भारत में नदियों को केवल जल स्रोत ही नहीं, बल्कि पूजनीय और सभ्यताओं की जननी भी माना गया है। गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र के धार्मिक महत्व हम सभी वाकिफ हैं। लेकिन, बढ़ते औद्योगीकरण, शहरीकरण और कचरे की वजह से जीवन देने वाली नदियां गंदे नाले में बदलती जा रही हैं। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारे देश में यमुना नदी है।
यमुना नदी की झाग वाली तस्वीरें और वीडियो अक्सर ही न्यूज चैनल से लेकर सोशल मीडिया पर देखने को मिल जाती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं केवल यमुना ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया में कई ऐसी प्रमुख नदियां हैं जो औद्योगीकरण और प्रदूषण की मार झेल रही हैं? अगर नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम भारत के साथ दुनिया की ऐसी नदियों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं, जो यमुना की तरह ही दूषित हैं।
भारत और दुनिया की सबसे प्रदूषित नदियां
बूढ़ी गंगा
बांग्लादेश में बहने वाली नदी बूढ़ी गंगा भी दुनिया की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक है। बूढ़ी गंगा में केमिकल वेस्ट, ह्यूमन वेस्ट, प्लास्टिक वेस्ट, कूड़ा-कचरा और मरे जानवर के शव सभी नदी में सीधे आकर मिलते हैं। जिसकी वजह से बूढ़ी गंगा, नदी से नाले में बदलती जा रही है।
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कुयाहोगा
अमेरिका जैसे विकसित देश की नदी भी सबसे प्रदूषित जल स्रोतों में से एक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1950 में इस नदी में आग लग गई थी। यह बात सुनकर आप भी चौंक गए होंगे कि आखिर एक नदी में आग कैसे लग सकती है। लेकिन, हुआ ऐसा था कि इंडस्ट्रीज से निकलने वाला केमिकल वेस्ट इस नदी में छोड़ा जाता था। जिसकी वजह से प्रदूषण बढ़ गया और आग लग गई थी। हालांकि, इसके बाद नदी को साफ करने के लिए अभियान चलाया गया था।
गंगा नदी
गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है। हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि गंगा नदी में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं। जिसका उदाहरण हम कुंभ और महाकुंभ जैसे उत्सवों में देखते हैं। लेकिन, दुनिया की सबसे प्रदूषित नदियों में गंगा नदी का नाम भी शामिल है। हालांकि, गंगा को साफ करने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से नमामि गंगा नाम से अभियान चलाया जा रहा है।
सीटारम
इंडोनेशिया की नदी सीटारम भी सबसे प्रदूषित नदियों में शामिल है। इस नदी में भी इंडस्ट्री वेस्ट और कूड़ा-कचरा जाकर सीधा मिलता है, जिसका असर सबसे ज्यादा सीटारम के आस-पास बसे लोगों पर पड़ा है।
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पीली नदी
चीन के लान्झू में बहने वाली पीली नदी का रंग प्रदूषण की वजह से लाल हो गया है। जिसकी वजह से यह दुनिया की सबसे प्रदूषित नदियों में शामिल हो गई है। रिपोर्ट्स की मानें तो, सीवेज वेस्ट की वजह से नदी का रंग बदला और वह दूषित हुई।
विकास और औद्योगीकरण का असर चीन की अन्य नदियों पर भी पड़ा है। जिसमें यांग्त्जे भी शामिल है। यह दुनिया की सबसे लंबी बहने वाली प्रदूषित नदियों में से एक है।
जॉर्डन
यह नदी तीन देशों से गुजरती है, जिसमें जॉर्डन, इजरायल और फिलिस्तीन शामिल हैं। भारत में जिस तरह से गंगा नदी का महत्व है उसी तरह से जॉर्डन में इस नदी को अहम माना गया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ईसा मसीह का बपतिस्मा यहीं हुआ था। जिसकी वजह से ईसाई, यहूदी और इस्लाम में इसका अहम महत्व है। हालांकि, यह नदी गंदगी और प्रदूषण के मामले में गंगा की तरह ही पीड़ित है।
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Image Credit: Herzindagi and Freepik
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