Ramadan Special: रमज़ान के दौरान रोज़ेदार मुस्लिम कलीग्स का ऐसे रखें ख्याल

अगर आपके ऑफिस में मुस्लिम लोग हैं,  तो रमज़ान में उनका खास ध्यान रखें। अगर आप उनका ध्यान रखेंगे, तो उन्हें काम करने में आसानी हो सकती हैं। तो देर किस बात की आइए विस्तार से जानते हैं कि आप कैसे रमज़ान में अपने मुस्लिम दोस्तों का ख्याल रख सकते हैं। 

 
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रमज़ान दुनिया भर के मुसलमानों के लिए एक पवित्र महीना है। इस महीने का सभी मुसलमान बड़ी बेसब्री से इंतज़ार करते है। इसलिए मुस्लिम लोग रमज़ान के पूरे महीने रोज़ा रखते हैं, ज़कात देते हैं, पांचों वक्त की नमाज़ अदा करते और अल्लाह की इबादत करते हैं। रमज़ान के महीने में अल्लाह की इबादत करने का 70 गुना सवाब मिलता है।

रमज़ान में पूरे दिन अल्लाह के लिए भूखे रहना बहुत बड़ा टास्क है और अगर आप काम करते हैं, तो चिंता थोड़ी ज्यादा बढ़ जाती है। एक रोज़ेदार के लिए ऑफिस और घर के काम को मेंटेन करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, खासकर महिलाओं के लिए। ऐसे में हम उनके रोज़े या इबादत में दखलअंदाजी तो नहीं कर सकते, लेकिन काम को लेकर उनकी मदद तो जरूर कर सकते हैं।

एक सहयोगी कलीग्स होने के नाते यह हमारा फर्ज बनता है कि हम अपने मुस्लिम कलीग्स की मदद करें। रमज़ान का महत्व समझना और उसका सम्मान करना हम सभी भाइयों का फर्ज है। ऐसे में क्यों न इस बार अपने रोज़ेदार दोस्तों का काम आसान बनाया जाए।

जी हां, आज हम आपको कुछ ऐसे हैक्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से अपने मुस्लिम दोस्तों की मदद की जा सकती है। आप रोजा खोलने के लिए जगह देने और शेड्यूल में लचीलापन लाने पर जोर दे सकते हैं। तो देर किस बात की आइए विस्तार से जानते हैं।

दें छोटे-छोटे ब्रेक

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अगर आप चाहते हैं कि आपके मुस्लिम कलीग्स काम के दौरान बहुत अधिक थकान ना हो और आप अपनी प्रोडक्टिविटी को बेहतर बना सके। इसके लिए उन्हें काम के बीच छोटे-छोटे ब्रेक दें और वो भी इस बात का ध्यान रखें। कई बार इफ्तारी तक काम जल्दी खत्म करने के चक्कर में लगातार काम करते चले जाते हैं।

इससे उनकी तबीयत खराब हो सकती है। साथ ही साथ ऐसा करने से कुछ वक्त बाद हमें यह समझ ही नहीं आता है कि हम क्या कर रहे हैं। इससे काम में गलतियां भी होने लगती हैं और न चाहते हुए भी देर हो ही जाती है। इसलिए छोटे-छोटे ब्रेक से खुद को फ्रेश फील करवाएं और अपनी वर्क परफॉर्मेंस को इंप्रूवकरें।

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मल्टीटास्किंग से बचें

रमज़ान में सेहरी खाने और इफ्तारी करने का वक्त तय होता है। इसलिए इस वक्त मल्टी टास्क करने से बचें। हालांकि, कुछ लोगों को ऑफिस में काम को जल्दी और बेहतर तरीके से करने के लिए मल्टीटास्किंग करना अच्छा रहता है। अगर ऐसा करने से कन्फ्यूजन बढ़ जाती है और टाइम भी ज्यादा लगता है।

अगर आप सच में अपने वर्क परफॉर्मेंस को इंप्रूव करना चाहते हैं तो ऐसे में आप मल्टीटास्किंग से बचें। एक वक्त में एक ही काम करें। अपनी डेली टू डू लिस्ट बनाएं। साथ ही साथ, अपने डेस्क एरिया को क्लीन रखें। टेबल पर केवल वही फाइल रखें, जिस पर आप काम कर रहे हैं।

नमाज़ और इफ्तारी की जगह दें

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रमज़ान के महीने में इबादत करने का दोगुना सवाब मिलता है। इसलिए सभी लोग रोज़ा रखने के साथ-साथ कुरान की कसरत से तिलावत करते हैं। इतना ही नहीं, रमजान के महीने में लगभग सभी मुसलमानों के घर इफ्तार के समय स्वादिष्ट और लजीज पकवान बनाए जाते हैं और रोज़ेदार को परोसे जाते हैं। (तीन सिंपल हैबिट और पाएं प्रॉफेशनल इम्प्रूवमेंट)

मगर इन कामों को ऑफिस में करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में क्यों न हम अपने मुस्लिम भाइयों के लिए ऑफिस में ही नमाज़ और इफ्तारी की जगह बना दी जाए। इससे उन्हें थोड़ी आसानी हो जाएगी और उनकी नमाज़ कजा भी नहीं होगी।

टाइमिंग को बनाएं फ्लेक्सिबल

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काम करने की टाइमिंग सभी की 9 घंटे की होती है, लेकिन रमज़ानों में 9 घंटे पूरे करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि रमज़ान में सभी मुस्लिम भाइयों का रूटीन बदल जाता है, क्योंकि वो एक नई दिनचर्या को फॉलो करने लगते हैं। इसलिए आप भी अपनी टीम को बोल दें कि आप सभी अपनी शिफ्ट से पहले काम करना शुरू कर देते हैं, ताकि इफ्तार से पहले लॉग ऑफ कर सकें।

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इस बीच ब्रेक लेने और नमाज़ पढ़ने की सुविधा भी दें। यह लंच ब्रेक के दौरान कर सकते हैं, क्योंकि रोज़ेदार लंच नहीं करते हैं। अगर आप चाहें तो अपनी टीम को 8 घंटे करने के लिए भी कह सकते हैं। इससे आपको काफी फायदा होगा।

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Image Credit- (@Freepik)

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