Mantra Chanting: हिन्दू धर्म में मंत्रोच्चार का अपना एक अलग महत्व है। यहां तक कि मंत्रोच्चार के भिन्न भिन्न तरीके भी हैं। आप में से कई लोग आसन पर बैठकर हाथ जोड़कर मंत्रोच्चार करते होंगे, तो कई मन ही मन मंत्रों को दोहराते होंगे। इसके अलावा, भजन-कीर्तन के रूप में भी कुछ लोग मंत्रोच्चार करते हैं लेकिन शास्त्रों में वर्णित मंत्रोच्चार विधि हेतु यह बोला जाता है कि सर्वाधिक फलित होने वाला मंत्रोच्चार वही है जो माला के साथ किया जाए। सरल शब्दों में कहें तो माला जाप के दौरान मंत्रों का उच्चारण ही शुभ फलदायी माना जाता है।
हालांकि हिन्दू धर्म में माला जाप के कई नियम भी बताए गए हैं जिनका पालन आवश्यक माना गया है। इन्हीं नियमों में से एक है माला जाप के दौरान तर्जनी उंगली का प्रयोग न करना। हमारे एक्सपर्ट ज्योतिषाचार्य डॉ राधाकांत वत्स से जब हमने इस बारे में पूछा तो उन्होंने हमें इसके पीछे का तर्क समझाया जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
इसे जरूर पढ़ें:Puja Mistakes: मूर्ति और तस्वीर पूजा में होता है गहन अंतर, कहीं आप भी तो नहीं करते आ रहे ये गलतियां
इसे जरूर पढ़ें:नया घर ले रही हैं तो दरवाजों के लिए ध्यान रखें ये वास्तु टिप्स
तो ये था तर्जनी उंगली के स्पर्श का माला जाप के दौरान वर्जित होने का कारण। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Herzindagi
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।