बनारस का ऐसा अनोखा बैंक, जो राम के नाम पर देता है लोन...जानिए Loan लेने का पूरा प्रोसेस

आपने बैंक तो कई तरह के सुनें और पढ़ेंगे, लेकिन आपने क्या कोई ऐसे बैंक के बारे में सुना है, जहां पैसों के जरिए लोन नहीं मिलता, बल्कि आपको राम के नाम पर लोन दिया जाता है। 
Varanasi Ram Ramapati Bank

धर्म, भक्ति और आस्था की नगरी वाराणसी है, जिसकी हर गली में कोई न कोई कहानी छिपी हुई है। बनारस को शिव की नगरी कहा जाता है क्योंकि यहां पर काशी विश्वनाथ मंदिर स्थित है। लेकिन, शिव की नगरी में एक ऐसा अनोखा बैंक भी मौजूद है, जो आम बैंकों की तरह नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक बैंक है। यहां पर लोन मौद्रिक रूप में नहीं मिलता है, बल्कि इस बैंक में अकाउंट होल्डर को एक खास प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस बैंक में भक्त अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए लोन लेते हैं। लोन लेने की प्रक्रिया काफी अलग है, क्योंकि यहां पर लोन राम के नाम पर मिलता है, तो आइए जानते हैं कि वाराणसी स्थित इस अनोखे बैंक का क्या नाम है और यहां पर लोन लेने का प्रोसेस क्या है?

कहां पर है राम रमापति बैंक?(Location Of Varanasi Ram Ramapati Bank)

वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के पास त्रिपुरा भैरवी इलाके में स्थित बैंक का नाम राम रमापति बैंक है, जिसकी नींव 1926 में स्वर्गीय दास छन्नूलाल ने बाबा सत्यराम दास के मार्गदर्शन में रखी थी। यह बैंक लोन देता है, जिसे भगवान राम का नाम को लिखकर चुकाया जाता है। राम रमापति बैंक में किसी भी तरह के पैसों का लेनदेन नहीं होता है, क्योंकि यह एक आध्यात्मिक संस्था है। यहां भक्त किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए लोन लेने आते हैं। उन्हें लोन के लिए लाल स्याही वाली कलम से राम नाम लिखना होता है। जब उनका लेखन कार्य खत्म हो जाता है, तो वह इसे लाकर बैंक में जमा कर देते हैं। माना जाता है कि यह अभ्यास आत्मा की शुद्धि और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति पाने के लिए किया जाता है।

लोन प्राप्त करने और चुकाने की प्रक्रिया(How to get loan from Ram Ramapati Bank)

Bank that gives loans in the name of Ram

  • जो भी इंसान इस बैंक में आकर खाता खुलवाना चाहता है, उसे सबसे पहले बैंक में जाकर एक आवेदन पत्र भरना होता है। आवेदन पत्र में व्यक्ति का नाम, पता और उन्हें मन की इच्छा को लिखना होता है, जिसे वह राम नाम लिखकर पूरी करना चाहते हैं।
  • जब बैंक आवेदन को स्वीकार कर लेता है, तो उस व्यक्ति को कुछ खास चीजें दी जाती हैं, जिसमें एक लकड़ी की कलम, लाल स्याही की बोतल और कागज का बंडल शामिल होता है।
  • सभी सामानों को लेने के बाद बैंक व्यक्ति को बताता है कि उसे पूरे लेखन कार्य को 8 महीने 10 दिन के भीतर 1 लाख 25 हजार बार राम नाम लिखकर पूरा करना होगा। हर दिन सुबह 4 बजे से 7 बजे के बीच ही राम नाम लिखना होगा।
  • लेखन कार्य से पहले स्नान करना जरूरी है और इस दौरान आपको केवल शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करना होगा। आपको इस काम को पूर्ण एकाग्रता और श्रद्धा से करना होगा।
  • जब खाता धारक 1.25 लाख बार राम नाम लिख लेता है, तो वह सारे कागज के बंडल लाकर बैंक में जमा करता है। बैंक उसे लोन चुकाने के रूप में स्वीकार कर लेता है और इन बंडलों को संभालकर रखा जाता है।

राम रामापति बैंक का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व(Significance OfRam Ramapati Bank)

यह बैंक केवल संस्था नहीं है, बल्कि यह इंसान की इच्छाओं और भगवान की भक्ति के बीच सुंदर पुल के रूप में काम करता है। हर दिन सुबह उठकर राम नाम लिखना केवल काम नहीं है, बल्कि मेडिटेशन है। ऐसा करने से आपके विचार शांत होते हैं और आप अध्यात्म की तरफ झुकने लगते हैं। इस बैंक में अक्सर लोग अपनी नौकरी पाने, बीमारी से छुटकारा पाने, परीक्षा में पास होने, शादी होने और पारिवारिक कलेश को दूर करने की मनोकामना लेकर आते हैं।

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सेलेब्स से लेकर राजनेता तक पहुंचे हैं यहां

How to get loan from Ram Ramapati Bank

इस बैंक में बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा के फैमिली मेंबर्स और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की माता जी ने भी राम नाम लिखकर अपने लोन को चुकाया था। आजकल सोशल मीडिया पर राम रमापति बैंक काफी वायरल हो रहा है और लोग यहां पहुंचकर इस परंपरा से जुड़ रहे हैं।

बैंक खुलने का समय(Ram Ramapati Bank's Opening Time)

वाराणसी का अनोखा राम रमापति बैंक रोजाना दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहता है। राम नवमी या किसी त्योहार पर इसकी समय सीमा बढ़ा दी जाती है। आप इस बैंक में जाकर पुराने पन्नों को देख सकते हैं, जिनमें लोगों ने लाखों बार राम नाम लिखा है। यह दृश्य आपको भक्तिमय कर सकता है।

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Image Credit- jagran, instagram

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FAQ

  • वाराणसी नाम कैसे पड़ा?

    दरअसल बनारस का नाम दो नदियों के मिलने से बना है, वरुणा और असि यानी वाराणसी।