नवरात्रि के पर्व पर नौ देवियों की पूजा करने की परंपरा है मगर तुलसी के पेड़ को भी देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में नवरात्रि के मौके पर आप तुलसी के पौधे को भी देवी का स्वरूप मानकर उनकी पूजा कर सकती हैं।
नवरात्रि के पर्व पर तुलसी की पूजा विवाहित महिलाओं को जरूर करनी चाहिए। आपको बता दें कि तुलसी की पूजा करने से गृह क्लेश से मुक्ति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं, तुलसी का पौधा घर में सुख और समृद्धि भी लाता है। यदि विवाहित महिलाएं नियमित तुलसी के पौधे की पूजा करती हैं, तो उससे उनके पति की आर्थिक स्थिति भी मजबूत रहती है।
नवरात्रि के त्योहार पर आपको तुलसी जी की पूजा कैसे करनी चाहिए और इससे आपको क्या लाभ होगा, इस विषय में हमने पंडित एवं ज्योतिषाचार्य विनोद सोनी से पूछा। वह कहते हैं, 'देवी दुर्गा के नौ रूप होते हैं और देवी दुर्गा का अवतरण मां पार्वती, माता लक्ष्मी और देवी सरस्वती के अंश से हुआ है। ऐसे में इन तीनों ही देवियों की आपको नवरात्रि में पूजा करनी चाहिए। तुलसी का पौधा देवी लक्ष्मी का स्वरूप है, इसलिए धन, सुख और समृद्धि से जुड़ी कामनाओं की पूर्ति के लिए आपको देवी तुलसी की पूजा जरूर करनी चाहिए।'
चलिए हम आपको बताते हैं कि नवरात्रि में तुलसी के पौधे की पूजा करने के क्या नियम होते हैं-
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तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं
तुलसी के पौधे में नियमित ही जल चढ़ाना चाहिए। बहुत सी महिलाएं ऐसा नहीं कर पाती हैं, इसलिए नवरात्रि के त्योहार पर आपको जरूर ऐसा करना चाहिए अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है तो आप किसी मंदिर में जाकर वहां मौजूद तुलसी के पौधे पर भी जल चढ़ा(तुलसी के पौधे पर भी जल चढ़ाने के नियम) सकते हैं। कोशिश करें कि आप जब तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं, तो उगता हुआ सूर्य आपके सामने हो। ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य की किरणें और तुलसी के पौधे की ऊर्जा आपके मन को शांत करती हैं और सकारात्मक प्रभाव आप पर डालती हैं।
तुलसी की पत्ती का सेवन करें
तुलसी की पत्ती का सेवन भी आप कर सकती हैं। इसके लिए आप नियमित 5 से 7 पत्ते तुलसी के पौधे से तोड़कर और उसे पानी से साफ करके निगल जाएं। ऐसा करने से आपकी सेहत को भी लाभ होगा और आपको मानसिक शांति भी मिलेगी, इससे आपकी किसी भी कार्य में निर्णय लेने की क्षमता भी मजबूत होगी।
तुलसी पर कच्चा दूध अर्पित करें
नवरात्रि के पर्व के दौरान जो भी गुरुवार पड़े, उस दिन आप तुलसी के पौधे में पानी के साथ-साथ कच्चे दूध की कुछ बूंदें भी अर्पित कर सकती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आपको खाली कच्चा दूध तुलसी के पौधे में नहीं चढ़ाना है, क्योंकि इससे पौधे को हानि पहुंच सकती है।
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तुलसी में दीपक रखें
तुलसी के पौधे को सूर्यास्त होने के बाद छूने की मनाही होती है, मगर आप तुलसी में दीप जरूर रख सकती हैं। ऐसा आपको नियमित करना चाहिए मगर यदि आप ऐसा रोज नहीं करती हैं, तो आपको नवरात्रि के समय ऐसा जरूर करना चाहिए। यदि तुलसी का पौधा आपके घर के आंगन में लगा हुआ है, तो आप 7 कपूर का दीप भी अर्पित कर सकती हैं। इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है।
तुलसी के मंत्रों का उच्चारण करें
तुलसी पर जब भी जल चढ़ाएं या फिर तुलसी की परिक्रमा करें, तब आपको 'महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते' का जाप जरूर करना चाहिए। यह मंत्र आपकी सारी इच्छाओं को पूर्ण करता है।
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