हिंदू संस्कृति के हर एक अनुष्ठान और परंपरा का कुछ गहरा अर्थ और महत्व है। किसी भी पूजा और अनुष्ठान के दौरान उपयोग की जाने वाली चीजें शरीर, मन और आत्मा को ठीक करने और सुचारु रूप से चलाने के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
आपने अक्सर मंदिरों के मुख्य द्वार के पास एक घंटा लगा हुआ देखा होगा। मंदिर में प्रवेश करते समय लोग ये घंटा बजाते हैं और इसकी ध्वनि मन मस्तिष्क को मंत्रमुग्ध भी कर देती है। आपने मंदिरों और पूजा समारोहों में, अपनी यात्रा के दौरान घंटी बजती हुई भी देखी होगी।
घंटी को संस्कृत में घंट या घंटा के नाम से जाना जाता है। घंटा हिंदू पूजा का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। मंदिरों में देवताओं की पूजा करने से पहले या घर पर पूजा अनुष्ठान आरंभ और समापन करते समय, हम देवी-देवताओं का आह्वान करने के लिए एक संकेत के रूप में घंटी बजाते हैं। आइए ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें कि आखिर मंदिर में प्रवेश करते समय घंटा बजाना महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है और इसके फायदे क्या हैं।
मंदिर में घंटा बजाना क्यों जरूरी है
ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी के अनुसार ज्योतिष में मंदिर के कुछ ऐसे नियम हैं जिनका पालन करने से आपको देव दर्शन का पूर्ण लाभ मिलता है। मंदिर प्रवेश के समय घंटा बजाने से आपका संदेश सीधे ईश्वर तक जाता है और आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
मंदिर में घंटा इस बात का प्रतीक माना जाता है कि यदि आप प्रवेश के समय इसे बजाते हैं, तो आपके शरीर की सभी समस्याएं मंदिर में प्रवेश करते ही दूर होने लगेंगी और आपका मन भी शुद्ध हो जाएगा। घंटा बजाने से हमेशा सकारात्मक ऊर्जा और माहौल बनने लगता है, जिससे आपके आस-पास अच्छा वातावरण बन जाता है और इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं।
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मंदिर में घंटा बजाने का महत्व
ऐसी मान्यता है कि घंटा बजाना ईश्वर से मंदिर में (मंदिर की परिक्रमा लगाने का महत्व)प्रवेश करने की अनुमति लेना होता है। यह मन मस्तिष्क के सभी चक्रों को खोलने का माध्यम है और सभी देवताओं का अपनी तरफ ध्यान केंद्रित करने का एक अच्छा तरीका है। घंटा बजाने का जीवन में विशेष महत्व बताया गया है, घंटे की ध्वनि से ईश्वर को जागृत किया जाता है। इसे देवताओं को प्रसन्न करने का भी एक जरिया माना जाता है। घंटे की ध्वनि सभी देवताओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। इन सभी वजहों से मंदिर में घंटा बजाना महत्वपूर्ण माना जाता है।
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मंदिर में घंटा बजाने के फायदे
- घंटा बजाने से जो तेज ध्वनि निकलती है वो आपके शरीर के सात चक्रों को सक्रिय कर देती है।
- घंटे की इस आवाज से मस्तिष्क के दाएं और बाएं लोब के बीच सामंजस्य बनता है।
- यह ध्वनि देवताओं के सिद्धांत को बरकरार रखती है और बुरी ऊर्जाओं को दूर भगाती है।
- घंटे की ध्वनि शरीर के भीतर सभी नकारात्मक विचारों और बुराइयों को दूर करती है।
- मंदिर में प्रवेश (घर की इन जगहों पर न बनाएं पूजा का मंदिर)से पहले घंटा बजाने से तन और मन पवित्र हो जाता है, जिससे प्रवेश के समय आप शुद्ध भाव से ईश्वर के दर्शन कर पाते हैं।
मंदिर का घंटा आपके लिए ईश्वर प्राप्ति का माध्यम माना जाता है, इसलिए प्रवेश के समय इसकी ध्वनि बहुत ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik.com, unsplash.com
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