हर कोई अपनी जिंदगी में एक बार इंटरनेशनल ट्रिप करने का ख्वाब रखता है। आमतौर पर इंटरनेशनल ट्रिप प्लान करने के लिए अच्छे-खासे बजट की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा, दूसरे देश में जाकर अपनी सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी है। कई बार जब हम अपने राज्य को छोड़कर अपने ही देश के किसी दूसरे राज्य में घूमने जाते हैं, तो बीमार पड़ जाते हैं। लेकिन, वहां पर हमें आसानी से मेडिकल सुविधाएं मिल जाती हैं, जबकि दूसरे देश जाकर बीमार पड़ना काफी मुश्किल भरा होता है।
घर से दूर, किसी अनजान जगह पर जाकर मामूली सर्दी, खांसी-जुकाम भी डरावना हो सकता है, खासकर जब आपको वहां के हेल्थ केयर सिस्टम के बारे में पता न हो। ऐसे में हर यात्री को पता होना चाहिए कि किसी दूसरे देश में अचानक होने वाली बीमारी से कैसे निपटना है। आज हम इस आर्टिकल में आपको दूसरे देश में यात्रा के दौरान बीमार पड़ने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके बारे में बताने वाले हैं।
अगर आप इंटरनेशनल ट्रिप करने गए हैं और आप किसी दूसरे देश में जाकर बीमार पड़ गए हैं, तो आपको सबसे पहले घबराने की जरूरत नहीं है। आपने जिस होटल में स्टे किया हुआ है, सबसे पहले उसके रिसेप्शन में जाकर उन्हें सूचित करें। उनसे नजदीकी हॉस्पिटल के बारे में पूछें। अगर होटल में कोई मेडिकल सुविधा मौजूद है, तो आप उसका लाभ उठाएं। आमतौर पर होटल्स मामूली सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के लिए दवाइयां प्रोवाइड कराते हैं।
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अधिकांश हेल्थ केयर इंश्योरेंस इंटरनेशनल मेडिकल कवरेज नहीं प्रदान करते हैं। ऐसे में आपको बीमा कंपनी से दूसरे देश में मेडिकल सुविधाएं प्रदान करने के बारे में बात करनी चाहिए। आप चाहें तो इंटरनेशनल ट्रिप पर जाने से पहले, ट्रैवल मेडिकल इंश्योरेंस करवा सकते हैं। यह इंश्योरेंस मेडिकल केयर, ट्रिप कैंसिलेशन और Evacuation जैसे खर्चों के लिए कवरेज प्रदान करता है।
यदि आप इंटरनेशनल ट्रिप के दौरान बीमार पड़ जाते हैं, तो सबसे पहले ऑनलाइन झूठी एडवाइज लेने से बचें। कई बार ऑनलाइन बताई गई एडवाइज गलत होती है। इसलिए, ऑनलाइन की जगह नजदीकी हॉस्पिटल में जाएं और वहां पर मौजूद डॉक्टर को दिखाकर ही दवाएं लें।
जब आप इंटरनेशनल ट्रिप प्लान करते हैं, तो सबसे पहले आप घूमने वाली जगहों की लिस्ट बनाते हैं। ठीक, ऐसे ही आपको दूसरे देश में स्थित हॉस्पिटल की लिस्ट निकालकर रखनी चाहिए, जहां कम पैसों में आपका इलाज हो सके। दरअसल, अलग-अलग देशों में हेल्थ केयर सिस्टम अलग-अलग होता है। कुछ देशों के प्राइवेट हॉस्पिटल बहुत महंगे होते हैं, जिनका खर्चा आपकी जेब ढीली कर सकता है।
जब भी आप दूसरे देश में घूमने का प्लान बनाएं, तो सबसे पहले इंटरनेट से वहां के मेडिकल हेल्थ केयर इमरजेंसी नंबर्स को निकालकर अपने मोबाइल में जरूर सेव कर लें। आपको बता दें कि यूनाइटेड किंगडम का मेडिकल इमरजेंसी नंबर 999 है, जबकि ऑस्ट्रेलिया का नंबर 000 है। इसके अलावा, आपने जिस एरिया में होटल बुक किया है उसके आसपास के फॉर्मेसी और क्लीनिकों का पता और फोन नंबर भी अपने पास रखें।
अगर आप इंटरनेशनल ट्रिप के दौरान, दूसरे देश के हॉस्पिटल में भर्ती हो गए हैं तो आपको अपने देश के दूतावास से संपर्क करना चाहिए। दूतावास आपके परिवार को सूचित कर सकता है और मेडिकल ट्रीटमेंट में जो खर्चा आएगा उसके लिए आपकी फैमिली से पैसे ट्रांसफर करवा सकता है।
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