अबॉर्शन को लेकर कॉमेडियन का ये मज़ाक जानकर आपको भी शर्म आ जाएगी

गर्भपात या अबॉर्शन को लेकर कोई भी ऑफेंसिव जोक करना क्या कॉमेडी के अंदर आता है? समय रैना का एक ट्वीट महिलाओं के खिलाफ क्यों लग रहा है? 

samay raina offensive joke on women

मज़ाक की क्या लिमिट होती है? क्या आप मज़ाक करने की कोई हद समझ सकते हैं? अधिकतर लोगों को लगता है कि महिलाओं पर किसी भी तरह का जोक करने में कोई बड़ी बात नहीं होती है। मज़ाक करना बहुत अच्छा होता है और जिंदगी में थोड़ा ना थोड़ा मज़ाक होते रहना चाहिए, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप कुछ भी करते रहें। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां पर कॉमेडियन समय रैना ने अबॉर्शन के मामले को कुछ अजीब तरह से सिर्फ एक सोशल मीडिया ट्वीट से कम्पेयर किया है।

डार्क कॉमेडी के नाम पर उन्होंने एक फीटस को ट्वीट डिलीट करने जितना ही बता दिया है। इस बारे में कुछ और भी कहने से पहले हम आपको बता देते हैं कि उन्होंने इसके बारे में कहा क्या?

समय रैना ने एक ट्वीट से की अबॉर्शन की तुलना

समय रैना ने 5 जुलाई की सुबह एक बहुत ही बचकाना सा सोशल मीडिया ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'परसों मैं आधा घंटा सोचके मेरी गर्लफ्रेंड पे एक फनी ट्वीट लिखा था, उसको पसंद नहीं आया तो उसने डिलीट करवा दिया, कल को जब मैं अबॉर्शन करवाने बोलूं तब मत बोलना कि 'माई बॉडी माई चॉइस'', इसके थोड़ी देर बाद उन्होंने दोबारा ट्वीट कर कहा, 'रिलैक्स, ये एक मज़ाक था, उसने मुझसे ट्वीट डिलीट नहीं करवाया।'

samay raina tweets on abortion

क्या ये वाकई ऐसा टॉपिक था जहां इस तरह का घटिया मज़ाक किया जाना चाहिए था? यकीनन समय रैना शायद ये नहीं समझ पाए कि सोशल मीडिया ट्वीट और एक अजन्मे बच्चे में बहुत अंतर होता है और एक सोशल मीडिया अकाउंट और महिला के शरीर में भी बहुत अंतर होता है।

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दोबारा सफाई देने के लिए भी लिखा आपत्तीजनक पोस्ट

एक बार जब ये जोक उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया तो उसके बारे में सफाई भी उन्होंने कुछ इस अंदाज़ में दी, 'मैंने एक साधारण जोक किया था कहते हुए कि, 'मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझसे एक फनी ट्वीट डिलीट करने को कहा तो मुझे उसके फीटस को डिलीट करने का अधिकार होगा,' यकीनन ये एक आइरॉनिक जोक था। उसे ये जोक पसंद नहीं आया और मुझे इसे तुरंत डिलीट करना पड़ा और अब ये जोक मेरी एक्स गर्लफ्रेंड से शुरू होता है।'

ये वो समय है जब भारत से लेकर अमेरिका तक में अबॉर्शन के अलग-अलग कानून को लेकर बातें चल रही हैं और महिलाओं की जिंदगी और उनके शरीर से जुड़े फैसले कोई और ले रहा है तब इस तरह का वाहियात मज़ाक ना सिर्फ महिलाओं के लिए ऑफेंसिव है बल्कि एक फीटस को एक ट्वीट से कम्पेयर करना अजन्मे बच्चे के लिए भी खराब है।

abortion law and tweets

सोशल मीडिया पर मिल रहे हैं ऐसे रिएक्शन

सोशल मीडिया पर भी समय रैना को इस तरह के रिएक्शन्स मिल रहे हैं और उन्हें लोग अबॉर्शन पर जोक करने को लेकर ट्रोल भी कर रहे हैं। कुछ यूजर्स की ट्वीट इस प्रकार थीं-

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ट्रोल होने के बाद शेयर किया वीडियो

समय रैना ने ट्रोल होने के बाद इंस्टाग्राम स्टोरीज पर कई वीडियोज शेयर किए जिसमें भी उन्होंने अबॉर्शन के बारे में ही बात की और कहा कि, 'आपके कारण मेरे फॉलोवर्स बढ़ रहे हैं', इसके बाद उनके बारे में निगेटिव स्टोरीज को लेकर भी उन्होंने कहा, 'जर्नलिस्ट कुछ तो लिखेंगे, अगर कोई स्टोरी नहीं करेंगे तो वो गरीब हो जाएंगे और फिर अबॉर्शन ही करवाना पड़ेगा।'

इस तरह की ट्वीट्स और मीम्स के बाद भी वो अपनी डार्क कॉमेडी को सही ठहरा रहे हैं और उनका मानना है कि इसमें ऑफेंड होने वाली कोई बात ही नहीं है। पर क्या वाकई ऐसा है? समय रैना ने जिस तरह से ट्वीट्स के साथ मज़ाक को डार्क ह्यूमर का नाम दिया है वो सरासर गलत है।

जब भी महिलाएं किसी आंदोलन का हिस्सा बनी हैं उन्हें लेकर हमेशा ही इस तरह के जोक्स सामने आए हैं। क्या वाकई इतना आसान होता है कि आप डार्क कॉमेडी के नाम पर कुछ भी बोल दें। ये सच है कि आजकल ऑफेंड होने के किस्से थोड़े ज्यादा हो गए हैं, लेकिन क्या वाकई इस बात पर ऑफेंड होना सही नहीं है? समय रैना के इस ऑफेंसिव जोक के बारे में आपका क्या कहना है ये हमें कमेंट करके जरूर बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

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