आखिर रंग-बिरंगी और गोल-मटोल क्यों बनाई जाती हैं दवाइयां?

हम सभी ने कभी ने कभी दवाओं का सेवन किया होगा फिर चाहे वह सिर दर्द हो या बुखार। अब ऐसे में अगर आपने गौर किया हो तो दवाइयां अलग-अलग रंग और आकार में आती है। लेकिन कभी सोचा कि ऐसा क्यों होता है। चलिए जानते हैं इसके पीछे की वजह-
why  medicine pills made in different colours and shapes

Medicine Tablet Knowledge:: दवा एक ऐसी चीज है, जो हर किसी के घर में देखने को मिल जाती है। अब ऐसे में अगर आपने गौर किया हो तो दवाइयां कई बार नीली, पीली और हल्की गुलाबी रंग की होती हैं। वहीं दवाइयां कई बार हार्ट शेप, गोल और आयताकार शेप में डिजाइन की जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इन्हें विभिन्न रंगों और आकार में क्यों बनाया जाता हैं। इस लेख में आज हम आपको दवाओं के रंगीन और इन्हें आकार देने की खास वजह के बारे में बताने जा रहे हैं।

दवाओं को विभिन्न आकार में क्यों बनाया जाता है?

why are pills different colors

दवाओं को अलग-अलग आकार देते समय खास ध्यान रखा जाता है। दवाओं का आकार हमेशा इसकी डोज पर निर्भर करता है। टेबलेट खाते समय वह गले में फंसे इसके लिए इनके किनारों को गोलाई में बनाया जाता है। साथ ही इन्हें निगलने में आसानी होती है।

इसके अलावा दवाओं को आयाताकार, हार्ट शेप और गोलाकार बनाने की एक वजह फार्मा कंपनियां की रणनीति भी होती है। कई ड्रग कंपनियां दवाओं की मार्केटिंग के लिए इसे ऐसे आकार दिए जाते हैं। उदाहरण के लिए समझें तो कई बार हम सामान को देखकर उसकी कंपनी के बारे में बता सकते हैं। ऐसे ही कई दवाइंयों का आकार उसकी फार्मा कंपनी का सिंबल होता है।

इसे भी पढ़ें-V शेप में ही क्यों उड़ते हैं पक्षी? जानें इसकी वजह

सफेद के अलावा क्यों और रंग में बनाई जाती हैं दवाइयां?

why are pills different shapes

आमतौर पर अधिकतर दवाइयों का रंग सफेद होता है। लेकिन कुछ मेडिसिन रंग-बिरंगी होती हैं। बता दें, दवा जिस केमिकल से तैयार की जाती हैं। वह तय करता है कि आखिर दवा किस रंग और कैसी होगी। सीधे शब्दों में समझें तो जैसा केमिकल का रंग होगा, दवा उसी कलर में तैयार होगी। जैसा कि कार्बन टेबलेट्स का रंग काला यानी केमिकल का रंग ब्लैक है। वहीं बर्बेरिन दवा का रंग पीला होता है क्योंकि उसे बनाने में यूज होने वाले ड्रग का रंग पीला है।
दूसरा मतलब दवा के रंगीन होने का मुख्य कारण उसके पहचान से जुड़ा है। दरअसल, दवाओं के रंग के आधार से सभी इसे पहचानने, पैक करने से लेकर इसे इस्तेमाल करने में आसानी होती है। इसके बावजूद अगर आपको रंग द्वारा उसकी पहचान और वह किस मर्ज की दवा इसके बारे में बता दिया जाए, तो इसे पहचानने में मदद मिलती है।

इसे भी पढ़ें-बेकार नहीं बड़े काम का है नेल कटर के नीचे बना छोटा छेद? अधिकतर लोग नहीं जानते ये फैक्ट

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image credit-Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP