 2-3 दिन भी लग जाते हैं। ट्रेकिंग के दौरान समतल, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, खतरनाक चट्टनों, जंगलो और झील-झरनों के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। इसलिए अमरनाथ ट्रेकिंग करना काफी मुश्किल भरा काम होता है। इसलिए यात्रा पर निकलने से पहले कुछ को तैयार करना बहुत जरूरी होता है।
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अमरनाथ यात्रा कोई आम यात्रा नहीं है। इस यात्रा पर निकलना इतना भी आसान नहीं है, जितना कई लोग सोचते हैं। यात्रा से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है, तभी आप इस यात्रा पा जा सकते हैं।
जी हां, यात्रा से एक महीना पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद अमरनाथ यात्रा ट्रस्ट की तरफ से श्रद्धालुओं को यात्रा परमिट जारी किया जाता है, तभी यात्री पर जा सकते हैं। इसके लिए आप https://jksasb.nic.in/ वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। (अमरनाथ यात्रा से जुड़े रोचक तथ्य)
शायद आपको मालूम हो, अगर नहीं मालूम है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमरनाथ मंदिर समुद्र तल से करीब 13 हजार से भी अधिक फीट की ऊंचाई पर मौजूद है।
हिमालय की गोद में मौजूद होने के चलते यहां का मौसम चंद मिनटों में अपना रूप बदल लेता है। कभी मूसलाधार बारिश होती है, तो कभी तेज धूप निकल जाता है। मूसलाधार बारिश में लैंडस्लाइड या चट्टान टूटकर गिरने का बहुत डर रहता है। लैंडस्लाइड या चट्टान टूटकर गिरने की वजह से कई बार जान-माल का नुकसान होने की खबर आती रहती है।
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इस साल अमरनाथ मंदिर का कपाट 29 जून 2024 को खुल रहा है, ऐसे में जून और जुलाई के महीने में देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी रहती है, लेकिन अमरनाथ ट्रेकिंग में के दौरान ठंड पड़ती है।
जी हां, हिमालय की गोद में मौजूद होने के चलते मंदिर के आसपास का तापमान बिल्कुल कम रहता है। ऐसे में अगर आप यात्रा के लिए निकल रहे हैं, तो फिर आपको अपने साथ गर्म कपड़ा जरूर पैक करना चाहिए। (5 शिव की गुफाएं)
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