गोल्ड लोन या पर्सनल लोन, जानिए किसमें मिलेगा ज्यादा फायदा

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि अगर आप गोल्ड लोन या पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको किसमें ज्यादा फायदा मिलेगा। 

GOLD LOAN OR PERSONAL LOAN BENEFITS

कई बार लोग पर्सनल लोन या गोल्ड लोन की मदद से अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं। लेकिन गोल्ड लोन या पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते वक्त लोग इन दोनों ऑप्शन को लेकर बहुत कंफ्यूज हो जाते हैं कि उन्हें किसमें ज्यादा फायदा मिलेगा। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि गोल्ड लोन या पर्सनल लोन में से किसी एक को सेलेक्ट करने से पहले आपको किन चीजों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि लोन लेने पर आपको फायदा भी मिलें।

1) किसमें होता है ब्याज दर कम?

GOLD LOAN OR PERSONAL LOAN

अगर बात करें ब्याज दर की तो आपको बता दें कि कई सारे बैंक बहुत ही कम ब्याज दर पर गोल्ड लोन ऑफर करते हैं। जबकि पर्सनल लोन में आपको ज्यादा ब्याज देना होता है। आपको बता दें कि इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है जिसकी वजह से आपको यह लोन कम ब्याज दर पर मिलता है।

आपको बता दें कि सिक्योर्ड लोन वह होता है जिसमें एक लोन लेने वाला व्यक्ति उस लोन के लिए अपनी एक संपत्ति(गोल्ड, कार, घर आदि) के पेपर्स को बैंक में गारंटी के तौर पर देता है। वहीं अगर बात करें अगर पर्सनल लोन की तो वह एक अनसिक्योर्ड लोन है। इस कारण कई बैंक यह लोन ज्यादा ब्याज दर पर देते हैं।

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2)कौन से डॉक्यूमेंट्स की पड़ती है जरूरत?

आपको बता दें कि गोल्ड लोन या फिर पर्सनल लोन लेते वक्त आपको कुछ डॉक्यूमेंट्स जमा करने पड़ते हैं। अगर बात करें पर्सनल लोन की तो अनसिक्योर्ड लोन होने की वजह से आपको कई सारे डॉक्यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, वोटर आईडी कार्ड आदि डॉक्यूमेंट्स बैंक में सबमिट करने होते हैं।

वहीं गोल्ड लोन के लिए आपको पर्सनल लोन के मुकाबले कम डॉक्यूमेंट्स को बैंक में सबमिट करना होता है। गोल्ड लोन के लिए कुछ बैंक केवल एड्रेस प्रूफ और आधार कार्ड ही सबमिट करने के लिए कहते हैं क्योंकि इस लोन के लिए आपको अपनी संपत्ति के डॉक्यूमेंट्स को बैंक में गारंटी के तौर पर सबमिट करना होता है।

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3)कितनी होती है प्रोसेसिंग फीस?

आपको बता दें कि पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस अधिक होती है। क्योंकि बैंक इस लोन में किसी भी तरह की स्कोरिटी सबमिट नहीं करता है इसलिए बैंक को आपके पूरे बैकग्राउंड को चेक करना पड़ता है।

वहीं गोल्ड लोन लेने पर आप अपनी संपत्ति को बैंक में सिक्योरिटी के तौर पर सबमिट करते हैं। इसलिए आपको प्रोसेसिंग फीस नहीं जमा करना पड़ती है। आपको बता दें कि इसके लिए कई बैंक बैकग्राउंड चेक भी नहीं करते हैं।

इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आपको गोल्ड लोन या पर्सनल लोन में से किसी एक को सेलेक्ट करना चाहिए ताकि लोन लेते समय आपको फायदा हो सकें।

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image credit-unsplash

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