कुछ दिन पहले यूनिसेफ यानि (संयुक्त राष्ट्र बाल विकास) ने एक अकड़ा जारी किया। इस आकड़े में कहा गया है कि नए साल के दिन दुनिया भर में पैदा होने वाले शिशुओं में भारत ने एक रिकॉर्ड बनाया है। जी हां,1 जनवरी, 2020 को यूनिसेफ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नए साल के दिन दुनिया भर में सबसे अधिक बच्चें भारत में जन्में है। यूनिसेफ ने तकरीबन विश्व के सभी देशों के आकड़ें को देख अंत में इस निर्णय पर पहुचा कि भारत में इस जनवरी सबसे अधिक बच्चों ने जन्म लिया है।
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यूनिसेफ के अनुसार अनुमानित 392,078 बच्चे पुरे दुनिया भर में पैदा हुए है। इनमें से 67,385 लाख 1 जनवरी को सिर्फ भारत में पैदा हुए है। आगे यूनिसेफ के आकड़ें में कहां गया है कि भारत के बाद चीन (46,299), नाइजीरिया (26,039), पाकिस्तान (16,787), इंडोनेशिया (13,020) और संयुक्त राज्य अमेरिका (10,452) ऐसे देश है जहां सबसे अधिक बच्चों ने जन्म लिया है।
यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा ने कहा, "नए साल की शुरुआत और एक नया दशक हमारे भविष्य के लिए न केवल हमारी आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने का अवसर है, बल्कि उन लोगों का भविष्य भी तय होगा।" लगभग 392,078 बच्चों का जन्म हम सब के लिए ज़रूरी विषय है और आने वाले दिनों में इसके लिए तैयार होना पड़ेगा।
आगे यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा ने कहा 'अब हमारी कर्तव्य बनता है कि हम कैसे इस समस्या से लड़ते है और उन करोड़ों बच्चों का ख्याल रखते है। जैसा कि प्रत्येक कैलेंडर ईयर जनवरी को ये लिस्ट जारी होती है जिसके बाद यह देखा जाता है की किसी लापरवाही के चलते इसमें से लाखों बच्चें मर जाते हैं।
यूनिसेफ के एक अन्य आकड़ें में 2018 में जीवन के पहले महीने में 2.5 मिलियन नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाती है। उन बच्चों में सबसे अधिक, समय से पहले जन्म, प्रसव के दौरान जटिलताओं, और सेप्सिस जैसे संक्रमणों से बचाव योग्य कारणों से मृत्यु हो जाती हैं। एक भारतीय समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल 2.5 मिलियन से अधिक बच्चे मृत पैदा होते हैं।
यूनिसेफ का कहना है कि पिछले तीन दशकों में दुनिया ने बाल विकास में प्रगति देखी है और दुनिया भर में उन बच्चों की संख्या में कटौती हुई है, जो अपने पांचवें जन्मदिन से पहले आधे से अधिक मर जाते थे। इससे पहले शिशुओं की मौत दर घटी है।
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यूनिसेफ यह मानता है कि बहुत से माताओं और नवजात शिशुओं की देखभाल एक प्रशिक्षित और सुसज्जित दाई या नर्स द्वारा नहीं की जा रही है उसके बाद परिणाम विनाशकारी होते हैं। आपकों बता दे कि 2027 के आसपास भारत दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से भी आगे निकलने के लिए तैयार है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक भारत में 2019 से 2050 के बीच लगभग 273 मिलियन लोगों का जन्संख्यां हो सकती है। जबकि नाइजीरिया की आबादी 200 मिलियन से बढ़ने का अनुमान है। 2019 में 1.43 बिलियन लोगों के साथ चीन, और 1.37 बिलियन के साथ भारत, दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं।
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