आमतौर पर महिलाएं घर के दरवाजे पर ऐसी डोर बेल लगवाती हैं, जिसकी आवाज मधुर हो और जिसकी घंटी बजते ही घर के लोगों को उसकी आवाज सुनाई दे जाए। डोर बेल की आवाज सुनकर घर के अंदर मौजूद सदस्यों को आसानी से समझ जाता है कि दरवाजे पर कोई आया हुआ है। महिलाएं डोर बेल खरीदते हुए अक्सर उसकी आवाज पर ध्यान देती हैं, लेकिन क्या आप जानती हैं कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से घर की डोर बेल कैसी होनी चाहिए?वास्तुशास्त्र के अनुसार डोर बेल लगाते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाता है। आज हम वास्तु एक्सपर्ट नरेश सिंगल के बताए डोर बेल से जुड़े वास्तु के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
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घर के वास्तु को हमेशा से ही विशेष महत्व दिया जाता रहा है। माना जाता है कि वास्तु के हिसाब से घर का निर्माण कराने से परिवार में सुख-समृद्धि बने रहते हैं। साथ ही उस घर में रहने वाले सदस्य अपने जीवन में खूब तरक्की करते हैं और हर लिहाज से वह संतोषमय जीवन व्यतीत करता है।
तो सोच क्या रही हैं, डोर बेल के इन आसान से टिप्स को अपनाएं और घर को पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो बढ़ाएं। अब आपके लिए घर में सॉफ्ट साउंड वाली डोर बेल लाने के लिए ठोस वजह है, निश्चित रूप से यह आपके घर में ढेर सारी खुशियां लेकर आएगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इसे जरूर शेयर करें। घर को बेहतर बनाने से जुड़े वास्तु टिप्स पाने के लिए विजिट करती रहें हरजिंदगी।
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