Why does xxx mean Adult Movies: फिल्म इंडस्ट्री की रेटिंग्स पूरी दुनिया में लगभग एक जैसी ही होती है। उदाहरण के तौर पर A को एडल्ट माना जाता है और UV को यूनिवर्सल व्यूअर रेटिंग माना जाता है। पर इंग्लिश वोकैबलरी का एक अक्षर X हमेशा ही गलत तरीके से देखा जाता है। अगर किसी फिल्म, वेबसाइट, सीरीज, मैगजीन आदि की रेटिंग X है, तो अपने आप ही उसे पोर्न से जोड़कर देख लिया जाता है। अधिकतर इसे न्यूडिटी से जोड़ा जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह वाकई न्यूडिटी से जुड़ा हुआ है।
यह एक्सप्लिसिट कंटेंट के लिए होता है और जरूरी नहीं है कि यह एडल्ट कंटेंट ही हो। इसे एक्स्ट्रीम वायलेंस से जोड़कर भी देखा जा सकता है, लेकिन धीरे-धीरे इसकी परिभाषा सिर्फ X रेटिंग से जुड़ गई।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इससे जुड़ी डिटेल दी हुई है। उसमें लिखा है कि XXX अत्यंत स्पष्ट यौन प्रकृति की एक फिल्म (या, विस्तारित उपयोग में, एक प्रकाशन, वेबसाइट, आदि) के डिजाइन को XXX श्रेणी में रखा जाता है। इसे X रेटेड भी कहा जाता है।
इसे जरूर पढ़ें- RUM की बोतल पर XXX क्यों लिखा होता है?
अब सवाल यही उठता है कि आखिर कब X शब्द एडल्ट कंटेंट से जुड़ गया?
इसलिए XXX अक्षर जुड़ा एडल्ट कंटेंट से
यह शुरुआत 1968 से हुई थी जहां मोशन पिक्चर असोसिएशन ऑफ अमेरिका (MPAA) ने X रेटिंग को पहली बार इस्तेमाल किया। उस वक्त X रेटिंग उस तरह के कंटेंट के लिए थी जिसे सिर्फ एडल्ट्स देख सकते हैं। इसमें हिंसा, हिंसक और अभद्र भाषा और कुछ हद तक एडल्ट सीन्स शामिल थे।
इस काम के लिए X लेटर को चुना गया क्योंकि इस लेटर को हमेशा से क्रॉस, डेंजर या किसी चीज को मना करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
पहली फिल्म जिसे मिली थी X रेटिंग
यह फिल्म थी एक्टर रॉबर्ट डी नीरो की पहली फिल्म 'ग्रीटिंग्स'। इसके बाद 1970 में एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री ने X-रेटिंग को अपना लिया और पोर्नोग्राफिक कंटेंट के लिए XXX शब्द यूज किया जाने लगा। तीन X लगते ही इसका स्वरूप न्यूडिटी से जुड़ने लगा। ऐसे में तीन एक्स के साथ लोगों ने विज्ञापन देना भी बंद कर दिया और ऐसे में धीरे-धीरे XXX सिर्फ इसी काम के लिए सेट हो गया।
1970 से 1980 आते-आते स्ट्रिप क्लब्स, मैगजीन्स और वीडियो टेप्स में भी पोर्नोग्राफिक कंटेंट के लिए XXX का इस्तेमाल होने लगा। इसके बाद 1990 का दशक आया और इंटरनेट ने जन्म लिया। अब तक जो चीज ऑफलाइन थी वह ऑनलाइन आने लगी।
2010 में इंटरनेट कॉरपोरेशन फॉर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स (ICANN) ने भी एक फैसला लिया। इंटरनेट की इस आधिकारिक संस्था ने .xxx नाम से डोमेन असाइन करना शुरू कर दिया। यह डोमेन नेम सिर्फ एडल्ट वेबसाइट्स के लिए ही इस्तेमाल होना था। इस डोमेन से फायदा यह होता है कि इस तरह का कंटेंट फिल्टर या अनफिल्टर करने में आसानी होती है।
इसे जरूर पढ़ें- ये है दुनिया की सबसे महंगी Wine, जानें एक बोतल की कीमत
XXX बन गया सेंसर का सिम्बल
धीरे-धीरे XXX का इस्तेमाल सेंसर करने के लिए भी होने लगा। इसे प्रिंट, वीडियो के साथ-साथ डिजिटल कंटेंट के लिए भी यूज किया जाने लगा। इसे सेंसर करने से लेकर ध्यान आकर्षित करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाने लगा। XXX को स्पीच आदि में ट्रिपल एक्स के तौर पर दिखाया जाने लगा।
साल 2000 में विन डीजल की एक स्पेशल मूवी सीरीज आई जिसे जेंडर केज (Xander cage XXX) कहा गया। यहां X का मतलब एक्स्ट्रीम से था।
XXX के इन सभी इस्तेमालों के साथ-साथ एक और यूज भी है। साइज के तौर पर XXX को ट्रिपल एक्सएल या एक्स्ट्रा लार्ज साइज कहा जाता है।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों