किसी भी भगदड़ में हुई मौत का आंकड़ा कौन रखता है? जानें कैसे होती है मृतकों की गिनती

Who Counts Dead Bodies In Any Stampede: किसी भी हादसे या भगदड़ के बाद सरकार मृतकों और घायलों का आंकड़ा जारी करती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसी भी घटना के बाद घायलों और मृतकों की गिनती कौन करता है? आइए जानें, आखिर किसी भी भगदड़ में हुई मौत और घायल लोगों का गिनती सरकार कैसे करती है? 
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2025-02-06, 18:03 IST
Who Counts Dead Bodies In Any Stampede

Who shares data of death In Any Stampede: महाकुंभ को लेकर देशवासियों में काफी उत्साह है। हर कोई इस खास महोत्सव का हिस्सा बनना चाहता है। यही कारण है कि महाकुंभ 2025 मेले में बहुत ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं, मौनी अमावस्या पर शाही स्नान के मौके पर महाकुंभ में कुछ ऐसा घटा, जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। शाही स्नान के मौके पर अचानक महाकुंभ मेले में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई लोगों ने अपनी जान भी गवां दी।

महाकुंभ में हुए इस हादसे के बाद से ही घमासान मचा हुआ है। सरकार की ओर से जारी आंकड़े की मानें, तो इस हादसे में 30 लोगों की जान गई है। वहीं, 60 लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। विपक्ष की ओर से ऐसा दावा किया जा रहा है कि मृतकों और घायलों का आंकड़ा झूठा है। सरकार सही आंकड़े छुपा रही है। विपक्ष का ऐसा भी दावा है कि महाकुंभ में मची भगदड़ में हजारों लोगों की जान गई है। ऐसे में सभी के मन में ये सवाल आता है कि आखिर किसी भी भगदड़ में हुई मौतों और घायल लोगों का गिनती सरकार कैसे करती है? आइए जानें, इस सवाल का जवाब...

भगदड़ के बाद क्या करती है सरकार?

What does the government do after the stampede

किसी भी भगदड़ के बाद अधिकारियों का पूरा फोकस पहले घायलों को रेस्क्यू करने पर होता है। इससे संभावित मौतों को कम किया जा सकता है। इस दौरान अधिकारी पहले एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल भिजवाते हैं। वहीं, लाशों को मार्च्युरी में भेजा जाता है। इस सब के बाद जब घटला स्थल खाली और शांत होता है, तब जाकर प्रशासनिक अधिकारी मार्च्युरी में और अस्पताल में भर्ती लोगों की गिनती करते हैं। आगे चलकर ये सभी आंकड़े जिलाधिकारी को दिए जाते हैं।

किस आंकड़े को माना जाता है अंतिम?

Which data is considered final

देश के हर जिले का सबसे बड़ा अधिकारी डीएम यानी जिलाधिकारी होता है। जिले की प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए जिलाधिकारी को ही जिम्मेदार माना जाता है। ऐसे में किसी भी स्थान पर हुई घटना की अंतिम रिपोर्ट और आंकड़े जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से ही जारी किए जाते हैं। किसी भी आंकड़े को सार्वजनिक करने से पहले उसे सरकार के पास भेजा जाता है।

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Image Credit:Her Zindagi

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