घर के किचन यानि कि रसोई को घर का हृदय माना जाता है, वास्तु में इसका विशेष महत्व बताया गया है। इस स्थान पर यदि हम चीजों को उचित तरीके से रखते हैं तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
ऐसा माना जाता है क़े घर के किचन में सबसे ज्यादा मायने रखता है गैस स्टोव का स्थान। सदियों पुराने वास्तु के अनुसार गैस स्टोव का स्थान घर के भीतर समग्र सद्भाव और सकारात्मक ऊर्जा को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वास्तु के अनुसार गैस स्टोव रखने के कुछ विशेष नियम बताए जाते हैं जो आपके घर में समृद्धि जोड़ते हैं। आइए वास्तु एक्सपर्ट डॉ मधु कोटिया से जानें किचन में गैस स्टोव रखने के कुछ विशेष नियमों के बारे में।
किचन की उत्तर-पूर्व दिशा में न रखें गैस स्टोव
वास्तु की मानें तो घर के किचन की उत्तर-पूर्व दिशा में गैस स्टोव रखने से बचना चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा को पवित्र स्थान माना जाता है, जो पवित्रता और सकारात्मक तरंगों से जुड़ी होती है।
ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर गैस स्टोव रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बाधित हो सकता है और इस दिशा के लाभकारी प्रभाव में बाधा आ सकती है। ऐसा माना जाता है कि उत्तर-पूर्व दिशा में रखे हुए गैस स्टोव में खाना पकाने से स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं और इससे वित्तीय नुकसान भी हो सकते हैं। इस दिशा में आपको घर का मंदिर रखने की सलाह दी जाती है।
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दक्षिण-पूर्व दिशा में न रखें गैस स्टोव
अग्नि तत्व द्वारा शासित दक्षिण-पूर्व दिशा को रसोई के लिए एक शुभ स्थान माना जाता है। यदि हम वास्तु की मानें तो किचन की दक्षिण-पूर्व दिशा(दक्षिण-पूर्व दिशा में नहीं रखनी चाहिए ये चीजें) में गैस स्टोव न रखने की सलाह दी जाती है।
इसके पीछे एक मुख्य कारण यह है कि चूल्हे का अग्नि तत्व दक्षिण-पूर्व में मौजूद प्राकृतिक अग्नि ऊर्जा से टकराता है, जिससे असंतुलन पैदा होता है। ऐसा माना जाता है कि यह असंतुलन आपके घर की आर्थिक स्थिति को खराब कर सकता है और धन हानि के योग बनने लगते हैं। इसके साथ ही इस दिशा में गैस स्टोव रखने से आपके घर के लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
जल तत्व के पास न रखें गैस स्टोव
वास्तु के अनुसार, गैस स्टोव को अग्नि तत्व से जोड़ा जाता है और इसे किसी भी पानी के तत्वों जैसे सिंक, वॉटर प्यूरीफायर या रेफ्रिजरेटर के पास न रखने की सलाह दी जाती है। वास्तु में ऐसा माना जाता है कि जल और अग्नि परस्पर विरोधी तत्व हैं और इनकी निकटता घर में कलह का कारण बन सकती है।
ऐसा माना जाता है कि यह टकराव घर और यहां निवास करने वाले लोगों की समग्र भलाई को प्रभावित करता है और घर के लोगों की समृद्धि में बाधा डालता है।
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किचन में बीम के नीचे न रखें
रसोई में किसी भी खुले बीम के नीचे सीधे गैस स्टोव रखने से बचना चाहिए। इस स्थान पर रखा हुआ गैस स्टोव समेत परिवार के स्वास्थ्य में बाधा डालता है और इसके कई नुकसान हो सकते हैं।
बीम को किसी भी स्थान की भारी संरचना माना जाता है और उनके ठीक नीचे अग्नि तत्वों से जुड़ी चीजें होने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर गैस स्टोव रखने से परिवार में बोझ और तनाव की भावना पैदा हो सकती है।
किचन के मुख्य द्वार के ठीक सामने न रखें गैस स्टोव
वास्तु के अनुसार किचन के मुख्य द्वार के ठीक सीध में गैस स्टोव रखने को नकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है। चूंकि गैस स्टोव को अग्नि तत्व से जोड़ा जाता है और इसे प्रवेश द्वार की सीधी रेखा में रखने से सकारात्मक ऊर्जा बहुत जल्दी बाहर निकल सकती है। इसके परिणामस्वरूप इससे घर के लोगों के लिए उन्नति के अवसरों की कमी हो सकती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का अभाव हो सकता है।
बाथरूम के पास न रखें गैस स्टोव
अगर आपका किचन किसी ऐसे स्थान पर है जहां से बाथरूम की दीवार जुड़ी हुई है तो उस स्थान पार्ट भूलकर भी गैस स्टोव न रखें। वास्तु शास्त्र में गैस स्टोव को बाथरूम के पास न रखने की सलाह दी जाती है।
बाथरूम को नकारात्मक ऊर्जा का स्थान माना जाता है और इसके पास गैस स्टोव रखने से रसोई की सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित हो सकती है। इससे आपके जीवन में कई स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं।
यदि आप किचन में वास्तु के इन नियमों का पालन करती हैं तो सदैव खुशहाली बनी रहती है और सकारात्मक ऊर्जा आती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। अपने विचार हमें ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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