हिंदू शादी से पहले क्यों किया जाता है कुंडली मिलान

क्या आप जानते हैं हिंदू शादी से पहले कुंडली मिलान क्यों किया जाता है और इसका क्या महत्व होता है। 

horoscope matching before wedding

शादी से पहले कई तरह के योग और गुण मिलाने की प्रथा है और ऐसी मान्यता है कि यदि गुण अच्छी तरह से मिलते हैं तो शादी का रिश्ता जन्म जन्मांतर तक चलता है। इसी तरह के कई गुणों का मिलान आपके लिए जरूरी माना जाता है जिससे कई ज्योतिष लाभ होते हैं।

राशि का मिलान करना इसलिए जरूरी माना जाता है क्योंकि विचारो का तालमेल आने वाले जीवन में तालमेल बैठाने के लिए बहुत ज़रूरी होता है। जीवन में तालमेल के ताने बाने से ही जीवन आगे बढ़ता है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया से जानें क्या वास्तव में जरूरी होता है शादी के पहले कुंडली मिलान और इसका क्या महत्व है।

कुंडली में क्यों मिलाए जाते हैं गुण

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गुण मिलाने से ये पता चलता है कि धन संपदा अर्जित करने के लिए और संतान प्राप्ति के लिए आने वाला समय कैसा रहेगा। आपके जीवन में कोई बाधा तो नहीं आने वाली है, आपके लिए आगामी समय कैसा होगा और आपको जीवन में किस तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे।

इन सभी बातों का पता आपको कुंडली और राशि मिलान से पता लगता है। आपके जीवन में आगे कोई बाधा तो नहीं आएगी यहां तक कि गुण (शादी के लिए कितने गुण मिलने चाहिए) मिलाने से भावी दंपति की आयु का भी पता लगाया जा सकता है।

रिश्ते को मजबूत बनाता है कुंडली मिलान

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विवाह दो लोगो के बीच का एक संबंध होता है जो आने वाले कई जन्मों के लिए एक दूसरे को जोड़ता है। एक विवाह में गुण मिलान बहुत ही ज़्यादा आवश्यक माना जाता है साथ ही कुंडली मिलाने से ये भी पता चल जाता है की कुंडली में कोई दोष तो नहीं है। यदि कुंडली मिलान में कोई भी दोष निकल आए तो उसका निवारण समय से किया जा सकता है।

आने वाले समय में जीवन साथी की कोई भी स्वास्थ्य समस्या तो नहीं हो सकती है या आने वाले जीवन में कोई भी कठिनाई या बाधा तो नहीं है इस बात का पता भी कुंडली मिलान से लगाया जा सकता है।

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कुंडली मिलान से ग्रह नक्षत्रों की स्थिति का पता चलता है

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शादी से पहले कुंडली मिलाने से विवाह के बाद में कुंडली में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। आपके जीवन में क्या बदलाव होंगे और ऐसे में कुंडली मिलाने से विवाह के समय अष्टकूट गुण देखे जाते हैं। मुख्य रूप से कुछ गुणों का मिलान जरूरी माना जाता है जिसमें नाड़ी दोष, भकुट दोष, गण, ग्रह मैत्री आदि को प्रमुख माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यदि किसी की कुंडली में नाड़ी दोष है तो शादी नहीं करनी चाहिए।

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शुभ नहीं होता है इतने गुणों का मिलान

शादी के लिए कुंडली में कुल 36 गुण होते हैं जिनका मिलान जरूरी माना जाता है। लेकिन जब गुणों का मिलान किया जाता है तो पूरे 36 गुणों का मिलान जीवन के लिए शुभ नहीं माना जाता है। 36 में से 18 से ऊपर के गुणों के मिलान को सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है और इससे कम गुण मिलने पर शादी न करने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष में कुंडली मिलान को बहुत अच्छा माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार अगर कुंडली न मिले तो कुछ समस्याओ का सामना भी करना पड़ सकता है और आपके जीवन में धन के नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है।

शादी से पहले कुंडली मिलान बहुत जरूरी माना जाता है। मान्यता है कि इससे आगे का जीवन सुखी बना रहता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

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