हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है और हर शुभ काम में तुलसी के पत्तों को शामिल किया जाता है। लेकिन, क्या आप जानती हैं कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन तुलसी विवाह का त्योहार मनाया जाता है। जी हां, पुराणों के मुताबिक, तुलसी विवाह का खास महत्व है। इस दिन माता तुलसी का भगवान विष्णु के शालिग्राम अवतार के साथ विवाह किया जाता है। यही वजह है कि इस दिन लोग माता तुलसी का श्रृंगार और पूजा करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि तुलसी विवाह के दिन न सिर्फ तुलसी माता की पूजा करनी चाहिए बल्कि पूजा के बाद उन्हें सिंदूर, केसर, चुनरी आदि भी चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि तुलसी विवाह के दिन तुलसी माता की पूजा करने से सुख-समृद्धि घर आती है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब है तुलसी विवाह, क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व।
कार्तिक माह की द्वादशी तिथि का आरंभ 12 नवंबर, दिन मंगलवार को शाम 4 बजकर 4 मिनट से हो रहा है। वहीं, इसका समापन 13 नवंबर, दिन बुधवार को दोपहर 1 बजकर 1 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, तुलसी विवाह 13 नवंबर को मनाया जाएगा।
हालांकि 12 नवंबर यानी कि देव उठनी एकादशी के दिन भी तुलसी विवाह का मुहूर्त बन रहा है लेकिन द्वादशी तिथि के दिन विवाह का घर में आयोजन कर शालिग्राम का तुलसी से विवाह कराना ज्यादा शुभ होगा और पूजा का फल भी द्वादशी तिथि की आराधना से मिलेगा।
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शुभ तिथि | शुभ योग | शुभ मुहूर्त |
12 नवंबर | तुलसी विवाह योग | शाम 5 बजकर 29 मिनट से शाम 7 बजकर 53 मिनट तक |
13 नवंबर | शुभ-उत्तम मुहूर्त | सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 5 मिनट तक |
13 नवंबर | अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त | सुबह 8 बजकर 6 मिनट से 9 बजकर 26 मिनट |
13 नवंबर | लाभ-उन्नति मुहूर्त | सुबह 6 बजकर 47 मिनट तक |
13 नवंबर | अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त | सुबह 8 बजकर 6 मिनट से 9 बजकर 26 मिनट तक |
13 नवंबर | सर्वार्थ सिद्धि योग | सुबह 7 बजकर 52 मिनट तक |
14 नवंबर | समापन | सुबह 5 बजकर 40 मिनटतक |
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तुलसी विवाह के दिन भगवान शालिग्राम और तुलसी माता की पूजा करने और उनका घर में विवाह कराने से वैवाहिक जीवन का दुख दूर होता है। वैवाहिक जीवन में पसरा क्लेश खत्म होता है और जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर बनते हैं। वैवाहिक जीवन में खुशहाली का आगमन होता है।
तुलसी विवाह के दिन तुलसी माता और भगवान शालिग्राम की पूजा करने से लक्ष्मी माता और भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है। घर में अगर ग्रह दोष या वास्तु दोष के कारण समस्याएं आ रही हैं या फिर घर की उन्नति में बाधा उत्पन्न हो रही है तो वह सब दूर हो जाती हैं और सफलता मिलती है।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर इस साल कब मनाया जाएगा तुलसी विवाह और क्या है इस दिन पूजा का समय एवं शालिग्राम तुलसी के विवाह का मुहूर्त। साथ ही, जानेंगे कि घर में तुलसी विवाह का आयोजन करने का क्या महत्व है और क्या हैं उससे मिलने वाले लाभ।
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