Union Budget 2024: मिडिल क्लास को इस बार बजट से हैं ऐसी उम्मीदें

यूनियन बजट 2024 अब आने वाला है और एक बार फिर से मिडिल क्लास लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो गए हैं। हमने कई लोगों से बात कर उनकी उम्मीदों को जानने की कोशिश की। 

 
How does budget  change india

फरवरी की 1 तारीख हमारे देश के लिए बहुत जरूरी होती है। हर साल 1 फरवरी को वित्त मंत्री की तरफ से सालाना बजट पेश किया जाता है। बजट में क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा उसके साथ-साथ इनकम टैक्स, एजुकेशन, रेलवे को लेकर भी लगातार बातें चलती रहती हैं। देश के बजट में सरकार बदलने की ताकत होती है। साल 2024 बजट के हिसाब से बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला है। ना सिर्फ इलेक्शन से पहले मोदी सरकार का यह आखिरी बजट होगा, बल्कि इस बजट में हमें इलेक्शन अजेंडा की थोड़ी झलक भी देखने को मिल सकती है।

भारत में अप्रैल-मई 2024 में आम चुनाव होने हैं और इसलिए यह फुल बजट नहीं होगा। चुनावों के बाद सरकार द्वारा एक अंतरिम बजट भी पेश किया जाएगा।

फिर भी बजट को लेकर हम किसी बड़े बदलाव के बारे में सोच सकते हैं या नहीं उसके बारे में आज बात करते हैं।

budget expectations for common man

बजट को लेकर क्या है इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की राय?

हमने कुछ इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से बात की है जिन्होंने अपनी बजट एक्सपेक्टेशन्स के बारे में बताया है।

इसे जरूर पढ़ें- Union Budget 2024 Halwa Ceremony: आखिर क्यों हर साल बजट पेश करने से पहले मंत्रालय में बनाया जाता है हलवा?

आयुर्वेद से जुड़ा होना चाहिए आने वाला बजट

Guduchi Ayurveda के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रशांत वस्टर्ड कहते हैं, "आयुर्वेद इंडस्ट्री से जुड़े होने के कारण हमारी उम्मीद है कि इस बार के बजट में आयुर्वेद को लेकर बहुत ध्यान दिया जाएगा। आयुष प्रोडक्ट रजिस्ट्रेशन से लेकर आयुर्वेदिक मेडिसिन रिसर्च एक्सपेंस तक बजट में अलग प्रावधान होना चाहिए।"

जीएसटी रेट्स में बदलाव की जरूरत है

CYK Hospitalities के डायरेक्टर सिमरनजीत सिंह के मुताबिक, रेस्त्रां इंडस्ट्री पर ज्यादा भार पड़ रहा है। रॉ मटेरियल्स पर जीएसटी रेट काफी ज्यादा है जिसकी वजह से ग्रोथ पर असर पड़ता है। बार और रेस्त्रां के लाइसेंसिंग प्रोसेस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।

ट्रैवल इंडस्ट्री के लिए होनी चाहिए कोई बड़ी घोषणा

Thomas Cook India Ltd के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन माधवन मेनन का कहना है कि भारत की जीडीपी का 5% हिस्सा टूरिज्म और ट्रैवल से आता है। यह इकोनॉमी के लिए बहुत जरूरी है। अगर सरकार 2047 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रख रही है, तो ट्रैवल इंडस्ट्री को बूस्ट करने के लिए अभी से प्लानिंग करनी होगी। इनबाउंड टूरिज्म के लिए टैक्स को कम करना होगा, LTA का प्रावधान ऑफिस में देना होगा। फॉरेन ट्रैवल पैकेज का स्टैंडर्डाइजेशन करना होगा।

बजट को लेकर क्या है मिडिल क्लास लोगों की राय?

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के लिए बजट बहुत अलग होता है, लेकिन मिडिल क्लास की मानें, तो बजट का स्वरूप काफी बदला हुआ होता है। हमने कुछ लोगों से बात करके यह जानने की कोशिश की कि आखिर उन्हें बजट से क्या चाहिए।

इसे जरूर पढ़ें- आजादी के कई साल बाद कैसे बनीं निर्मला सीतारमण फहली महिला वित्त मंत्री, जानिए इनकी इंस्पायरिंग स्टोरी

रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें होनी चाहिए सस्ती

बिजनेसमैन नीरज भटनागर का कहना है कि इस बजट को मिडिल क्लास की जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए। इलेक्ट्रॉनिक आइटम और लग्जरी आइटम के रेट भले ही बढ़ा दिए जाएं, लेकिन किराना सामान और रोजमर्रा की चीजों में कटौती होनी चाहिए। रेलवे टिकट और पेट्रोल प्राइस दोनों ही आम आदमी के लिए बहुत जरूरी है जिसका फेयर कम होना चाहिए। मिडिल क्लास के लोगों को इन चीजों से ज्यादा असर पड़ेगा।

budget expectations and grocery

एजुकेशन सेक्टर के लिए होना चाहिए एक समृद्ध बजट

बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर एक कॉलेज में पढ़ा रहीं सृष्टी दीक्षित कहती हैं कि बजट में एजुकेशन सेक्टर के लिए कोई जरूरी स्कीम्स होनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा बच्चे अब प्रोफेशनल और स्किल डेवलपमेंट कोर्स में ध्यान देने की कोशिश कर रहे हैं। इंफ्लूएंसर बनने से लेकर सोशल एजुकेटर होने तक बहुत सारे करियर ऑप्शन्स लोग देख रहे हैं। ऐसे में प्रोफेशनल कोर्स की मांग बढ़ने लगी है और इस तरह के कोर्स को लेकर बजट में प्रावधान होने चाहिए।

budget expectations and education

एजुकेशन और एनवायरमेंट पर देना चाहिए ध्यान

स्टूडेंट साक्षी का कहना है कि इस बार बजट कुछ ऐसा बनना चाहिए जिससे सबका विकास हो सके। एजुकेशन सेक्टर और एनवायरमेंट दोनों पर ही ध्यान दिया जाना चाहिए। सरकारी और प्राइवेट एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स की रीच ज्यादा बढ़नी चाहिए। जहां तक बजट की बात है, तो स्टूडेंट्स को ध्यान में रखकर अगर इसे बनाया जाएगा, तो बेरोजगारी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।

budget expectations and students

इनकम टैक्स स्लैब बढ़ने चाहिए

budget expectations and income tax

पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद रिजवान का कहना है कि इनकम टैक्स स्लैब में ज्यादा छूट होनी चाहिए। देश में सबसे ज्यादा इनकम टैक्स मिडिल क्लास के द्वारा ही मिलता है और इसमें राहत देने से मिडिल क्लास लोगों को ग्रोथ का मौका मिलेगा। रोजमर्रा के खर्च के लिए उनकी प्लानिंग बेहतर हो सकेगी और सेविंग्स भी हो सकेंगी।

इस बार का बजट कितनी चीजें लेकर आता है इसके बारे में तो 1 फरवरी को ही पता चलेगा। बहरहाल, आपकी बजट को लेकर क्या उम्मीदें हैं उनके बारे में हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP