मां-बाप बनना भले ही एक कपल को बेहद खुशी प्रदान करे, लेकिन बच्चे की परवरिश करना इतना भी आसान नहीं होता। हर माता-पिता की यह इच्छा होती है कि वह अपने बच्चे को दुनिया की हर मुसीबत से बचाए और इसलिए वह उनके एक सुरक्षा कवच बन जाते हैं। लेकिन कई बार बच्चों को अच्छे संस्कार देने के व उन्हें दुनिया की बुराईयों व मुश्किलों से बचाने के चक्कर में वह बच्चों पर जरूरत से ज्यादा ही बंदिशे लगा देते हैं। इतना ही नहीं, वह हर समय बच्चे को छोटी-छोटी बातों के टोकते हैं। अगर आप भी ऐसा ही करती हैं तो यह बताता है कि आप एक controlling parent हैं। भले ही आपकेा ऐसा करने में कोई बुराई नजर ना आए, लेकिन वास्तव में ऐसा करके आप अपने बच्चे को कई मायनों में नुकसान पहुंचाते हैं।
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किसी भी पैरेंट के लिए बच्चे की चिंता करना स्वाभाविक है। आप भी अपने बच्चे, उसकी सुरक्षा व उसके बेहतर भविष्य के लिए चिंतित होती होंगी और इसलिए बच्चे को नियंत्रित करती होंगी। बच्चों पर थोड़ा बहुत नियंत्रण होना बेहद जरूरी है, लेकिन अगर आप उसे हर छोटी-छोटी बातों के लिए टोकती हैं तो इसका अर्थ है कि आप उसके समग्र विकास में बाधा उत्पन्न कर रही हैं। जब बच्चा बड़ा होता जाता है तो उसे कुछ हद तक स्वतंत्रता दी जानी चाहिए। हो सकता है कि आपका बच्चा गलती करे। लेकिन खुद की गई गलती से वह जो सीख प्राप्त करेगा, उसे आप वह सीख बोलकर कभी भी नहीं दे पाएंगी। इसलिए बहुत अधिक कंट्रोलिंग ना हो। अब अगर आप यह जानना चाहती हैं कि कहीं आप भी तो बच्चों के साथ बहुत अधिक कंट्रोलिंग बिहेव नहीं करतीं तो इन संकेतों के जरिए आप इसका पता आसानी से लगा सकती हैं-
बहुत अधिक निगरानी
बच्चे की हरकतों पर नजर रखना यकीनन माता-पिता के लिए बेहद आवश्यक है। इससे आपको पता चलता है कि आपका बच्चा गलत दिशा में तो नहीं जा रहा या फिर उसमें किसी गलत आदतों का संचार तो नहीं हो रहा। लेकिन अनजाने में अगर यह निगरानी स्नूपिंग में बदल सकती है। उदाहरण के लिए, आप अपने बच्चे के साथ उसकी सहेली या उसके दोस्त की बातचीत पर ग़ौर करते हैं या फिर हरदम उसका फोन या मैसेज चेक करते हैं। तो यह बताता है कि आप वास्तव में एक कंट्रोलिंग पैरेंट हैं।
दोस्तों के सामने आलोचना
कोई भी इंसान कभी परफेक्ट नहीं होता और खासतौर से, बच्चे तो अक्सर गलतियां कर बैठते हैं। लेकिन अगर आप बच्चे को उसकी गलती के लिए समझाने की बजाय उसके दोस्तों या सार्वजनिक रूप से बच्चे को डांटती हैं या उसकी कमियां निकालती हैं तो यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है। इसका अर्थ है कि आप बहुत अधिक कंट्रोलिंग पैरेंट हैं और बच्चे की छोटी सी गलती को भी आप कुछ देर के लिए बरदाश्त नहीं कर सकतीं। अगर आप भी ऐसा ही करती हैं तो आज ही अपनी इस आदत को बदलिए।
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दोस्तों को चुनना
क्या आप अपने बच्चे को बताते हैं कि उसे किसके साथ मिलना चाहिए? या फिर किसी दूसरे बच्चे के साथ दोस्ती करने से पहले उसे आपकी परमिशन की जरूरत है। अगर सच में ऐसा है तो यह भी एक कंट्रोलिंग पैरेंट का ही संकेत है।
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