Lady Of Justice: कानून के बारे में छोटे बच्चे से लेकर दुनिया के हर एक इंसान को पता होगा। बचपन से ही हमें कानून के नियम तौर तरीकों के बारे में बताया और समझाया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी अदालत और न्यायालय में रखी न्याय की देवी के बारे में जानने की कोशिश की है। इसके अलावा वास्तविक रूप से लेकर फिल्मों में भी न्याय की देवी की आंखों पर काला कपड़ा बंधा हुआ होता है। लेकिन बता दें, कि सुप्रीम कोर्ट में नई लेडी जस्टिस की प्रतिमा ने अपनी आंखों पर से पट्टी हटा दी है।
क्या आपने सोचा कि आखिर अभी तक न्याय की देवी के हाथ में तराजू और आंख पर पट्टी बांधकर खड़ी होती है। इस आर्टिकल में आज हम आपके इस प्रश्न का उत्तर देने जा रहे हैं कि 'जस्टिस ऑफ गॉड' की आंखें बंद क्यों होती है।
अक्सर फिल्मों में देखने को मिल जाता है कि जज के बगल में एक मूर्ति रखी है और काले कपड़े की मदद से उसकी आंखों को बंद किया गया है। इसके साथ ही उनके एक हाथ में तराजू और दूसरे में तलवार होता है। इस मूर्ति को विश्वभर में न्याय की देवी यानी लेडी जस्टिस के नाम से जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ये मूर्ती न्याय व्यवस्था को दर्शाने का काम करती है। हालांकि बहुत कम लोग इस मूर्ति के प्रतीक और महत्व के बारे में जानते हैं।
नई मूर्ति में तलवार की जगह संविधान की किताब और आंख पर बंधी पट्टी को हटा दिया गया है। आंख से पट्टी हटाने का मतलब कि कानून अब अंधा नहीं है। न्याय की मूर्ति के एक हाथ में संविधान और एक हाथ में तराजू है, ताकि देश में यह संदेश जाए कि वह संविधान के अनुसार न्याय करती हैं। तलवार हिंसा का प्रतीक है, लेकिन अदालतें संवैधानिक कानूनों के अनुसार न्याय करती हैं।"
इसे भी पढ़ें-सास और पति की दादी की सेवा करना बहू के लिए जरूरी, शास्त्रों में भी लिखी है ये बात
न्याय की देवी के हाथ में तलवार और तराजू वहीं आंख बंद होने के पीछे की बेहद ही खास वजह है। न्याय मूर्ती के आंख पर पट्टी बंधी होने के पीछे का कारण इस बात का संकेत देता है कि अदालत में हो रहे न्याय की जंग में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। अमीर-गरीब, छोटा-बड़ा किसी के भी बीच मतभेद नहीं किया जाएगा। न्याय करते समय दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सच का साथ देते हुए निष्पक्ष न्याय किया जा सके।
जस्टिस ऑफ गॉड के एक हाथ में तराजू और दूसरे में तलवार होता है। आपको बता दें कि मिस्र में तराजू को न्याय का प्रतीक माना जाता है। उसके साथ न्याय करते समय किस प्रकार से संतुलन को बनाए रखना है। इस बात का भी तराजू प्रतीक है।
इसे भी पढ़ें-जानें भारत में धोखे से शादी करने पर क्या कहता है कानून
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो इसे शेयर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें
Image credit- Freepik, Shutterstock
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।