आज के डिजिटल दुनिया में शायद ही किसी व्यक्ति के पास मोबाइल फोन नहीं होगा। आज इसका इस्तेमाल इतना ज्यादा बढ़ गया है, कि इसके बिना घर से बाहर निकलना मुश्किल है। मोबाइल का इस्तेमाल न केवल हम एक-दूसरे से बात करने के लिए करते हैं बल्कि इंटरनेट, सोशल मीडिया,शॉपिंग, बैंकिंग, गेमिंग यहां तक की बिजली बिल जमा करने के लिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। अब ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इसके बिना जीवन की कल्पना कर पाना मुश्किल है। छोटा सा दिखने वाला मोबाइल फोन इंसान की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है।
मोबाइल का इस्तेमाल वर्तमान में लगभग हर एक इंसान करता है। लेकिन अगर मैं आपसे कहूं कि क्या आपको Mobile का फुल फॉर्म पता है, तो शायद आप चौंक जाओगे कि मोबाइल का फुल फॉर्म। जी हां, मोबाइल का पूरा नाम। बता दें कि मोबाइल शॉर्ट फॉर्म है। इस लेख में आज हम आपको Mobile का फुल फॉर्म बताने जा रहे हैं।
मोबाइल का फुल फॉर्म
मोबाइल का कोई आधिकारिक फुल फॉर्म नहीं है क्योंकि यह शब्द डायरेक्ट इंग्लिश वर्ड Mobile से लिया गया है जो एक पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को दिखाता है। हालांकि, इंटरनेट पर कुछ शॉर्ट फॉर्म के रूप में MOBILE को अलग-अलग तरीकों से डिकोड किया गया है। बता दें कि मोबाइल का मतलब चलने-फिरने योग्य या पोर्टेबल होता है, जो हमें हमेशा कहीं भी कनेक्टेड रहने की सुविधा देता है। इसका मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ता को एक जगह से दूसरी जगह तक आसानी से जानकारी और संचार प्रदान करना है। वैसे मोबाइल का फुल फॉर्म Modified Operation Byte Integration limited energy है।
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दुनिया का पहला मोबाइल फोन कौन सा था?
दुनिया का पहला मोबाइल फोन Motorola DynaTAC 8000X था, जिसे मार्टिन कूपर (Martin Cooper) ने 1973 में विकसित किया था। Motorola कंपनी के इस फोन को 1973 में पहली बार एक कॉल करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। यह मोबाइल फोन लगभग 10 इंच लंबा, 5 इंच चौड़ा और 2.5 इंच गहरा था, और इसका वजन लगभग 2.5 किलोग्राम था।
यह फोन अपनी भारी साइज और वजन के कारण आज के स्मार्टफोन की तुलना में बहुत बड़ा था। लेकिन इसके साथ ही यह मोबाइल कम्युनिकेशन के फील्ड में बदलाव की तरह काम किया था। Motorola DynaTAC 8000X में केवल कॉल करने और रिसीव करने के लिए सक्षम था। इसकी बैटरी केवल 20 मिनट तक काम करती थी।।
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